मेरठ: IAS बनने का सपना टूटा, गंगानगर स्थित ग्रेटर गंगा कॉलोनी में रिटायर्ड DGM की बेटी ने की खुदकुशी; चार दिन बाद पंखे से लटका मिला शव
गंगानगर थाना क्षेत्र स्थित ग्रेटर गंगा कॉलोनी में एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। रिटायर्ड BSNL DGM कांता प्रसाद शुक्ला की बेटी प्रियंका शुक्ला (40) ने यूपीएससी परीक्षा में बार-बार असफल होने के बाद आत्महत्या कर ली। प्रियंका ने अंग्रेजी में सुसाइड नोट लिखकर खुदकुशी की, जिसमें उसने खुद को ही अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है।
Apr 26, 2025, 13:01 IST
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मेरठ: बीएसएनएल के एक रिटायर्ड डिप्टी जनरल मैनेजर (DGM) की बेटी ने मेरठ के गंगानगर इलाके में स्थित अपने घर पर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि युवती संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा पास नहीं कर पाई थी, जिससे वह गहरे तनाव में थी। यह दुखद घटना उसकी मृत्यु के चार दिन बाद तब सामने आई जब घर से तेज बदबू आने पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी।READ ALSO:-पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में फूटा जन आक्रोश, मेरठ में आज 'संपूर्ण बंद', बाजार से क्लीनिक, स्कूल, पेट्रोल पंप तक सब बंद
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला है जो अंग्रेजी में लिखा गया है। 40 वर्षीय मृतक युवती, जिसकी पहचान प्रियंका के रूप में हुई है, द्वारा कथित तौर पर छोड़े गए इस नोट में लिखा है: "मेरी जिंदगी नॉर्मल है। मैंने अपनी जिंदगी में कुछ खास नहीं किया। मैं नौकरी के लिए अयोग्य हूं। मैं अपनी मर्जी से फांसी लगा रही हूं। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है।"
प्रियंका प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में शामिल होने की तैयारी कर रही थी और पिछले कई सालों से इस परीक्षा के लिए प्रयासरत थी। उसने सिविल सेवा परीक्षा के चार प्रयास दिए थे। हाल ही में हुए UPSC परीक्षा के परिणाम उसके शव की खोज से ठीक चार दिन पहले घोषित हुए थे।
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार, संदेह है कि प्रियंका ने 22 अप्रैल को ही आत्महत्या कर ली थी, जिस दिन UPSC के परिणाम घोषित हुए थे। परीक्षा में सफलता न मिलने के कारण वह तनाव में आ गई थी। उसका शव चार दिनों तक बिना किसी जानकारी के घर में ही पड़ा रहा, जिससे शव सड़ने लगा था।
यह घटना गंगानगर थाना क्षेत्र के ग्रेटर गंगा कॉलोनी स्थित उनके आवास पर हुई। प्रियंका के माता-पिता, कांता प्रसाद शुक्ला (रिटायर्ड बीएसएनएल DGM) और उनकी पत्नी, जो मूल रूप से महोबा के रहने वाले हैं, कथित तौर पर 12 अप्रैल को महोबा गए हुए थे, जिसके बाद से प्रियंका घर में अकेली थी। प्रियंका अविवाहित थी, जबकि उसके दो विवाहित भाई गुड़गांव और पुणे में नौकरी करते हैं।
पड़ोसियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने प्रियंका को पिछले दो-तीन दिनों से नहीं देखा था। शुक्रवार शाम (संभवतः 26 अप्रैल), एक पड़ोसी ने सब्जी लेने जाते समय घर से आ रही तेज बदबू को महसूस किया और तुरंत कांता प्रसाद तथा पुलिस को इसकी सूचना दी।
सूचना मिलने पर गंगानगर पुलिस शुक्रवार रात करीब 9 बजे मौके पर पहुंची। घर का दरवाजा अंदर से बंद होने और कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर पुलिस को कमरे का दरवाजा तोड़ना पड़ा। अंदर प्रियंका का शव पंखे से लटका हुआ मिला। मौके से अंग्रेजी में लिखा सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। पुलिस का प्रारंभिक निष्कर्ष यही है कि चार प्रयासों के बाद भी महत्वपूर्ण परीक्षा में असफल होने के तनाव ने प्रियंका को इतना बड़ा और चरम कदम उठाने के लिए विवश कर दिया।
