मेरठ शहर में जल्द पहुंचेगी नमो भारत, शताब्दीनगर स्टेशन का काम अंतिम चरण में, मेट्रो का भी होगा स्टॉपेज
6 किमी खंड पर ट्रैक और OHE का काम पूरा, परतापुर मेट्रो स्टेशन भी लगभग तैयार, ट्रायल जारी, शहरवासियों को मिलेगी बड़ी राहत
Apr 11, 2025, 07:05 IST
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मेरठ: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर पर चलने वाली नमो भारत ट्रेन अब जल्द ही मेरठ शहर के अंदरूनी हिस्से तक अपनी पहुंच बनाने वाली है। मेरठ साउथ स्टेशन से आगे शताब्दीनगर स्टेशन तक नमो भारत के परिचालन की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस महत्वपूर्ण स्टेशन के निर्माण और फिनिशिंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है, जिससे शहरवासियों को जल्द ही तेज और सुगम परिवहन का विकल्प मिलेगा।READ ALSO:-मेरठ: स्कूल-मंदिर के पास शराब की दुकान खुलने पर बवाल, महिलाओं ने दीपोत्सव मनाकर जताया अनोखा विरोध
शताब्दीनगर स्टेशन: नमो भारत और मेट्रो का संगम
एनसीआरटीसी के जनसंपर्क अधिकारी पुनीत वत्स के अनुसार, वर्तमान में नमो भारत ट्रेन नई दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ स्टेशन तक 55 किलोमीटर का सफर तय कर रही है। मेरठ साउथ के बाद अगला स्टेशन शताब्दीनगर होगा, जो शहर के लिए कनेक्टिविटी का एक प्रमुख केंद्र बनेगा। इस स्टेशन की खासियत यह है कि यहां नमो भारत (रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम - RRTS) और मेरठ मेट्रो, दोनों ट्रेनों का स्टॉपेज होगा।
लगभग छह किलोमीटर लंबे मेरठ साउथ से शताब्दीनगर खंड पर ट्रैक बिछाने और ओवरहेड इक्विपमेंट (ओएचई) लगाने का काम पूरा हो चुका है। शताब्दीनगर स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए दो एंट्री-एग्जिट गेट बनाए गए हैं और पार्किंग का काम भी लगभग पूरा हो गया है। इस स्टेशन के शुरू होने से न केवल हापुड़ रोड क्षेत्र, बल्कि ब्रह्मपुरी, रेल विहार (रिठानी), पंचवटी एन्क्लेव, सुपरटेक पाम ग्रीन सोसायटी और जलवायु टॉवर जैसी कई कॉलोनियों और सोसायटियों में रहने वाले हजारों लोगों को सीधा लाभ मिलेगा।
परतापुर और रिठानी मेट्रो स्टेशन भी तैयार
नमो भारत के साथ-साथ मेरठ मेट्रो लाइन का काम भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। मेरठ साउथ के बाद मेरठ मेट्रो का अगला स्टेशन परतापुर होगा। इस स्टेशन पर भी फिनिशिंग का कार्य अंतिम चरण में है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि परतापुर स्टेशन पर केवल मेरठ मेट्रो रुकेगी, नमो भारत का यहां स्टॉपेज नहीं होगा। यह स्टेशन भारतीय रेलवे के परतापुर रेलवे स्टेशन के काफी नजदीक है, जिससे यात्रियों को मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी मिलेगी। परतापुर के बाद अगला मेट्रो स्टेशन रिठानी है, जिसके पास कई औद्योगिक क्षेत्र भी स्थित हैं, जिससे यहां काम करने वाले लोगों को आने-जाने में सुविधा होगी।
ट्रायल जारी, जल्द शुरू होगा परिचालन
एनसीआरटीसी द्वारा मेरठ साउथ से शताब्दीनगर खंड पर नमो भारत और मेरठ मेट्रो, दोनों ट्रेनों का ट्रायल लगातार किया जा रहा है, ताकि परिचालन शुरू करने से पहले सभी तकनीकी पहलुओं को परखा जा सके। स्टेशन और ट्रैक का काम अंतिम चरण में होने से उम्मीद है कि जल्द ही इस खंड को यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा।
मेरठ मेट्रो की मुख्य विशेषताएं:
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आधुनिक डिजाइन: स्टेनलेस स्टील से बने 3.2 मीटर चौड़े और 22 मीटर लंबे कोच।
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क्षमता: 3 कोच वाली ट्रेन में लगभग 175 सीटें, एक बार में 700 से अधिक यात्री सफर कर सकते हैं।
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सुविधाएं: आरामदायक एर्गोनॉमिक सीटें, सामान रखने के लिए रैक, खड़े यात्रियों के लिए ग्रैब हैंडल, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चार्जिंग पोर्ट।
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मेक इन इंडिया: 100% भारत में डिजाइन और निर्मित।
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सूचना प्रणाली: बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड, स्पीकर, इंडिकेशन लाइट वाले पुश बटन दरवाजे।
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सुरक्षा: इंडोर-आउटडोर सीसीटीवी कैमरे, इमरजेंसी अलार्म, टॉक बैक सिस्टम, आपातकालीन निकासी उपकरण, प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (भीड़ प्रबंधन के लिए)।
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विशेष प्रावधान: मेडिकल स्ट्रेचर और व्हीलचेयर के लिए भी पर्याप्त स्थान।
क्या बदल जाएगा?
शहर के भीतरी इलाकों तक नमो भारत पहुंचने से:
शहर के भीतरी इलाकों तक नमो भारत पहुंचने से:
- यातायात दबाव कम होगा
- प्रदूषण घटेगा
- दिल्ली और एनसीआर से मेरठ का कनेक्शन और बेहतर होगा
- संपत्ति के दामों में बढ़ोतरी और व्यावसायिक गतिविधियों को गति मिलेगी
