मेरठ: शाही ईदगाह में नमाज से पहले फलस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन, शांति की अपील, वक्फ कानून के विरोध में काली पट्टी
बच्चों ने लहराए फलस्तीनी झंडे, केंद्र सरकार से युद्ध रोकने की मांग, ईद की नमाज शांतिपूर्वक संपन्न, कुछ नमाजियों ने किया बैरिकेडिंग का विरोध
Mar 31, 2025, 15:13 IST
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मेरठ की शाही ईदगाह में आज ईद उल फितर की नमाज अदा करने से पहले मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने फलस्तीन में शांति की स्थापना के लिए एक सांकेतिक प्रदर्शन किया। इस दौरान कुछ बच्चों ने फलस्तीन के झंडे वाले पोस्टर लहराए, जिन पर शांति का संदेश लिखा था। कुछ लोगों ने हृदय के आकार के कटआउट पर फलस्तीनी झंडे का रूप दिया था, जिस पर "नदी से लेकर सागर तक फलस्तीन आजाद होना चाहिए" जैसे नारे अंकित थे। ये प्रदर्शनकारी शांतिपूर्वक ईदगाह के बाहर और अंदर आने-जाने वाले लोगों को अपने संदेश दिखा रहे थे। उन्होंने ईदगाह के बाहर फलस्तीन का झंडा प्रदर्शित करते हुए केंद्र सरकार से इजराइल के साथ बातचीत कर युद्ध को समाप्त करने का आग्रह किया।READ ALSO:-मेरठ: सिवालखास में ईद की नमाज के बाद बवाल, दो पक्षों में जमकर मारपीट और पथराव, फायरिंग से मची दहशत, 3 गिरफ्तार
यासिर नामक एक युवक ने इस मौके पर कहा कि हर व्यक्ति को स्वतंत्रता से जीने का अधिकार है और भारत सरकार को इजराइल से बात करके वहां हो रहे हमलों को रोकना चाहिए। उन्होंने भारत की 'वसुधैव कुटुंबकम' की नीति का उल्लेख करते हुए कहा कि इजराइल के क्रूर हमलों का शिकार हो रही महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। यासिर ने अमेरिका की कथित दोहरी नीति की भी आलोचना की, जिसमें उसने यूक्रेन के मामले में मध्यस्थता की, लेकिन फलस्तीन पर चुप्पी साध रखी है। हालांकि, इस प्रदर्शन को लेकर एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने कहा कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नहीं है।
इसके बाद शाही ईदगाह में ईद उल फितर की नमाज शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण में अदा की गई। देवबंद से आए मौलाना वसीफ ने नमाज पढ़ाई और अपने खुतबे में ईद के महत्व और रमजान के महीने में की गई इबादत के फल के बारे में बताया। इससे पहले, शहर काजी डॉ. सालैकीन ने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और कहा कि वह अपने पिता जैनुस साजिद्दीन के पदचिह्नों पर चलते हुए समुदाय के कल्याण के लिए कार्य करेंगे। कारी शफीकुर्रहमान रहमान ने रमजान के दौरान बुराइयों से दूर रहने की सीख दी और कहा कि हमें पूरे साल इसी रास्ते पर चलना चाहिए।
नमाज के लिए ईदगाह जाने वाले रास्तों पर पुलिस ने कई जगह बैरिकेडिंग लगा रखी थी। नमाज शुरू होने से पहले पुलिस ने ईदगाह की ओर आ रहे कुछ लोगों को रोक दिया, जिस पर उन्होंने विरोध जताया। हालांकि, ईदगाह कमेटी ने तुरंत घोषणा की कि ईदगाह परिसर में अभी पर्याप्त जगह खाली है, जिसके बाद नमाजियों को अंदर जाने दिया गया और वे नारे लगाते हुए ईदगाह की ओर बढ़े।
इस बीच, कुछ नमाजी काली पट्टी बांधकर ईदगाह पहुंचे थे। ये लोग वक्फ कानून में किए गए संशोधन का विरोध कर रहे थे। नमाज संपन्न होने के बाद लोगों ने एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। शहर के खैर नगर, हौज खास, बालेमिया और लिसाड़ी रोड स्थित ईदगाहों पर भी ईद की नमाज शांति और भाईचारे के माहौल में अदा की गई।
