मेरठ की बेटियों भाला फेंक खिलाड़ी अन्नू रानी और धावक प्रीति पाल को मिला अर्जुन पुरस्कार, कड़ी मेहनत से हासिल की सफलता
आज शुक्रवार का दिन वेस्ट यूपी के लिए बेहद खास है। इस राज्य की दो बेटियों को देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया है।
Jan 18, 2025, 00:10 IST
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आज शुक्रवार का दिन पश्चमी उत्तर प्रदेश के लिए बेहद खास है। देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में इस प्रदेश की दो बेटियों को सम्मानित किया है। पैरा गेम्स में देश का नाम रोशन करने वाली मेरठ के बहादुरपुर गांव के किसान की बेटी अन्नू रानी और मेरठ के गंगानगर की प्रीति पाल को अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। बेटियों की इस उपलब्धि पर दोनों परिवारों में खुशी का माहौल है।READ ALSO:- UP : रिटेल स्टोर ने ग्राहक से कैरी बैग के पैसे वसूले, उपभोक्ता फोरम ने लगाया 35 हजार रुपये का जुर्माना
बता दें कि पिछले साल पेरिस पैरालिंपिक में धाविका प्रीति पाल ने देश का नाम विश्व पटल पर रोशन किया था। उन्होंने महिलाओं की 200 मीटर टी 35 में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया था। पैरालिंपिक और ओलंपिक दोनों में ट्रैक एंड फील्ड में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट प्रीति पाल के परिवार का कहना है कि आज का दिन बेहद खास है।
बता दें कि प्रीति पाल मूल रूप से वेस्टर्न यूपी के मुजफ्फरनगर के हाशिमपुर गांव की रहने वाली हैं। उनके माता-पिता गांव में ही रहते हैं, उनके पिता गांव में दूध की डेयरी चलाते हैं। माता-पिता ने प्रीति और उसके भाई-बहनों को मेरठ में दादा-दादी के पास रखकर पढ़ाई करवाई। प्रीति ने अपनी सारी परेशानियों को नजरअंदाज कर कड़ी मेहनत की. उसने 2018 में मेरठ के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में प्रैक्टिस शुरू की और अपनी मेहनत के दम पर अपनी अलग पहचान बनाई।
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— PIB India (@PIB_India) January 17, 2025
President Droupadi Murmu confers #ArjunaAward 2024 on Athlete Annu Rani@rashtrapatibhvn @YASMinistry #NationalSportsAwards2024 pic.twitter.com/sJhzLslHuS
मीडिया से बातचीत में प्रीति ने सम्मान के लिए सरकार का आभार जताया. उसने कहा कि अब उसे उम्मीद है कि उसे जल्द ही नौकरी मिल जाएगी. प्रीति पाल ने कहा कि इस बार वह अपने मेडल का रंग बदलेगी. प्रीति पाल के दादा ऋषिपाल सिंह ने कहा कि आज वह बहुत खुश हैं, बेटियों पर भरोसा करना चाहिए. उन्हें अवसर मिले तो वह जरूर नाम रोशन करेंगी.
वहीं बहादुरपुर गांव की बेटी अन्नू रानी के परिवार में खुशी का माहौल है. उसके भाई उपेंद्र चौधरी ने कहा कि मां, पिता और वह खुद राष्ट्रपति भवन गए और बहन को अर्जुन अवॉर्ड मिलने से पूरा क्षेत्र खुश है। अन्नू रानी को अर्जुन अवॉर्ड मिलने के बाद उसके गांव में लोग परिवार को बधाई देने पहुंच रहे हैं। परिवार में खुशी का माहौल है। अन्नू के भाई ने कहा कि वह कल घर आएगी। वह गांव के लोगों के साथ मिलकर अपनी बहन के स्वागत की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनकी बहन भविष्य में भी देश के लिए पदक लाएगी।
गौरतलब है कि एक समय ऐसा भी था जब अन्नू रानी के पास पर्याप्त संसाधन भी नहीं थे, लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। सीमित संसाधनों के साथ खेत में गन्ना फेंककर अभ्यास शुरू करने वाली अन्नू ने अब तक एक के बाद एक कई कीर्तिमान बनाए हैं, जिसके लिए राष्ट्रपति ने उन्हें आज अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया है।
बता दें कि 3 अक्टूबर 2023 को चीन में आयोजित 19वें एशियाई खेलों में भाला फेंक प्रतियोगिता में अन्नू ने 62.92 मीटर भाला फेंककर सबको चौंका दिया और भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। गौरतलब है कि देश को ऐसा मौका 72 साल बाद मिला है। इससे पहले वह राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीत चुकी थीं।