मेरठ : शहर काजी प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन का निधन, सुबह सीने में दर्द के बाद अस्पताल में भर्ती कराया था
निश्चित रूप से, मेरठ शहर काजी प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन के निधन की खबर दुखद है। यहाँ इस खबर से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई है:
Mar 10, 2025, 16:42 IST
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मेरठ शहर काजी प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन का सोमवार सुबह निधन हो गया। सुबह सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। रविवार को उन्होंने होली के चलते समुदाय के लोगों से जुमे की नमाज दोपहर 2:30 बजे अदा करने की अपील की थी। READ ALSO:-मेरठ को जाम से मुक्ति दिलवाने के लिए क्या है योजना? मेरठ में मुख्यमंत्री योगी ने किए कई बड़े ऐलान
मेरठ शहर काजी प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन का निधन
मेरठ शहर के प्रतिष्ठित शहर काजी, प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन का सोमवार सुबह निधन हो गया। उन्हें सुबह सीने में दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
मेरठ शहर के प्रतिष्ठित शहर काजी, प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन का सोमवार सुबह निधन हो गया। उन्हें सुबह सीने में दर्द की शिकायत हुई, जिसके बाद उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
सामुदायिक अपील और अंतिम दिन
रविवार को, होली के त्योहार के मद्देनजर, प्रोफेसर साजिद्दीन ने समुदाय के लोगों से यह अपील की थी कि वे जुमे की नमाज दोपहर 2:30 बजे अदा करें। यह उनकी समुदाय के प्रति जिम्मेदारी और त्योहारों के सम्मान की भावना को दर्शाता है।
रविवार को, होली के त्योहार के मद्देनजर, प्रोफेसर साजिद्दीन ने समुदाय के लोगों से यह अपील की थी कि वे जुमे की नमाज दोपहर 2:30 बजे अदा करें। यह उनकी समुदाय के प्रति जिम्मेदारी और त्योहारों के सम्मान की भावना को दर्शाता है।
शोक और आवास पर जमावड़ा
जैसे ही प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन के निधन की खबर फैली, पुरानी तहसील थाना क्षेत्र स्थित उनके आवास पर शोक व्यक्त करने वालों और अंतिम दर्शन के लिए लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। यह उनकी लोकप्रियता और समुदाय में उनके सम्मान को दर्शाता है।
जैसे ही प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन के निधन की खबर फैली, पुरानी तहसील थाना क्षेत्र स्थित उनके आवास पर शोक व्यक्त करने वालों और अंतिम दर्शन के लिए लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। यह उनकी लोकप्रियता और समुदाय में उनके सम्मान को दर्शाता है।
प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन: एक संक्षिप्त परिचय
- पद: शहर काजी, मेरठ
- अध्यक्ष: मदरसा बोर्ड
- पुरस्कार: राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित
- शिक्षण: अलीगढ़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे।
पारिवारिक विरासत:
- पिता: काजी जैनुल आबिद्दीन, जो स्वयं शहर काजी थे।
- भाई: जैनुल रशीदुद्दीन, जो नायब शहर काजी हैं।
- परिवार: उनका एक बेटा है।
प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन का निधन मेरठ शहर के लिए एक बड़ी क्षति है। उन्होंने न केवल धार्मिक नेता के रूप में समुदाय का मार्गदर्शन किया बल्कि शिक्षा और सामाजिक कार्यों में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में और अलीगढ़ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित होना उनकी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान और योगदान का प्रमाण है। उनके परिवार की पीढ़ियों से शहर काजी की पदवी मेरठ में उनके गहरे जुड़ाव और समुदाय में उनके परिवार के सम्मान को दर्शाती है।
प्रोफेसर जैनुल साजिद्दीन के निधन से मेरठ ने एक महत्वपूर्ण व्यक्तित्व खो दिया है, जिनकी कमी हमेशा महसूस की जाएगी।