मेरठ : क्या होगा जब पुलिस वाले निभाने लगेंगे दोस्ती? व्यापारी ने DM और SSP को भेजा पुलिसकर्मी और ई-रिक्शा चालक का वीडियो
उत्तर प्रदेश के मेरठ में ई-रिक्शा का अवैध संचालन जारी है, जबकि बेगमपुल और आबूलेन पर इन पर रोक लगाई गई है। ट्रैफिक पुलिस के निर्देश के बावजूद यहां ई-रिक्शा से सवारियां उतारी और चढ़ाई जा रही हैं, जिससे जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। बेगमपुल व्यापार संघ के अध्यक्ष ने एक पुलिसकर्मी का वीडियो बनाकर अधिकारियों को भेजा है, जिसमें वह एक ई-रिक्शा चालक से दोस्ताना व्यवहार करता नजर आ रहा है।
Feb 19, 2025, 08:25 IST
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मेरठ शहर में ई-रिक्शा का जोन रूट तय होने के बाद भी अवैध ई-रिक्शा संचालन नहीं रुक रहा है। जिन चौराहों पर ई-रिक्शा का संचालन बंद कर दिया गया था और उनकी पार्किंग की दूरी निर्धारित की गई थी, वहां सुबह से शाम तक नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। चौराहों और आबूलेन पर बेखौफ ई-रिक्शा का संचालन किया जा रहा है। READ ALSO:-UP बजट सत्र 2025; CM योगी का सपा पर हमला, कहा-समाजवादियों का चरित्र दोहरा, देश को ‘कठमुल्लापन’ की ओर ले जाना चाहती है समाजवादी पार्टी
दरअसल, इसकी वजह वही पुलिसकर्मी हैं, जिन्हें नियम-कायदों को लागू कराने की जिम्मेदारी दी गई है। वे दिनभर ई-रिक्शा चालकों से दोस्ताना व्यवहार रखते हैं। सोमवार को बेगमपुल व्यापार संघ के अध्यक्ष ने पुलिसकर्मी का वीडियो बनाया। इसमें पुलिसकर्मी ई-रिक्शा चालक को गले लगा रहा है। मंडलायुक्त, डीएम और एसएसपी को पत्र और वीडियो भेजकर ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है और बेगमपुल चौराहे और आबूलेन पर ई-रिक्शा का संचालन बंद कराने की मांग की गई है। READ ALSO:-UP बजट सत्र 2025 : मेरठ के सरधना से SP MLA अतुल प्रधान हाथों में हथकड़ी-गले में बेड़ियां डाल विधानसभा पहुंचे, पहले भी हुए थे निलंबित
यहां ई-रिक्शा का संचालन प्रतिबंधित है यातायात पुलिस ने बेगमपुल और आबूलेन पर ई-रिक्शा के संचालन पर रोक लगा दी है। इधर, सौ मीटर के दायरे में ई-रिक्शा पर सवारियां चढ़ने-उतरने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। चौराहे पर बाकायदा बोर्ड लगाए गए हैं। इसके बावजूद दिनभर ई-रिक्शा बेगमपुल चौराहे से गुजर रहे हैं।
चौराहे पर सवारियां चढ़ती-उतरती हैं। इससे जाम लगता है। इससे व्यापारी परेशान हैं। सोमवार को बेगमपुल व्यापार संघ के अध्यक्ष पुनीत शर्मा ने एक सिपाही का वीडियो बनाया। वह बेगमपुल चौराहे पर एक सिपाही से दोस्ताना अंदाज में बात कर रहा है और उसे मोबाइल पर वीडियो दिखा रहा है।
इस सिपाही पर ई-रिक्शा रोककर यातायात नियमों का पालन कराने और जाम न लगने देने की जिम्मेदारी है। पुनीत शर्मा ने वीडियो मंडलायुक्त ऋषिकेश भास्कर यशोद, डीएम डॉ. विजय कुमार सिंह, एसएसपी डॉ. विपिन ताडा को भेजकर जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
वीडियो की जानकारी कराई जाएगी। बेगमपुल और आबूलेन पर ई-रिक्शा का संचालन नहीं होने दिया जाएगा। ऐसे ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। - विनय कुमार शाही, यातायात निरीक्षक

परिणाम:
- यातायात जाम: ई-रिक्शा के अवैध संचालन से यातायात जाम की समस्या बढ़ रही है।
- दुर्घटना का खतरा: अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शा दुर्घटना का कारण बन सकते हैं।
- कानून व्यवस्था की चुनौती: यह कानून व्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती है।
- व्यापारियों को परेशानी: व्यापारी इस समस्या से सबसे अधिक परेशान हैं क्योंकि इससे उनके व्यापार पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है।
समाधान:
कठोर कार्रवाई: पुलिस को अवैध ई-रिक्शा संचालन के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई: जो पुलिसकर्मी इस अवैध गतिविधि में शामिल हैं, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए।
जागरूकता अभियान: लोगों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ई-रिक्शा चालकों का प्रशिक्षण: ई-रिक्शा चालकों को यातायात नियमों के बारे में प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
नियमित निरीक्षण: यातायात पुलिस को नियमित रूप से निरीक्षण करना चाहिए।
कठोर कार्रवाई: पुलिस को अवैध ई-रिक्शा संचालन के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई: जो पुलिसकर्मी इस अवैध गतिविधि में शामिल हैं, उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जानी चाहिए।
जागरूकता अभियान: लोगों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।
ई-रिक्शा चालकों का प्रशिक्षण: ई-रिक्शा चालकों को यातायात नियमों के बारे में प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
नियमित निरीक्षण: यातायात पुलिस को नियमित रूप से निरीक्षण करना चाहिए।
यह एक गंभीर समस्या है जिसके समाधान के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा।