मेरठ: महिला अधिकारी से परेशान RAF जवान ने की आत्महत्या, पत्नी और बेटी के साथ खाया जहर; बेटी बोली-मेरे पिता का गलत इस्तेमाल किया
मेरठ में एक आरएएफ जवान ने अपनी पत्नी और बेटी के साथ जहर खा लिया। जवान की मौत हो गई है, जबकि पत्नी और बेटी का इलाज चल रहा है। जवान की बेटी ने आरोप लगाया है कि उसके पिता को उनकी यूनिट की एक महिला अधिकारी द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था
Feb 17, 2025, 00:00 IST
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मेरठ में रविवार को एक आरएएफ जवान, उसकी पत्नी और बेटी ने एक साथ जहर खा लिया। वजह यह थी कि वह एक महिला आरएएफ अधिकारी की प्रताड़ना से परेशान था। जवान की मौत हो गई है, जबकि उसकी पत्नी की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों के मुताबिक लड़की की हालत ठीक है। यह मामला कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र का है। READ ALSO:-मेरठ : DM-SSP ने रेलवे स्टेशनों का किया निरीक्षण, दिल्ली हादसे के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा, सुरक्षा व्यवस्थाओं का भी लिया जायजा
सूचना मिलने पर पुलिस आनंद अस्पताल पहुंच गई। जवान के परिजन भी आने लगे हैं। बेटी ने अपने पिता के हेड कोच पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
बेटी बोली-एक महिला अधिकारी पापा को परेशान करती थी
अस्पताल में भर्ती बेटी नव्या ने कहा- मेरे पापा केशपाल और मां प्रियंका देवी हैं। पापा आरएएफ में जवान हैं। मेरे पापा पर एक महिला अधिकारी है जो उन्हें बहुत प्रताड़ित करती है। उसने मेरे पापा का गलत इस्तेमाल किया। उसने उनके साथ कई और लोगों को भी नौकरी से निकलवाया।
अस्पताल में भर्ती बेटी नव्या ने कहा- मेरे पापा केशपाल और मां प्रियंका देवी हैं। पापा आरएएफ में जवान हैं। मेरे पापा पर एक महिला अधिकारी है जो उन्हें बहुत प्रताड़ित करती है। उसने मेरे पापा का गलत इस्तेमाल किया। उसने उनके साथ कई और लोगों को भी नौकरी से निकलवाया।
उसने मेरे पापा को आत्महत्या के लिए मजबूर किया
वह मेरे पापा को धमकी दे रही थी कि तुम्हारी बेटी को 36 घंटे के लिए जेल में डलवा दूंगी। तुम भी जेल में सड़ोगे। तुम सब जेल में सड़ोगे, कहीं नहीं बचोगे। तुम्हारी स्कूटी और घर सब लूट लिए जाएंगे। तुम गरीब हो जाओगे, तुम्हारे पास कुछ नहीं बचेगा।
वह मेरे पापा को धमकी दे रही थी कि तुम्हारी बेटी को 36 घंटे के लिए जेल में डलवा दूंगी। तुम भी जेल में सड़ोगे। तुम सब जेल में सड़ोगे, कहीं नहीं बचोगे। तुम्हारी स्कूटी और घर सब लूट लिए जाएंगे। तुम गरीब हो जाओगे, तुम्हारे पास कुछ नहीं बचेगा।
आरएएफ जवान केशपाल के बड़े भाई नेशपाल भी मेरठ पहुंचे। उन्होंने बताया- मेरा भाई केशपाल अपनी पत्नी प्रियंका, बेटी नव्या और छोटे बेटे किट्टू के साथ कंकरखेड़ा के गणपति विहार में रहता था।
मैं अपने परिवार के साथ गांव में रहता हूं, वहीं खेती करता हूं। सुबह करीब साढ़े नौ बजे भाई का फोन आया कि हम तीनों ने जहर खा लिया है, अब हम नहीं बचेंगे। तुम मेरे छोटे बेटे किट्टू का ख्याल रखना, उसकी परवरिश करना।
उसे आज ही वापस ड्यूटी पर जाना था
नेशपाल ने कहा- पहले मेरा भाई यहीं आरएएफ मेरठ में तैनात था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह अंबाला में तैनात था। भाई अंबाला से ही आया था, आज उसे वापस ड्यूटी पर जाना था।
नेशपाल ने कहा- पहले मेरा भाई यहीं आरएएफ मेरठ में तैनात था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से वह अंबाला में तैनात था। भाई अंबाला से ही आया था, आज उसे वापस ड्यूटी पर जाना था।
सुबह पता नहीं क्या हुआ कि ड्यूटी पर जाने की बजाय उसने यह गलत कदम उठा लिया। भाई ने कहा कि कोई घरेलू झगड़ा नहीं था। यह उसके ऑफिस स्टाफ का कुछ मामला था।
केशपाल ने बताया- केशपाल ने पिछली बार कहा था कि उसने कुछ गलत नहीं किया। हम दो ही भाई थे। मैं मजदूर हूं, मेरा भाई भी चला गया। वह ड्यूटी करके अपना परिवार चला रहा था। मैं गांव में खेती करता था। वह बार-बार यही कहता रहा कि वह गलत नहीं है।
जवान केशपाल और उसके परिवार को जब कैलाश अस्पताल लाया गया तो यहां कहा गया कि आईसीयू में बेड खाली नहीं है। उन्हें भर्ती नहीं किया जा सकता। इसके बाद भाई उसी हालत में कार चलाकर आनंद अस्पताल पहुंचा। यहां तीनों को भर्ती किया गया। लेकिन, डॉक्टरों ने भाई को मृत घोषित कर दिया। उसकी बेटी और पत्नी अभी भी गंभीर हालत में भर्ती हैं।