मेरठ : 'तू लड़की है लड़की की तरह रह, मुझे खुश रख नहीं तो सबक सिखा दूंगा, महिला लेखपाल ने निरीक्षक पर लगाया उत्पीड़न का आरोप

 मेरठ के मवाना में लेखपाल ने एसडीएम से की शिकायत, निरीक्षक पर अभद्र व्यवहार, निलंबन की धमकी और पैसों की मांग का आरोप; डीएम ने जांच और कड़ी कार्रवाई का दिया आश्वासन
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MAWANA
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भले ही राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रहे हों, लेकिन जमीनी स्तर पर भ्रष्टाचार की गहरी पैठ अभी भी चुनौती बनी हुई है। ताजा मामला मेरठ जिले की मवाना तहसील के गांव सठला से सामने आया है, जहाँ एक महिला लेखपाल ने अपने ही विभाग के एक राजस्व निरीक्षक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।READ ALSO:-1 अप्रैल से बदल जाएंगे ये नियम! इनकम टैक्स में मिलेगी राहत, TDS-TCS के नियमों में भी बदलाव

 

सठला में तैनात महिला लेखपाल रूपाली वर्मा ने उपजिलाधिकारी (एसडीएम) प्रतीक्षा सिंह को एक शिकायती पत्र सौंपा है। इस पत्र में उन्होंने राजस्व निरीक्षक जगन्नाथ पर अभद्र व्यवहार करने, उन्हें निलंबित कराने की धमकी देने और लगातार पैसों की मांग करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।

 

रूपाली वर्मा ने अपनी शिकायत में कहा है कि वह सठला के अलावा गांव बली व मटौरा का अतिरिक्त कार्यभार भी संभाल रही हैं। उन्होंने बताया कि राजस्व निरीक्षक जगन्नाथ उनके साथ काम को लेकर अक्सर बदतमीजी करते हैं। उनके अनुसार, राजस्व निरीक्षक उनसे कहते हैं, "तू लड़की है लड़की तरह रह, वरना दो लाइन लिखकर सस्पेंड करा दूंगा।" रूपाली वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि राजस्व निरीक्षक ने उनसे कहा, "मुझे खुश रखा कर वरना तुझे सबक सिखा दूंगा और नौकरी करना सिखा दूंगा।"

 

महिला लेखपाल ने आगे आरोप लगाया कि राजस्व निरीक्षक जगन्नाथ आए दिन उन्हें धमकी देकर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राजस्व निरीक्षक हर बार उनकी राजस्व वसूली से संबंधित प्रपत्र (आरसी-9) को बिना किसी कारण के अस्वीकार कर देते हैं और उसे आगे बढ़ाने के लिए पैसों की मांग करते हैं। रूपाली वर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा कि बिना पैसे लिए राजस्व निरीक्षक आरसी-9 को आगे नहीं बढ़ाते हैं, जिससे क्षेत्र में उनकी छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने एसडीएम से इस उत्पीड़न से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।

 

एसडीएम प्रतीक्षा सिंह ने लेखपाल रूपाली वर्मा को आश्वासन दिया है कि वह मामले की जांच कराएंगी और दोषी पाए जाने पर उचित कार्रवाई करेंगी। वहीं, राजस्व निरीक्षक जगन्नाथ ने लेखपाल द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया है। उन्होंने इस संबंध में एसडीएम से कई बार बात करने का प्रयास किया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

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इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, जिलाधिकारी (डीएम) डॉ. विजय कुमार सिंह ने कहा कि यह मामला मवाना तहसील का है। उन्होंने बताया कि उन्हें न तो किसी ने इस संबंध में शिकायत की है और न ही एसडीएम ने उन्हें कोई जानकारी दी है। डीएम ने स्पष्ट किया कि इस मामले में एसडीएम स्तर से ही जांच और कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वे एसडीएम से इस मामले की पूरी जानकारी लेंगे और यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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यह घटना राजस्व विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की जड़ों को दर्शाती है, जिसके खिलाफ मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति भी अभी तक पूरी तरह से सफल होती नहीं दिख रही है। अब देखना यह होगा कि एसडीएम की जांच में क्या तथ्य सामने आते हैं और इस मामले में क्या कार्रवाई की जाती है।

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