मेरठ का मेगा रोड प्रोजेक्ट: लालकुर्ती से मवाना रोड तक बदलेगी सूरत, 23 करोड़ से ज़्यादा की लागत!

 ट्रैफिक जाम से मिलेगी मुक्ति, ग्रामीण सड़कें भी होंगी चकाचक; क्या 108 पेड़ों की 'बलि' पर मिलेगी मंज़ूरी?
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LALKURTI MRT-MAWANA ROAD
मेरठ, उत्तर प्रदेश: शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक, लालकुर्ती से कमिश्नरी आवास चौराहा होते हुए मवाना रोड स्थित यशोदा कुंज कॉलोनी तक की सड़क जल्द ही एक नया रूप लेने वाली है! लोक निर्माण विभाग (PWD) ने इस महत्वपूर्ण सड़क के चौड़ीकरण के लिए 23.42 करोड़ रुपये की भारी-भरकम लागत का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है। यदि यह योजना परवान चढ़ती है, तो मेरठ के निवासियों को ट्रैफिक जाम से बड़ी राहत मिलेगी और आवागमन काफी सुगम हो जाएगा।READ ALSO:-🏠💥8 साल बाद बड़ा धमाका! नए सर्किल रेट से जमीनों के दाम में आग, खरीदने वालों की बढ़ी बेचैनी

 

सड़क चौड़ीकरण: राह आसान, पर पेड़ों का क्या होगा?
इस मास्टर प्लान के तहत, सड़क को दोनों तरफ से 1 से 1.5 मीटर तक चौड़ा करने का प्रस्ताव है। यह विस्तार निश्चित रूप से यातायात के प्रवाह को बेहतर बनाएगा, लेकिन इसकी एक पर्यावरणीय लागत भी है। PWD के अनुसार, इस चौड़ीकरण के लिए सड़क के किनारे लगे लगभग 108 पेड़ों को काटना पड़ सकता है।

 

यह कोई नई बात नहीं है। दरअसल, यह प्रस्ताव पिछले साल भी शासन को भेजा गया था, लेकिन पेड़ों की कटाई के मुद्दे के कारण तब इसे हरी झंडी नहीं मिल पाई थी। प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता सतेंद्र कुमार ने बताया कि जैसे ही इस कार्य योजना को स्वीकृति मिलती है, आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। अब देखना यह होगा कि इस बार प्रशासन पर्यावरण और विकास के बीच संतुलन कैसे साधता है।

 

ग्रामीण भारत को मिलेगी शहरी कनेक्टिविटी: 78 किमी नई सड़कें!
सिर्फ शहरी सड़कें ही नहीं, यह परियोजना ग्रामीण इलाकों के लिए भी खुशखबरी लेकर आई है। शासन को भेजी गई 2025-26 की कार्य योजना में ग्रामीण क्षेत्रों की 58 सड़कों को भी शामिल किया गया है। इन सड़कों की कुल लंबाई 78 किलोमीटर है और इनके निर्माण कार्य पर करीब 35.70 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। यह ग्रामीण कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा, जिससे किसानों और दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को मंडियों, स्कूलों और अस्पतालों तक पहुंचने में आसानी होगी।

 OMEGA

चीनी मिल क्षेत्र का कायाकल्प: 42 किमी सड़कों की मरम्मत
मेरठ के चीनी मिल परिक्षेत्र भी इस विकास से अछूते नहीं रहेंगे। योजना में चीनी मिल परिक्षेत्र के अंतर्गत 36 सड़कों की मरम्मत का भी प्रस्ताव है। ये सड़कें कुल 42 किलोमीटर लंबी हैं और इनकी मरम्मत पर लगभग 14.01 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह कदम गन्ना किसानों और मिल कर्मचारियों के लिए परिवहन को बेहतर बनाएगा, जिससे क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।

 

कुल मिलाकर, मेरठ में यह एक बहुआयामी विकास परियोजना है जो शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों की कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे को मजबूत करेगी। अब सभी की निगाहें शासन की मंजूरी पर टिकी हैं कि क्या यह मेगा प्रोजेक्ट जल्द ही धरातल पर उतर पाएगा।
SONU

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