मेरठ से प्रयागराज केवल 6 घंटे में, मई में शुरू होगा उत्तर प्रदेश का ये नया एक्सप्रेसवे; जानिए पूरी डिटेल

उत्तर प्रदेश के लोगों को जल्द ही एक नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने वाली है। 594 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने से मेरठ और प्रयागराज के बीच का सफर आधा रह जाएगा। आइए जानते हैं नए एक्सप्रेसवे के बारे में विस्तार से।
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Ganga expressway
उत्तर प्रदेश को बहुत जल्द एक नए एक्सप्रेसवे की सौगात मिलने जा रही है। मेरठ और प्रयागराज के बीच जल्द ही गंगा एक्सप्रेसवे शुरू होगा। इसके बनने से दोनों जिलों के बीच 12 घंटे का सफर घटकर 6 घंटे का रह जाएगा। इस रूट की कुल लंबाई 594 किलोमीटर होगी। यह प्रोजेक्ट यात्रियों के लिए गेम चेंजर साबित होगा। इससे कई जिलों के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी। यह एक्सप्रेसवे मेरठ में नेशनल हाईवे-334 को नेशनल हाईवे-2 से जोड़ेगा।READ ALSO:-बिजनौर : धामपुर में श्री श्री 108 पाँव दास जी की समाधि पर 252वां वार्षिक भंडारा एवं मेले का भव्य आयोजन

 

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक, यह एक्सप्रेसवे मेरठ जिले के बिजौली गांव से शुरू होगा, जो प्रयागराज जिले के जूडापुर दांडू गांव तक जाएगा। मेरठ से शुरू होकर यह एक्सप्रेसवे संभल, बदायूं, तिलहर, उन्नाव, रायबरेली, हापुड़, चंदौसी, स्याना होते हुए प्रयागराज तक जाएगा। यह रूट सिक्स लेन का है, जिसके मई तक शुरू होने की संभावना है। इसका फायदा उत्तर प्रदेश में सफर करने वाले यात्रियों को मिलेगा। गंगा एक्सप्रेसवे को पर्यटन के लिहाज से भी बेहतर माना जाता है।

 


उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPEIDA) के सूत्रों के अनुसार, इस एक्सप्रेसवे का काम मई तक पूरा हो जाएगा। एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही एजेंसी आईटीडी सीमेंटेशन के अधिकारियों के अनुसार, अधिकांश स्थानों पर काम पूरा हो चुका है। रायबरेली जिले के अलावा प्रयागराज और प्रतापगढ़ जिलों में मिट्टी की कमी के कारण काम में कुछ देरी हुई थी। पिछले साल बारिश के कारण भी काम में दिक्कतें आई थीं। इसके बाद दिसंबर 2024 में काम में तेजी लाई गई।

 

30 जिलों से गुजरेंगे 3 एक्सप्रेसवे
UPEIDA सूत्रों के अनुसार, योगी आदित्यनाथ सरकार यूपी में कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। सरकार ने 3 और नए एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बनाई है। इनमें विंध्य-पूर्वांचल लिंक एक्सप्रेसवे, विंध्य एक्सप्रेसवे और लखनऊ लिंक एक्सप्रेसवे शामिल हैं। तीनों एक्सप्रेसवे के निर्माण के बाद यूपी के करीब 30 जिलों में कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी।

 SONU

तीनों एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए अगले महीने कंसल्टेंट कंपनी का चयन करने की तैयारी कर ली गई है। यह कंसल्टेंट कंपनी मार्ग के सर्वेक्षण का काम करेगी। इसके बाद भूमि अधिग्रहण का काम शुरू किया जाएगा। मार्ग निर्धारित होने और भूमि अधिग्रहण के बाद योजना शुरू करने के लिए डेवलपर का चयन किया जाएगा। इसके बाद ही एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू होगा।

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