मेरठ के छात्रों ने सीखी 'जीवन बचाने की कला': समर कैंप से पहले मिला CPR का ऑनलाइन प्रशिक्षण!
हीटवेव से बचाव के उपाय भी बताए गए, स्कूलों में बनेंगे ORS कॉर्नर; DM और CMO ने किया मार्गदर्शन
May 25, 2025, 17:16 IST
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मेरठ: गर्मी के मौसम और समर कैंप से पहले, मेरठ के छात्र-छात्राओं और अध्यापकों को जीवन रक्षक सीपीआर (CPR) तकनीक का ऑनलाइन प्रशिक्षण दिया गया। जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह के निर्देशन में आयोजित इस विशेष सत्र में, मुख्यमंत्री चिकित्सा अधिकारी (CMO) डॉ. अशोक कटारिया और जिला विद्यालय निरीक्षक सहित सभी स्कूलों के प्रिंसिपल ने हिस्सा लिया। इसका उद्देश्य बच्चों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना और आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार करना है।READ ALSO:-रोंगटे खड़े कर देगा 'गोल्ड ऑपरेशन': मुरादाबाद में पुलिस ने बचाया, वरना पेट चीरकर सोना निकालते बदमाश! कंडोम में भरकर एनस में इंसर्ट किया 1kg गोल्ड
105 से अधिक प्रधानाचार्यों और अध्यापकों ने लिया भाग
इस ऑनलाइन प्रशिक्षण में जिला विद्यालय निरीक्षक के मार्गदर्शन में 105 से अधिक प्रधानाचार्यों और अध्यापकों ने भाग लिया। जिला आपदा नोडल अधिकारी डॉ. अंकुर त्यागी ने सभी को हीटवेव (लू) से बचने के प्रभावी तरीके बताए और ओआरएस कॉर्नर के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने 'आरोग्य और आपदा मित्र' की नई पहल के बारे में भी अध्यापकों को जागरूक किया और उनसे आग्रह किया कि स्कूलों में हीटवेव से बचाव के लिए फर्स्टएड और ओआरएस कॉर्नर ज़रूर बनाएं।
स्कूलों में बनेंगे ORS कॉर्नर, CPR का महत्व बताया
प्रशिक्षण के दौरान डॉ. रक्षित ने सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) के संबंध में विस्तृत जानकारी दी, जो किसी व्यक्ति की सांस या दिल की धड़कन रुकने पर जीवन बचाने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। जीआईसी के वाइस प्रिंसिपल डॉ. प्रशांत कुमार और समर कैंप में आए विद्यार्थी भी इस प्रशिक्षण में उपस्थित रहे। यह पहल सुनिश्चित करेगी कि स्कूल के बच्चे और स्टाफ दोनों ही आपात स्थितियों में सही प्रतिक्रिया दे सकें और छात्रों को स्वास्थ्य एवं फर्स्ट एड के प्रति जागरूक करें।
