मेरठ : शहर से बाहर शिफ्ट होगा ये रोडवेज बस स्टैंड, जमीन का किया जा रहा अधिग्रहण; ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत

मेरठ शहर में जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए भैंसाली रोडवेज बस स्टेशन को शहर से बाहर दो स्थानों पर शिफ्ट किया जाएगा। भूड़बराल और मोदीपुरम में बनने वाले इन बस स्टेशनों के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जिला प्रशासन तहसील और एनसीआरटीसी (NCRTC) की टीम द्वारा संयुक्त पैमाइश सर्वे पूरा कर लिया गया है।
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MEERUT Bhainsali Roadways bus station
मेरठ शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए तमाम उपायों पर काम किया जा रहा है। रिंग रोड बनाने के प्रयासों के साथ ही भैंसाली रोडवेज बस अड्डे को शहर से बाहर दो स्थानों पर शिफ्ट करने के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। अधिग्रहण की यह प्रक्रिया अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। READ ALSO:-मेरठ : शब-ए-बारात पर आज भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित, स्टंटबाजों पर पुलिस की नजर

 

दोनों स्थानों पर जिला प्रशासन, तहसील और एनसीआरटीसी की टीम द्वारा संयुक्त पैमाइश सर्वे पूरा कर लिया गया है। अब जिला प्रशासन इसका अंतिम परीक्षण कर रहा है। माना जा रहा है कि करीब एक सप्ताह में यह काम पूरा हो जाएगा और जमीन मालिकों को दी जाने वाली राशि का आकलन कर अवार्ड घोषित कर दिया जाएगा। 

 

400 से अधिक बसें शहर से बाहर की जाएंगी 
वर्ष 2021 में महानगर का मास्टर प्लान तैयार किया गया था। उसी में शहर के भीतर संचालित निजी और रोडवेज बस अड्डों को शहर से बाहर शिफ्ट करने का निर्णय लिया गया था। मास्टर प्लान में इनके लिए जमीन भी चिह्नित की गई थी। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है, ताकि रोजाना शहर में प्रवेश करने वाली दूसरे राज्यों और जिलों की 400 से अधिक बसों को बाहर से निकाला जाए। 

 

सबसे पहले भैंसाली बस अड्डे को शहर से बाहर शिफ्ट करने की योजना है। इस स्टेशन को दो भागों में बांटकर भूड़बराल और मोदीपुरम में शिफ्ट किया जाएगा।

 

बस स्टेशनों के लिए 39,930 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण
दोनों बस स्टेशनों के लिए चार गांवों की कुल 39,930 वर्ग मीटर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। भूड़बराल में 28,082 वर्ग मीटर भूमि पर बस स्टेशन बनाया जाएगा, जबकि मोदीपुरम में 11,848 वर्ग मीटर भूमि पर बस स्टेशन बनाया जाएगा। भूड़बराल बस स्टेशन के लिए भूड़बराल गांव की 9 खसरा भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है, जबकि मोदीपुरम में सिवाया, पल्हैरा और दुल्हैरा गांवों की कुल 13 खसरा भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा।

 

संयुक्त सर्वेक्षण रिपोर्ट का परीक्षण किया जा रहा है
बस स्टेशनों के लिए भूमि अधिग्रहण का खर्च एनसीआरटीसी (National Capital Region Transport Corporation) वहन करेगा, जो रैपिड रेल का निर्माण कर रहा है। इस अधिग्रहण के लिए सभी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद जिला प्रशासन, तहसील और एनसीआरटीसी की टीम द्वारा संयुक्त पैमाइश सर्वे किया जा चुका है। 

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इस रिपोर्ट का परीक्षण एडीएम भूमि अधिग्रहण द्वारा किया जा रहा है। दावा है कि एक सप्ताह में यह कार्य कर लिया जाएगा और अधिग्रहण की अंतिम घोषणा कर दी जाएगी। इसके साथ ही भूमि स्वामियों को दी जाने वाली धनराशि का अवार्ड भी घोषित कर दिया जाएगा। भुगतान करने के बाद भूमि को अपने कब्जे में लेकर एनसीआरटीसी को सौंप दिया जाएगा। 

 

जहां बस स्टेशन का निर्माण कराया जाएगा। शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए बस स्टेशनों को बाहर शिफ्ट करना जरूरी है। भैंसाली बस स्टेशन के लिए जल्द ही भूमि उपलब्ध हो जाएगी। अन्य बस स्टेशनों के लिए भी जल्द ही योजना तैयार की जाएगी।

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