मेरठ: 'सफेद कपड़े में बांध देंगे', “गुलाब के पेड़ पर अपराध का संदेश” छात्र को मिली मौत की धमकी

 पुरानी रंजिश में डरा सहमा परिवार, इंटर पास करने वाले बेटे को घर में किया कैद; SSP के दखल पर मिली पुलिस सुरक्षा
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MRT-CRIME
मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के सरधना थाना क्षेत्र में अपराध की बढ़ती वारदातों के बीच एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। अटेरना गांव में पुरानी रंजिश के चलते एक किसान के नाबालिग बेटे को सीधे तौर पर जान से मारने की धमकी दी गई है। धमकी देने वाले गांव के ही आरोपी बताए जा रहे हैं, जिन्होंने धमकी भरा संदेश एक पर्चे पर लिखकर पीड़ित के घर के मुख्य द्वार पर लगे गुलाब के पेड़ पर टांग दिया। इस घटना से पीड़ित परिवार में जबरदस्त दहशत है और उनका बेटा डर के मारे घर से बाहर नहीं निकल पा रहा है।Read also:-मेरठ: पति की दाढ़ी बनी दुश्मन, शादी के एक महीने बाद ही 'देवर' संग फरार हुई 'दुल्हन'

 

पर्चे पर लिखा था मौत का 'फरमान'
अटेरना गांव निवासी जुगेंद्र के साढ़े 17 वर्षीय बेटे अतुल ने हाल ही में चकबंदी गांव स्थित एक कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की है। जुगेंद्र ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि बीते रविवार की सुबह लगभग 5:30 बजे जब वह अपने घर से बाहर आए, तो उनकी नजर मुख्य द्वार के पास लगे गुलाब के पेड़ पर पड़ी। पेड़ पर एक पर्चा टंगा हुआ था।

 

पर्चे को खोलने पर उसमें लिखी बात पढ़कर जुगेंद्र के होश उड़ गए। पर्चे में गांव के ही कुछ लोगों ने पुरानी दुश्मनी का जिक्र करते हुए अतुल को अत्यंत आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग कर धमकी दी थी। धमकी में साफ शब्दों में लिखा था: "अतुल तुझे दो दिन के अंदर सफेद कपड़े में बांध देंगे। बच सके तो बच लिए। अपने बाप से कह देना तेरी मौत है।"

 

पीड़ित परिवार दहशत में, बेटा घर में कैद
इस जानलेवा धमकी के बाद से जुगेंद्र का पूरा परिवार गहरे सदमे और दहशत में है। धमकी मिलने के बाद से अतुल इतना डर गया है कि वह घर से बाहर कदम रखने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। पिछले तीन दिनों से वह घर के अंदर ही रहने को मजबूर है, एक तरह से घर में कैद होकर रह गया है।

 

थाना पुलिस की 'एनसीआर' और एसएसपी तक पहुंचा मामला
धमकी मिलने के तत्काल बाद जुगेंद्र सरधना थाने पहुंचे और पुलिस को पूरी घटना की जानकारी देते हुए आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने जुगेंद्र की तहरीर पर एनसीआर (Non-Cognizable Report) दर्ज कर ली। हालांकि, पीड़ित जुगेंद्र का आरोप है कि पुलिस ने एनसीआर दर्ज कर मामले को इतिश्री कर लिया और आरोपियों की गिरफ्तारी या उन पर दबाव बनाने की दिशा में कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की, जिससे आरोपियों के हौसले और बढ़ गए।

 

जब जुगेंद्र को लगा कि थाना स्तर से उन्हें न्याय या सुरक्षा नहीं मिल पा रही है, तो उन्होंने अगले ही दिन सोमवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) को पत्र भेजकर पूरे प्रकरण से अवगत कराया और मदद की गुहार लगाई।

 

एसएसपी के दखल के बाद मिली सुरक्षा
एसएसपी ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल संज्ञान लिया। एसएसपी के हस्तक्षेप के बाद मंगलवार की रात जुगेंद्र के घर के बाहर दो पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के तौर पर तैनात कर दिया गया है। पुलिस की मौजूदगी से परिवार को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन धमकी का खौफ अब भी बरकरार है।

 OMEGA

इस संबंध में सीओ सरधना, संजय कुमार जायसवाल ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और सरधना थाना पुलिस को इस मामले में गहन जांच करने तथा आवश्यक सख्त कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस की त्वरित कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं।
SONU

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