मेरठ: सौरभ हत्याकांड के आरोपी मुस्कान-साहिल की भावुक ऑनलाइन पेशी, सरकारी वकील पर अविश्वास जताते हुए मांगा प्राइवेट वकील
मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड में न्यायिक हिरासत में बंद साहिल और मुस्कान ने अदालत से मांग की है कि उन्हें निजी वकील रखने की इजाजत दी जाए, क्योंकि सरकारी वकील से उन्हें संतोष नहीं है। जेल प्रशासन ने इस अनुरोध को स्वीकार कर लिया है और दोनों को निजी वकील नियुक्त करने की प्रक्रिया की जानकारी दी जा रही है।
Apr 15, 2025, 21:20 IST
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मेरठ जिला जेल में बंद सौरभ हत्याकांड के चर्चित आरोपी साहिल और मुस्कान की मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दूसरी बार अदालत में पेशी हुई। इस दौरान दोनों एक-दूसरे को देखकर बेहद भावुक हो गए। उन्होंने अदालत और जेल प्रशासन के समक्ष सरकारी वकील पर भरोसा न होने की बात कहते हुए अपना मुकदमा लड़ने के लिए निजी वकील नियुक्त करने की इच्छा जाहिर की है। जेल प्रशासन ने उन्हें नियमानुसार इसकी अनुमति प्रदान कर दी है। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 28 अप्रैल की तिथि निर्धारित की है।READ ALSO:-फर्रुखाबाद में कथित 'लव जिहाद' को लेकर बवाल: लड़की को लेकर कोर्ट पहुंचा युवक, बीच रास्ते में मचा हंगामा
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में भावुक क्षण:
सुरक्षा कारणों और अदालती आदेशों के अनुपालन में, साहिल और मुस्कान की पेशी जेल परिसर से ही ऑनलाइन कराई जा रही है। मंगलवार, 15 अप्रैल को जब दोनों को उनकी बैरकों से निकालकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग रूम में लाया गया, तो वहां वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा व अन्य जेल अधिकारी पहले से मौजूद थे। कैमरे के सामने आते ही साहिल और मुस्कान ने एक-दूसरे को देखा और उनकी आंखें नम हो गईं। रिपोर्ट्स के अनुसार, मुस्कान ने इशारों के जरिए साहिल को अपनी गर्भावस्था के बारे में बताने का प्रयास किया। न्यायिक प्रक्रिया के तहत जज ने दोनों से उनका नाम पूछा और फिर अगली सुनवाई की तारीख 28 अप्रैल तय कर दी।
पेशी समाप्त होने पर मुस्कान ने साहिल से मिलने की इच्छा जताई और ड्यूटी पर तैनात वार्डन से अनुरोध किया कि उन्हें दो मिनट बात करने दी जाए, लेकिन सुरक्षा कारणों से उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी गई और दोनों को वापस उनकी बैरकों में भेज दिया गया।
सरकारी वकील से असंतुष्ट, निजी वकील की मांग:
पेशी के बाद दोनों ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक से मिलकर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वे अपने सरकारी वकील से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि वकील केवल एक बार ही उनसे मिलने जेल आए हैं। उन्होंने कहा, "हमें सरकारी वकील पर विश्वास नहीं है। हम अपना केस लड़ने के लिए अपना प्राइवेट वकील करना चाहते हैं।" इसके लिए उन्होंने जमानत दिए जाने का भी अनुरोध किया ताकि वे जेल से बाहर आकर अपने लिए बेहतर वकील की व्यवस्था कर सकें।
जेल प्रशासन की प्रतिक्रिया और मुस्कान की देखभाल:
वरिष्ठ जेल अधीक्षक डॉ. वीरेश राज शर्मा ने इस बात की पुष्टि की कि मुस्कान और साहिल ने निजी वकील करने का अनुरोध किया है। उन्होंने स्पष्ट किया, "जेल में बंद किसी भी विचाराधीन बंदी को अपना निजी वकील नियुक्त करने का पूरा अधिकार है। उन्हें इसकी प्रक्रिया के बारे में जानकारी दे दी गई है और वे इसके लिए स्वतंत्र हैं।"
डॉ. शर्मा ने यह भी बताया कि मुस्कान की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर है और गर्भावस्था को देखते हुए जेल के चिकित्सकों की देखरेख में उसे आवश्यक दवाएं और अतिरिक्त पौष्टिक आहार (जैसे केला, दूध आदि) नियमित रूप से दिया जा रहा है।
अगली सुनवाई:
गौरतलब है कि साहिल और मुस्कान को मेरठ के चर्चित सौरभ हत्याकांड के सिलसिले में 19 मार्च, 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। वे पिछले लगभग 28 दिनों से जेल में हैं, जहां मुस्कान को महिला बैरक और साहिल को पुरुष बैरक में रखा गया है। इससे पहले भी उनकी पहली ऑनलाइन पेशी के दौरान दोनों भावुक हो गए थे। अब मामले की अगली सुनवाई 28 अप्रैल, 2025 को होगी।
