मेरठ को जाम से मिलेगी मुक्ति! स्कूलों के लिए नया ट्रैफिक प्लान लागू, वेस्ट एंड रोड पर नहीं होगी वाहनों की लंबी कतार, लाउडस्पीकर और बाउंसर तैनात होंगे

 मेरठ में वेस्ट एंड रोड पर ट्रैफिक जाम की समस्या को कम करने के लिए, यातायात पुलिस ने स्कूलों के खुलने और बंद होने के समय में बदलाव किया है। यह निर्णय स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ हुई एक बैठक में लिया गया।
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मेरठ, [02 July 2025]: वेस्ट एंड रोड पर हर सुबह और दोपहर लगने वाले ट्रैफिक जाम से जूझ रहे मेरठवासियों के लिए खुशखबरी है! यातायात पुलिस ने एक क्रांतिकारी कदम उठाते हुए स्कूलों के साथ मिलकर एक नई ट्रैफिक प्रबंधन योजना लागू की है। इस योजना के तहत, क्षेत्र के प्रमुख स्कूलों के खुलने और बंद होने के समय में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं, जिसका सीधा असर सड़क पर वाहनों के दबाव को कम करने और यातायात को सुचारु बनाने पर पड़ेगा। यह पहल न केवल छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत लाएगी, बल्कि शहर की यातायात व्यवस्था में भी एक नया मील का पत्थर साबित होगी।Read also:-बिजनौर: नाबालिग से दुष्कर्म और जबरन शादी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने कसा शिकंजा!

 

जाम के खिलाफ 'मिशन संभव':
एसपी यातायात की दूरदर्शी पहल मेरठ के पुलिस अधीक्षक (यातायात) राघवेंद्र मिश्रा ने वेस्ट एंड रोड पर ट्रैफिक की समस्या को गंभीरता से लिया। उन्होंने इसे केवल एक यातायात चुनौती नहीं, बल्कि शहर की जीवनशैली को प्रभावित करने वाली एक बड़ी बाधा के रूप में देखा। इसी सोच के साथ, उन्होंने मंगलवार को जीटीबी स्कूल में वेस्ट एंड रोड पर स्थित सभी प्रमुख स्कूलों के प्रधानाचार्यों के साथ एक उच्च-स्तरीय बैठक बुलाई। इस बैठक का मुख्य एजेंडा जाम की समस्या का स्थायी समाधान खोजना था। एसपी मिश्रा ने बताया कि एमपीएस ग्रुप के पदाधिकारी हालांकि इस बैठक में शामिल नहीं हो सके, लेकिन उनके स्कूलों से आमतौर पर ज्यादा जाम नहीं लगता क्योंकि वहां बच्चों को निकालने के लिए वैकल्पिक रास्ते का उपयोग किया जाता है। बैठक में पांच स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और इस नई योजना को सफल बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।

 

स्कूलों की भी अब होगी 'ट्रैफिक ड्यूटी':
लाउडस्पीकर और प्रशिक्षित बाउंसरों का होगा प्रयोग इस नई योजना का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह है कि अब ट्रैफिक प्रबंधन की जिम्मेदारी केवल पुलिस की नहीं, बल्कि स्कूलों की भी होगी। बैठक में अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक स्कूल के मुख्य द्वार पर एक लाउडस्पीकर लगाया जाए। इस लाउडस्पीकर का उपयोग उन वाहनों को हटाने के लिए किया जाएगा जो सड़क पर गलत तरीके से खड़े होकर यातायात बाधित करते हैं। इसके अतिरिक्त, स्कूलों को अपने खर्च पर प्रशिक्षित बाउंसरों को नियुक्त करना होगा। ये बाउंसर स्कूल खुलने और छुट्टी के समय गेट पर मौजूद रहेंगे और यातायात को व्यवस्थित करने में पुलिस की सहायता करेंगे। इन बाउंसरों को यातायात पुलिस द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि वे प्रभावी ढंग से भीड़ को नियंत्रित कर सकें और वाहनों के सुचारु आवागमन को सुनिश्चित कर सकें। सभी स्कूलों ने इस पहल का स्वागत किया और इसे लागू करने पर सहमति व्यक्त की, जो दर्शाता है कि वे भी इस समस्या के समाधान के लिए गंभीर हैं।

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समय का 'स्मार्ट' समायोजन:
पीक आवर्स में नहीं होगा वाहनों का जमावड़ा जाम की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए सबसे प्रभावी कदम स्कूलों के खुलने और बंद होने के समय में किया गया बदलाव है। अब सभी स्कूलों का समय एक-दूसरे से थोड़ा अलग होगा, जिससे एक ही समय पर हजारों वाहनों का सड़क पर जमावड़ा नहीं लगेगा। यह 'स्मार्ट' समायोजन ट्रैफिक फ्लो को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। नई समय-सारिणी इस प्रकार है:

 

  • गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल: सुबह 7:30 बजे - दोपहर 1:30 बजे
  • दीवान पब्लिक स्कूल: सुबह 7:00 बजे - दोपहर 1:00 बजे
  • ऋषभ एकेडमी: सुबह 7:20 बजे - दोपहर 1:10 बजे
  • दर्शन एकेडमी: सुबह 7:30 बजे - दोपहर 1:20 बजे
  • सीएबी पब्लिक स्कूल: सुबह 7:45 बजे - दोपहर 1:30 बजे

 

यह दूरदर्शी योजना मेरठ के वेस्ट एंड रोड को जाम मुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उम्मीद है कि इस पहल से न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि शहरवासियों का समय भी बचेगा और उन्हें प्रतिदिन की आवाजाही में होने वाली परेशानियों से निजात मिलेगी। यह मेरठ की यातायात व्यवस्था के लिए एक नई सुबह का प्रतीक है।
SONU
 

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