मेरठ में शोक की लहर: युवा भाजपा पार्षद गगनदीप गौतम का हार्ट अटैक से आकस्मिक निधन, असमय मौत से परिवार और समर्थकों में गहरा सदमा!
निर्दलीय से भाजपा तक का राजनीतिक सफर, वार्ड 67 के जनप्रिय नेता थे गगनदीप, पीछे रह गई पहली क्लास में पढ़ती मासूम बेटी
Updated: Jun 19, 2025, 11:32 IST
|

मेरठ, उत्तर प्रदेश: मेरठ के राजनीतिक परिदृश्य में गुरुवार को एक दुखद खबर सामने आई। कैलाशपुरी के वार्ड 67 से भाजपा पार्षद गगनदीप गौतम का हार्ट अटैक से आकस्मिक निधन हो गया। उनके अचानक चले जाने से पूरे शहर और खासकर उनके क्षेत्र के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई है। बताया जा रहा है कि उनका अंतिम संस्कार आज सूरजकुंड में किया जाएगा।READ ALSO:-मेरठ: 5 साल की भतीजी का चाचा ने किया रेप, 5 महीने से कर रहा था दरिंदगी, भीड़ ने पकड़ा हैवान
मौत का रहस्य: जिम से वापसी या रात का अटैक? परिजन गहरे सदमे में
पार्षद गगनदीप गौतम की मृत्यु का कारण तो हार्ट अटैक बताया जा रहा है, लेकिन उनके निधन का सटीक समय और स्थान अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। इस दुखद घड़ी में परिजन कुछ भी बताने की स्थिति में नहीं हैं, जिससे आस-पड़ोस के लोगों और भाजपा नेताओं के बीच भी असमंजस बना हुआ है।
-
जिम से वापसी के दौरान की आशंका: कुछ लोगों का कहना है कि गगनदीप गुरुवार सुबह जिम गए थे और वहाँ से लौटते समय रास्ते में ही उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिससे वे जमीन पर गिर पड़े। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
-
रात में बिगड़ी तबीयत की बात: वहीं, कुछ अन्य लोगों ने बताया कि बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात करीब 1 बजे अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई और उन्हें हार्ट अटैक आ गया। परिजन जब तक उन्हें अस्पताल ले जाने का प्रयास करते, तब तक उन्होंने दम तोड़ दिया था।
-
मेडिकल स्टोर पर परामर्श और अस्पताल में अंतिम सांसें: एक और जानकारी के अनुसार, गगनदीप को गुरुवार सुबह उठते समय कुछ भारीपन महसूस हो रहा था और तबीयत ठीक नहीं लग रही थी। इसके बाद वह पास के ही एक मेडिकल स्टोर पर अपने दोस्त प्रवीण अरोड़ा के पास गए। प्रवीण ने उन्हें तुरंत डॉक्टर से चेकअप कराने की सलाह दी और उन्हें न्यूटिमा अस्पताल, गढ़ रोड ले जाया गया। दुखद रूप से, अस्पताल में भर्ती होते ही गगनदीप ने आखिरी सांस ली।
निर्दलीय से भाजपा तक का सफर: जनसेवा में समर्पित एक युवा चेहरा
गगनदीप गौतम का राजनीतिक सफर काफी उल्लेखनीय रहा है। उन्होंने नगर निगम चुनाव में वार्ड 67 कैलाशपुरी से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था और भाजपा नेत्री मीनल गौतम को हराकर जीत हासिल की थी। उनकी जीत ने उन्हें एक मजबूत और जुझारू नेता के रूप में स्थापित किया था। अपनी जीत के बाद, 2024 के चुनावों से पहले उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। गौरतलब है कि भाजपा में शामिल होने से पहले, गगनदीप इसी वार्ड से दो बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके थे, लेकिन तब उन्हें सफलता नहीं मिली थी।
पार्षद गगनदीप गौतम अपने पीछे अपनी एक छोटी बच्ची छोड़ गए हैं, जो पहली कक्षा में पढ़ती है। उनका आकस्मिक निधन न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे मेरठ शहर के लिए एक बड़ी क्षति है, जहाँ उन्हें एक सक्रिय और जनप्रिय पार्षद के रूप में जाना जाता था। उनके असमय निधन पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं और शहर के गणमान्य व्यक्तियों ने गहरा शोक व्यक्त किया है।
