मेरठ का खौफनाक 'सौरभ हत्याकांड': कोर्ट में शुरू हुआ 'इंसाफ का ट्रायल', हत्यारे मुस्कान और साहिल पर आरोप तय, 36 गवाह देंगे 'रूह कंपा देने वाली' गवाही!
बेवफा पत्नी मुस्कान और प्रेमी साहिल का होगा 'सामना', 1000 पन्नों की चार्जशीट, हिमाचल के होटलों से लेकर पोस्टमार्टम तक के सबूत; 4 जुलाई को अगली सुनवाई!
Jun 27, 2025, 00:05 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश को झकझोर कर रख देने वाले सौरभ हत्याकांड में आखिरकार न्याय की प्रक्रिया शुरू हो गई है। मेरठ जिला जज संजीव पांडे की कोर्ट में इस हाई-प्रोफाइल केस का ट्रायल आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है, जिसने पूरे शहर की निगाहें अपनी ओर खींच ली हैं। हत्या के आरोपी मृतक की पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल शुक्ला पर आरोप तय कर दिए गए हैं, और अब अदालत में 36 गवाहों के बयान दर्ज किए जाएंगे, जो इस जघन्य अपराध की परतों को खोलेंगे।READ ALSO:-भारत का 'अंतरिक्ष विजय'! उत्तर प्रदेश के लाल, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने रचा इतिहास, ड्रैगन से ISS में धमाकेदार एंट्री!
'भाई का इंसाफ': वादी बबलू की गवाही से होगा आगाज़
इस सनसनीखेज मुकदमे में सबसे पहले मृतक सौरभ के भाई बबलू की गवाही दर्ज की जाएगी, जो इस केस के मुख्य वादी भी हैं। बबलू की गवाही से ही इस पूरे ट्रायल की शुरुआत होगी, जिसकी अगली सुनवाई के लिए कोर्ट ने 4 जुलाई की तारीख निर्धारित की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि परिवार के दर्द और सच्चाई को कोर्ट में कैसे पेश किया जाता है।
इस सनसनीखेज मुकदमे में सबसे पहले मृतक सौरभ के भाई बबलू की गवाही दर्ज की जाएगी, जो इस केस के मुख्य वादी भी हैं। बबलू की गवाही से ही इस पूरे ट्रायल की शुरुआत होगी, जिसकी अगली सुनवाई के लिए कोर्ट ने 4 जुलाई की तारीख निर्धारित की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि परिवार के दर्द और सच्चाई को कोर्ट में कैसे पेश किया जाता है।
जमानत खारिज, 54 दिन में दाखिल हुई थी '1000 पन्नों की कुंडली'
इस खौफनाक हत्याकांड में आरोपी मुस्कान और साहिल शुक्ला की जमानत याचिकाएं सेशन कोर्ट से पहले ही खारिज हो चुकी थीं। सोमवार को आरोप तय करने की तारीख पर, कड़ी सुरक्षा के बीच मुस्कान और साहिल को जिला जज न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों पर सौरभ की निर्मम हत्या का आरोप तय किया है, जिससे उनके खिलाफ कानूनी शिकंजा और कस गया है।
इस खौफनाक हत्याकांड में आरोपी मुस्कान और साहिल शुक्ला की जमानत याचिकाएं सेशन कोर्ट से पहले ही खारिज हो चुकी थीं। सोमवार को आरोप तय करने की तारीख पर, कड़ी सुरक्षा के बीच मुस्कान और साहिल को जिला जज न्यायालय में पेश किया गया। कोर्ट ने दोनों पर सौरभ की निर्मम हत्या का आरोप तय किया है, जिससे उनके खिलाफ कानूनी शिकंजा और कस गया है।
