मेरठ: सौरभ हत्याकांड के आरोपी साहिल ने जेल में अपने जटाधारी लुक को कहा अलविदा, अब अपनाया फौजी स्टाइल
जेल में बाल कटवाकर बदली पहचान, महिला बंदियों में मुस्कान को लेकर गुस्सा, दोनों पर कड़ी निगरानी
Updated: Mar 27, 2025, 12:22 IST
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सौरभ की बेरहमी से हत्या के मामले में सुर्खियों में आए आरोपी साहिल ने मेरठ जेल में पहुंचने के बाद अपना पुराना रूप पूरी तरह से बदल लिया है। वीडियो और तस्वीरों में मुस्कान के साथ नजर आने वाले जटा रूपी बालों की पोटली को उसने अब अलविदा कह दिया है। साहिल ने जेल में अब फौजी स्टाइल का छोटा हेयरकट करा लिया है।READ ALSO:-उत्तर प्रदेश: अलविदा जुमा, ईद और रामनवमी पर सुरक्षा चाक-चौबंद, मेरठ में सड़क पर नमाज पढ़ी तो होगी कड़ी कार्रवाई
जेल में दाखिल होते ही साहिल ने जेल अधिकारियों से अपने बाल कटवाने की इच्छा जताई थी। इसके बाद जेल प्रशासन ने तुरंत एक नाई को बुलाकर उसके बाल कटवा दिए। बाल और दाढ़ी कटवाने के बाद साहिल का वह आम पहचान वाला चेहरा अब पूरी तरह से बदल गया है। ऐसे में जेल से बाहर का कोई भी व्यक्ति शायद ही उसे पहचान पाए। जेल प्रशासन ने साहिल के बाल कटवाने और छोटे बाल रखने की पुष्टि की है। अधिकारियों का कहना है कि जेल में अनुशासन का हवाला दिए जाने पर उसने खुद ही अपने बाल कटवाने की इच्छा व्यक्त की थी।
सौरभ की हत्या के बाद साहिल और उसकी कथित प्रेमिका मुस्कान लगातार चर्चा में बने हुए हैं। आम लोग सोशल मीडिया पर उन्हें जमकर कोस रहे हैं। जेल की चारदीवारी के अंदर भी बंदियों का गुस्सा इन दोनों पर देखने को मिल रहा है। जेल सूत्रों की मानें तो मुस्कान को लेकर महिला बंदियों में खासा नाराजगी है। इसी वजह से उसे अन्य महिला बंदियों से अलग रखा गया है और कोई भी उससे बातचीत करने की कोशिश नहीं कर रहा है। मुस्कान अपनी बैरक से बाहर निकलने वाली महिला बंदियों को देखती रहती है और उसकी सुरक्षा के लिए दो महिला वार्डन को तैनात किया गया है।
साहिल की स्थिति भी कुछ ऐसी ही है। अन्य पुरुष बंदियों के गुस्से को देखते हुए जेल प्रशासन के लिए उसे सुरक्षित रखना एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। उसकी सुरक्षा में दो बंदी रक्षकों के अलावा एक लंबरदार (सजायाफ्ता कैदी जो सुरक्षा में जेल प्रशासन की मदद करते हैं) को भी लगाया गया है।
हालांकि जेल में बाल कटवाने के बाद साहिल की बाहरी पहचान बदल गई है, लेकिन उसकी बैरक में मौजूद हर कोई उसे जानता है। जेल अधिकारियों के सामने अब यह सवाल है कि दस दिन बीत जाने के बाद साहिल को किस बैरक में रखा जाए और उसे क्या काम सौंपा जाए। जेल अधिकारियों का कहना है कि बंदी की इच्छा के अनुसार उसे उसकी पसंद का काम दिया जा सकता है। जेल प्रशासन ने यह भी बताया कि नशा मुक्ति केंद्र में उपचार और काउंसलिंग के बाद साहिल और मुस्कान अब सामान्य स्थिति में आ गए हैं और अन्य बंदियों की तरह ही अपनी दिनचर्या बिता रहे हैं।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा ने बताया कि जेल में अब साहिल और मुस्कान दोनों की हालत ठीक है। उनमें नशे के जो लक्षण थे, वे अब समाप्त हो गए हैं। वे जेल की नियमित दिनचर्या के अनुसार काम कर रहे हैं और दोनों सामान्य जीवन जी रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बुधवार को साहिल की नानी पुष्पा देवी ने उनसे मुलाकात के लिए पर्ची लगाई थी और परिवार, अधिवक्ता और मित्र जेल मैनुअल के अनुसार उनसे मिल सकते हैं।
जेल अधीक्षक ने बताया कि नानी की मुलाकात करा दी गई है और मुस्कान के लिए अधिवक्ता की मांग का पत्र जिला विधिक प्राधिकरण को भेज दिया गया है। प्राधिकरण ही अधिवक्ता की नियुक्ति पर फैसला लेगा। उन्होंने कहा कि अभी दोनों को जेल में आए दस दिन पूरे नहीं हुए हैं। दस दिन बाद दोनों की बैरक बदली जाएगी और उसके बाद उन्हें काम पर लगाने का फैसला लिया जाएगा। उनसे उनकी पसंद का काम पूछा जाएगा और वही काम उन्हें दिया जाएगा। अभी उन्होंने कोई विशेष इच्छा जाहिर नहीं की है। जेल में अनुशासन के अनुसार बंदी को रहना होता है और इसी आधार पर उसके रहने और पहनावे पर फैसला लिया गया है। उसने खुद बाल कटवाने का आग्रह किया था, जिसके बाद उसके बाल कटवा दिए गए हैं। फिलहाल दोनों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।