मेरठ : सात दिन तक इन वाहनों की एंट्री पर यातायात पुलिस ने लगाई रोक, सुबह 8 से रात 8 बजे तक रहेगा रूट डायवर्जन

मेरठ के शताब्दी नगर में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा शिव महापुराण कथा का 15 से 21 दिसंबर तक आयोजन किया जाएगा। भीड़ को देखते हुए शॉप्रिक्स मॉल से परतापुर इंटरचेंज तक भारी वाहनों पर रोक लगा दी गई है। वहीं, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर गड्ढे, अवैध कट और लाइटों की कमी हादसों को न्योता दे रही है। स्थानीय लोग सुधार की मांग कर रहे हैं, लेकिन एनएचएआई उदासीन है।
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Route diversion
मेरठ के शताब्दी नगर में प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्र सात दिनों तक शिव महापुराण सुनाएंगे। शिव महापुराण में शामिल होने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए ट्रैफिक पुलिस ने शाप्रिक्स मॉल से परतापुर इंटरचेंज तक भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। READ ALSO:-UP : संभल में 46 साल बाद खुला हनुमान-शिव मंदिर, मंदिर और मूर्ति की सफाई की; गूंजे जय श्री राम-हनुमान के जयकारे

 

परतापुर के शताब्दी नगर स्थित अध्ययन स्कूल में 15 से 21 दिसंबर तक शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जाएगा। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्र ने बताया कि इन सात दिनों तक यातायात व्यवस्था सुचारू रखने के लिए रूट डायवर्ट किया गया है। यह रूट डायवर्जन 15 से 21 दिसंबर तक प्रतिदिन सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक लागू रहेगा। 

 

यह रहेगी पुलिस की ट्रैफिक व्यवस्था हापुड़ की ओर से आने वाले भारी वाहन खरखौदा तिराहा से मोहिउद्दीनपुर और दिल्ली-देहरादून हाईवे से बागपत रोड फ्लाईओवर होते हुए ट्रांसपोर्ट नगर आ सकेंगे। ट्रांसपोर्ट नगर और शहर की ओर से आने वाले भारी वाहन शाप्रिक्स मॉल से बिजली बंबा बाईपास होते हुए हापुड़ रोड जा सकेंगे। परतापुर इंटरचेंज से शॉप्रिक्स मॉल और शॉप्रिक्स मॉल से परतापुर इंटरचेंज की ओर कोई भी भारी वाहन नहीं जा सकेगा।

 

गलत दिशा में दौड़ रहे वाहन हादसों को न्योता
दूसरी ओर, मेरठ-बुलंदशहर हाईवे पर जगह-जगह लगाई गई स्क्रीन बंद हैं। वाहन गलत दिशा में दौड़ रहे हैं। अवैध कट और टूटी सड़कें हादसों को न्योता दे रही हैं। शुक्रवार देर रात दैनिक जागरण ने पड़ताल की तो मेरठ से बुलंदशहर जाने वाले हाईवे का हाल भी कुछ ऐसा ही मिला।

 

रात में लाइटों का कोई इंतजाम नहीं है। कोहरे में बचाव के लिए कोई इंतजाम नहीं है। कुछ जगहों पर रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं। इतना सब होने के बाद भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारी कोई कदम नहीं उठा रहे हैं। ऐसे में यहां कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।

 

यहां कई गहरे गड्ढे हैं, मेरठ में इस हाईवे की दूरी करीब 15 किमी है। मेरठ डंपिंग ग्राउंड से धीरखेड़ा तक जिले की सीमा है। बिजली बंबा पुलिस चौकी से सड़क शुरू होते ही गड्ढे हो गए हैं। वाहनों को वहां रेंगकर चलना पड़ता है।

 

बिजौली, धनौता, नालपुर और कबट्टा में अवैध कट हैं। अवैध कटों पर रिफ्लेक्टर लगाए जाएं। इन अवैध कटों पर रिफ्लेक्टर पट्टी लगाई जाए, ताकि वाहन चालक दूर से ही सिग्नल देख सकें। स्थानीय लोगों का कहना है कि कोहरा पड़ने के बाद भी स्ट्रीट लाइटें देर रात जलती हैं और सुबह जल्दी बंद हो जाती हैं।

 

हाईवे पर दस से ज्यादा ब्लैक स्पॉट हैं। अगर यहां कोई हादसा हो जाए तो घायलों का बचना मुश्किल है। इनमें बिजौली, नालपुर, कबट्टा कट, फफूंडा तिराहा समेत कई अन्य स्थान शामिल हैं।
SONU

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