मेरठ के एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने पुष्टि की है कि सौरभ हत्याकांड का न्यायालय में ट्रायल शुरू हो गया है और यह मुकदमा जिला जज की कोर्ट में सुना जाएगा। उन्होंने बताया कि इस केस में पुलिस ने अभूतपूर्व तेजी दिखाते हुए मात्र 54 दिनों के भीतर ही चार्जशीट दाखिल कर दी थी। ब्रह्मपुरी थाने के प्रभारी निरीक्षक और सौरभ हत्याकांड के जांच अधिकारी, इंस्पेक्टर रमाकांत पचौरी ने 12 मई को करीब 1000 पन्नों की विस्तृत चार्जशीट सीजेएम न्यायालय में दाखिल की थी। इस आरोप पत्र में साफ बताया गया है कि प्रेम-प्रसंग में सौरभ बाधा बन रहा था, इसी कारण उसकी बेवफा पत्नी मुस्कान और साहिल शुक्ला ने मिलकर उसकी बेरहमी से हत्या कर दी थी।
गवाही का जाल: परिवार से लेकर होटल मालिक तक 'सबूत' देंगे
पुलिस ने इस 1000 पन्नों के आरोप पत्र में लगभग 36 लोगों को गवाह बनाया है, जो इस केस को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। इनमें प्रमुख गवाहों में शामिल हैं:-
पुलिस ने इस 1000 पन्नों के आरोप पत्र में लगभग 36 लोगों को गवाह बनाया है, जो इस केस को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। इनमें प्रमुख गवाहों में शामिल हैं:-
- सौरभ के परिजन: भाई बबलू, मां रेणू, बहन चिंकी—जो मृतक के जीवन और हत्या के बाद के हालात पर रोशनी डालेंगे।
- आरोपी के परिजन: मुस्कान की मां कविता रस्तोगी, पिता प्रमोद रस्तोगी—जिनके बयान केस को नए मोड़ दे सकते हैं।
- हत्या के बाद के सूत्र: मुस्कान और साहिल को हिमाचल प्रदेश घूमाने ले गया टैक्सी ड्राइवर अजब सिंह, हत्या में इस्तेमाल किए गए सामान से जुड़े दुकानदार (दवा, ड्रम, चाकू, सीमेंट-बालू विक्रेता), और सौरभ के मकान मालिक ओमपाल।
- भागने के ठिकाने के गवाह: हत्या के बाद आरोपी मुस्कान और साहिल शिमला, मनाली, कसौल जैसे पर्यटन स्थलों पर ठहरे थे। वहां के होटल संचालकों को भी गवाह बनाया गया है, जो उनके छिपने और गतिविधियों का ब्यौरा देंगे।
पुलिस और डॉक्टर भी देंगे 'साइंटिफिक एविडेंस'
इस हत्याकांड में पोस्टमार्टम करने वाले दो डॉक्टर और ड्रम तोड़कर शव के टुकड़ों को बाहर निकालने वाले स्वास्थ्यकर्मी भी गवाही देंगे। उनकी गवाही से मेडिकल साक्ष्य मजबूत होंगे। इसके साथ ही, लगभग 10 पुलिसकर्मियों को भी गवाह बनाया गया है, जिन्होंने जांच, गिरफ्तारी और सबूत जुटाने में अहम भूमिका निभाई है। पुलिस का पूरा प्रयास है कि सभी गवाहों के बयान जल्द से जल्द कोर्ट में दर्ज कराए जाएं, ताकि इस जघन्य हत्याकांड में आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके और सौरभ को इंसाफ मिल पाए।
इस हत्याकांड में पोस्टमार्टम करने वाले दो डॉक्टर और ड्रम तोड़कर शव के टुकड़ों को बाहर निकालने वाले स्वास्थ्यकर्मी भी गवाही देंगे। उनकी गवाही से मेडिकल साक्ष्य मजबूत होंगे। इसके साथ ही, लगभग 10 पुलिसकर्मियों को भी गवाह बनाया गया है, जिन्होंने जांच, गिरफ्तारी और सबूत जुटाने में अहम भूमिका निभाई है। पुलिस का पूरा प्रयास है कि सभी गवाहों के बयान जल्द से जल्द कोर्ट में दर्ज कराए जाएं, ताकि इस जघन्य हत्याकांड में आरोपियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके और सौरभ को इंसाफ मिल पाए।
