नए कानून BNSS के लिए हाईटेक हुई मेरठ रेंज पुलिस, मिलेंगे टैबलेट और स्मार्टफोन
गिरफ्तारी से लेकर जांच तक आएगी तेजी, सबूतों को सुरक्षित रखने में मिलेगी मदद
Apr 6, 2025, 14:57 IST
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उत्तर प्रदेश पुलिस को नए कानून भारतीय न्याय संहिता (BNSS) के अनुसार आधुनिक बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बदलाव का उद्देश्य नए कानून और पुलिस के कामकाज को एक साथ लाना है, ताकि गिरफ्तारी से लेकर जांच तक की प्रक्रियाओं में तेजी लाई जा सके और सबूतों को सुरक्षित रखा जा सके। इस पहल की शुरुआत मेरठ रेंज के जिलों में स्मार्ट पुलिसिंग के माध्यम से की जा रही है। बुलंदशहर सहित मेरठ रेंज के सभी जिलों को आधुनिक और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से लैस किया जा रहा है।READ ALSO:-PM आवास योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा: सिविल इंजीनियर ने बिना वेरिफिकेशन अपलोड किए 1177 आवेदन, सेवा समाप्त, FIR दर्ज
नए कानून BNSS के लागू होने के बाद, पुलिस को ई-साक्ष्य ऐप पर सबूत अपलोड करने होंगे। इसके लिए मेरठ रेंज की पुलिस को डीजीपी मुख्यालय से 200 टैबलेट और 47 हैवी ड्यूटी प्रिंटर उपलब्ध कराए गए हैं। जनपदवार वितरण की बात करें तो मेरठ को 72 टैबलेट और 17 हैवी ड्यूटी प्रिंटर, बुलंदशहर को 61 टैबलेट और 16 हैवी ड्यूटी प्रिंटर, बागपत को 32 टैबलेट और 7 हैवी ड्यूटी प्रिंटर, तथा हापुड़ को 35 टैबलेट और 7 हैवी ड्यूटी प्रिंटर मिले हैं।
इसके अतिरिक्त, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर और हापुड़ पुलिस को कुल 2009 स्मार्टफोन भी प्रदान किए गए हैं। मेरठ पुलिस को 728, बुलंदशहर को 644, बागपत को 283 और हापुड़ को 354 स्मार्टफोन मिले हैं। सबूतों को सुरक्षित रखने और जांच में सहायता के लिए 930 पेनड्राइव, 93 पोर्टेबल हार्ड डिस्क, 47 फोरेंसिक किट बैग और जनपद स्तर की फोरेंसिक मोबाइल वैन के लिए लैपटॉप, स्मार्टफोन, DSLR कैमरा और मिनी रेफ्रिजरेटर भी दिए गए हैं।
डीआईजी कलानिधि नैथानी ने इस संबंध में बताया कि देश में लागू हुए नए कानून के अनुसार, ई-साक्ष्य ऐप पर सबूतों आदि को अपलोड करने में पुलिसकर्मियों को ये इलेक्ट्रॉनिक उपकरण काफी मददगार साबित होंगे। उन्होंने रेंज के सभी पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देने के भी निर्देश दिए हैं। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण मिलने से जांच की प्रक्रिया में तेजी आएगी, साक्ष्यों का वैज्ञानिक तरीके से संकलन किया जा सकेगा और उन्हें सुरक्षित रखने में भी मदद मिलेगी। इस आधुनिकीकरण से पुलिस की कार्यक्षमता और दक्षता में सुधार आने की उम्मीद है।
