मेरठ: कस्तूरबा गांधी स्कूल से छठी की छात्रा के अचानक गायब होने से मचा हड़कंप! सांसें थमीं, फिर मिली राहत की खबर, जानें पूरा मामला
सिर्फ दो दिन पहले ही लिया था दाखिला, बहन से पुलिस ने की पूछताछ, पिछली घटना को लेकर भी उठे सवाल, सुरक्षा व्यवस्था पर फिर उंगली
May 14, 2025, 16:38 IST
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मेरठ, मवाना: सोमवार का दिन मवाना थाना क्षेत्र में स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय के लिए उस समय चिंता और घबराहट भरा हो गया, जब स्कूल प्रबंधन को पता चला कि कक्षा छठवीं की एक मासूम छात्रा अचानक परिसर से गायब हो गई है। इस खबर से स्कूल स्टाफ से लेकर स्थानीय प्रशासन तक में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में छात्रा की तलाश शुरू की गई, और गनीमत रही कि कुछ ही घंटों बाद उसे सकुशल ढूंढ लिया गया।READ ALSO:-📚 क्रांति कारी कदम! यूपी के मदरसों में अब कुरान के साथ साइंस और मैथ्स भी ज़रूरी, आधुनिक ज्ञान से रोशन होगा छात्रों का मुस्तकबिल!
स्कूल से अचानक गायब हुई मासूम:
लापता हुई छात्रा की पहचान अनुराधा के रूप में हुई है, जो हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के बस्तौरा नारंग गांव की रहने वाली है। बताया गया कि अनुराधा ने इस आवासीय विद्यालय में दाखिला लेने के सिर्फ दो दिन बाद ही यह घटना हुई। सोमवार दोपहर लगभग 12 बजे स्कूल प्रशासन ने पाया कि अनुराधा अपने कमरे और स्कूल परिसर से नदारद है।
हड़कंप और तुरंत तलाश:
छात्रा के गायब होने की सूचना मिलते ही स्कूल में अफरा-तफरी मच गई। प्रबंधन ने तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस भी बिना देर किए हरकत में आई और छात्रा की तलाश में जुट गई। स्कूल के आसपास और संभावित ठिकानों पर खोजबीन शुरू की गई।
दो दिन पहले ही लिया था दाखिला:
यह तथ्य कि छात्रा ने मात्र दो दिन पहले ही स्कूल जॉइन किया था, मामले को और अधिक गंभीर बना रहा था। एक नई बच्ची का इस तरह अचानक गायब हो जाना कई सवाल खड़े कर रहा था। अनुराधा की बड़ी बहन दीपिका भी इसी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ती है।
बहन से पूछताछ और उसका दर्द:
पुलिस ने मामले की जानकारी के लिए अनुराधा की बड़ी बहन दीपिका से भी पूछताछ की। दीपिका अपनी छोटी बहन के गायब होने से बेहद परेशान थी। उसने पुलिस को बताया कि उसे बिल्कुल नहीं पता कि अनुराधा कहां चली गई है या उसे कौन ले गया है। उसने रोते हुए पुलिस से अपनी छोटी बहन को जल्द से जल्द ढूंढ निकालने की गुहार लगाई। उसकी बातों से यह साफ था कि उसे घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।
सीडीओ ने दी राहत भरी खबर:
जब हर तरफ चिंता का माहौल था, तभी मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) नुपूर गोयल की ओर से एक राहत भरी खबर आई। उन्होंने बताया कि गायब हुई छात्रा अनुराधा मिल गई है। सीडीओ ने स्पष्ट किया कि छात्रा स्वयं ही स्कूल से अपने घर चली गई थी और उसे उसके घर से सकुशल बरामद कर लिया गया है।
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था:
हालांकि, छात्रा के सकुशल मिल जाने से सबने राहत की सांस ली है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर आवासीय विद्यालय की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर एक छात्रा इतनी आसानी से स्कूल परिसर से बाहर कैसे निकल गई और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी? यह घटना सुरक्षा प्रोटोकॉल में खामियों को उजागर करती है।
पिछली घटना की भी चर्चा:
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की घटना कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में हुई है। लगभग एक महीने पहले ही, भूनी गांव में स्थित इसी तरह के एक आवासीय विद्यालय से तीन छात्राएं भाग गई थीं, जिन्हें बाद में उनके परिजनों के पास से बरामद किया गया था। ये घटनाएं दिखाती हैं कि इन आवासीय स्कूलों की सुरक्षा और बच्चों की निगरानी व्यवस्था को और अधिक पुख्ता करने की सख्त ज़रूरत है।
आगे क्या होगी कार्रवाई?
छात्रा के मिल जाने के बाद अब पुलिस और प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि अनुराधा किन परिस्थितियों में स्कूल से निकली और कैसे अपने घर पहुंची। यह पता लगाया जाएगा कि इसमें किसी की लापरवाही थी या छात्रा स्वयं किसी कारण से घर गई थी। इस जांच का उद्देश्य भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकना और आवासीय विद्यालयों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। उम्मीद है कि इस घटना से सबक लेते हुए अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर ज़रूरी कदम उठाएंगे।
