मेरठ: घर के आंगन में 'आग का बवंडर', EV स्कूटी की चार्जिंग बनी आफत; एक ही परिवार के 5 सदस्य झुलसे!
लिसाड़ी गेट की गोल्डन कॉलोनी में भीषण हादसा, पत्नी और बेटी की हालत नाजुक; पड़ोसियों ने बचाई जान
Updated: May 2, 2025, 18:37 IST
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मेरठ - शहर के लिसाड़ी गेट क्षेत्र में न्यू ईदगाह के पास स्थित गोल्डन कॉलोनी गुरुवार देर रात एक भीषण अग्निकांड का शिकार हो गई। एक इलेक्ट्रिक स्कूटी को चार्जिंग पर लगाना एक परिवार के लिए जानलेवा साबित हुआ, जब चार्जिंग के दौरान स्कूटी में अचानक धमाके के साथ आग लग गई। आग इतनी भयावह थी कि इसने देखते ही देखते पूरे घर और पास खड़ी एक पेट्रोल की स्कूटी को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस दुखद घटना में गृह स्वामी सहित परिवार के पांच सदस्य गंभीर रूप से झुलस गए।READ ALSO:-विवाद का कारण: मेरठ में लाइनमैन ने काट दी गांव की बिजली, नौकरी गई
गोल्डन कॉलोनी निवासी शहजाद ने गुरुवार शाम अपनी इलेक्ट्रिक स्कूटी को घर के अंदर चार्जिंग पर लगाया था। दुर्भाग्यवश, उसी के बगल में उनकी एक पेट्रोल की स्कूटी भी खड़ी थी। रात लगभग एक बजे, जब अधिकांश लोग सो रहे थे, इलेक्ट्रिक स्कूटी की बैटरी में अचानक एक तेज धमाका हुआ और उसमें आग लग गई। धमाके की आवाज और आग की लपटों से परिवार में दहशत फैल गई।
इलेक्ट्रिक स्कूटी की आग ने तुरंत पास खड़ी पेट्रोल की स्कूटी को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे आग और तेजी से भड़की और भीषण रूप धारण कर लिया। आग की लपटें तेजी से घर के अलग-अलग हिस्सों में फैलने लगीं, जिससे अंदर मौजूद लोग फंस गए।
घर में मौजूद शहजाद, उनकी पत्नी रईशा, 16 वर्षीय बेटी रानू, 14 वर्षीय बेटा उमर और 13 वर्षीय बेटा साद इस अचानक लगी आग की चपेट में आ गए और बुरी तरह से झुलस गए। उनकी चीख-पुकार सुनकर आसपास के पड़ोसी तुरंत हरकत में आए। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए आग पर काबू पाने का प्रयास किया और किसी तरह झुलसे हुए परिवार के सदस्यों को घर से बाहर सुरक्षित निकाला।
तत्काल सभी घायलों को इलाज के लिए हापुड़ रोड पर स्थित आरएम हास्पिटल ले जाया गया और भर्ती कराया गया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, आग में झुलसी पत्नी रईशा और उनकी बेटी रानू की हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है। गृह स्वामी शहजाद और उनके दोनों बेटे उमर व साद का भी अस्पताल में उपचार चल रहा है, लेकिन वे भी काफी झुलस गए हैं।
यह घटना इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी सुरक्षा और चार्जिंग के समय बरती जाने वाली सावधानियों पर गंभीर चिंताएं पैदा करती है। दुखद पहलू यह भी रहा कि जब इस घटना के बारे में लिसाड़ी गेट थाना पुलिस से संपर्क किया गया, तो उन्होंने बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है।
इस तरह के हादसे इलेक्ट्रिक वाहन उपयोगकर्ताओं के लिए एक सबक हैं कि चार्जिंग हमेशा सुरक्षित स्थान पर और निर्माता द्वारा सुझाए गए दिशानिर्देशों के अनुसार ही की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।
