मेरठ पुलिस की बड़ी कामयाबी: अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश, चोरी की 40 बाइकें बरामद, कोडवर्ड से करते थे चोरी के वाहनों का सौदा
मेरठ पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के सदस्य अलग-अलग शहरों से बाइक और स्कूटी चोरी करके पश्चिमी उत्तर प्रदेश और अन्य शहरों में बेचते थे। पुलिस ने इनके पास से 40 से अधिक चोरी की बाइकें बरामद की हैं।
Feb 3, 2025, 01:00 IST
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मेरठ पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अलग-अलग शहरों से बाइक और स्कूटी चोरी करता था। इसके बाद उसे पश्चिमी यूपी और अन्य शहरों में ले जाकर बेच देता था। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की जांच कर रही है। मेरठ में दौराला थाना पुलिस और स्वाट टीम ने मिलकर एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से चोरी की 40 बाइक भी बरामद की हैं।READ ALSO:-UP : वर्दी में पुलिस इंस्पेक्टर...जुबां पर एक्टर राजकुमार के जबरदस्त डायलॉग, रील बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे पुलिसवाले
40 चोरी की बाइक भी बरामद
मेरठ पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अलग-अलग शहरों से बाइक और स्कूटी चोरी करता था। इसके बाद उसे पश्चिमी यूपी और अन्य शहरों में ले जाकर बेच देता था। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की जांच कर रही है। मेरठ में दौराला थाना पुलिस और स्वाट टीम ने मिलकर एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से चोरी की 40 बाइक भी बरामद की हैं।
मेरठ पुलिस ने एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अलग-अलग शहरों से बाइक और स्कूटी चोरी करता था। इसके बाद उसे पश्चिमी यूपी और अन्य शहरों में ले जाकर बेच देता था। पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की जांच कर रही है। मेरठ में दौराला थाना पुलिस और स्वाट टीम ने मिलकर एक अंतरराज्यीय वाहन चोर गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से चोरी की 40 बाइक भी बरामद की हैं।
चोरी की 40 बाइक भी बरामद
गिरोह के बारे में जानकारी देते हुए एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा आज गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों से चोरी की 40 बाइक, तमंचे, कारतूस बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी मेरठ के अलग-अलग स्थानों के रहने वाले हैं। रिजवान कुरैशी उर्फ पराठा के खिलाफ 16, उवेश उर्फ मामा के खिलाफ 2, अदनान उर्फ भगौना के खिलाफ 10, शोएब उर्फ शिब्बू के खिलाफ 6 और आरोपी शारदाब के खिलाफ 1 मुकदमा दर्ज है। ये मुकदमे दिल्ली, मेरठ और वेस्ट यूपी के अन्य जिलों के थानों में दर्ज हैं। इन पांचों के अलावा पुलिस इनके 3 अन्य साथियों जाकिर छब्बीस, जुनैद और हापुड़ निवासी जुनैद की तलाश कर रही है।
गिरोह के बारे में जानकारी देते हुए एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा आज गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों से चोरी की 40 बाइक, तमंचे, कारतूस बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपी मेरठ के अलग-अलग स्थानों के रहने वाले हैं। रिजवान कुरैशी उर्फ पराठा के खिलाफ 16, उवेश उर्फ मामा के खिलाफ 2, अदनान उर्फ भगौना के खिलाफ 10, शोएब उर्फ शिब्बू के खिलाफ 6 और आरोपी शारदाब के खिलाफ 1 मुकदमा दर्ज है। ये मुकदमे दिल्ली, मेरठ और वेस्ट यूपी के अन्य जिलों के थानों में दर्ज हैं। इन पांचों के अलावा पुलिस इनके 3 अन्य साथियों जाकिर छब्बीस, जुनैद और हापुड़ निवासी जुनैद की तलाश कर रही है।
A2Z कट के पास से पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने दौराला थाना क्षेत्र के ए टू जेड कॉलोनी के कट के पास से 1.रिजवान उर्फ पराठा, 2.अदनान, 3.शादाब, 4.उबैश 5.शोएब उर्फ शिब्बू को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के कब्जे से चोरी की 02 मोटरसाइकिल बरामद की गई और उनकी निशानदेही पर 38 अन्य चोरी की मोटरसाइकिलें और एक तमंचा 315 बोर कारतूस बरामद किया गया। पूछताछ में इन आरोपियों ने अपने 3 और साथियों के नाम बताए हैं। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है। इनमें हापुड़ का एक युवक भी है जो पूरे गिरोह का सरगना है।
पुलिस ने दौराला थाना क्षेत्र के ए टू जेड कॉलोनी के कट के पास से 1.रिजवान उर्फ पराठा, 2.अदनान, 3.शादाब, 4.उबैश 5.शोएब उर्फ शिब्बू को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के कब्जे से चोरी की 02 मोटरसाइकिल बरामद की गई और उनकी निशानदेही पर 38 अन्य चोरी की मोटरसाइकिलें और एक तमंचा 315 बोर कारतूस बरामद किया गया। पूछताछ में इन आरोपियों ने अपने 3 और साथियों के नाम बताए हैं। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है। इनमें हापुड़ का एक युवक भी है जो पूरे गिरोह का सरगना है।
DELHI-NCR से चुराए थे वाहन
आरोपी दिल्ली और एनसीआर के आसपास के राज्यों से दोपहिया वाहन चुराते थे। चोरी के कुछ दिन बाद उस वाहन को कुछ दिनों के लिए कहीं छिपा देते थे। उसे छिपाने के लिए वे आंगन या घरों की बाउंड्री का इस्तेमाल करते थे। वे सुनसान जगह तलाश कर उसे वहां छिपा देते थे। फिर वे चुपचाप उस चोरी के वाहन के लिए ग्राहक तलाशते थे। ग्राहक मिलने और सौदा तय होने के बाद वे वाहन को सप्लाई कर देते थे।
आरोपी दिल्ली और एनसीआर के आसपास के राज्यों से दोपहिया वाहन चुराते थे। चोरी के कुछ दिन बाद उस वाहन को कुछ दिनों के लिए कहीं छिपा देते थे। उसे छिपाने के लिए वे आंगन या घरों की बाउंड्री का इस्तेमाल करते थे। वे सुनसान जगह तलाश कर उसे वहां छिपा देते थे। फिर वे चुपचाप उस चोरी के वाहन के लिए ग्राहक तलाशते थे। ग्राहक मिलने और सौदा तय होने के बाद वे वाहन को सप्लाई कर देते थे।
ये लोग नंबर प्लेट भी बदल देते थे
जहां भी संभव होता, ये लोग मेरठ और आसपास के इलाकों में खुद बाइक चलाकर ले जाते और उन्हें बेच देते। अगर बाइक को कहीं दूर भेजना होता तो उसके लिए ई-रिक्शा का इस्तेमाल करते। ई-रिक्शा में बाइक रखकर रिक्शा को प्लास्टिक शीट से पूरी तरह ढक देते थे, फिर दूसरे जिलों में ले जाकर डिलीवरी करते थे। इसी वजह से ये लोग अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं।
जहां भी संभव होता, ये लोग मेरठ और आसपास के इलाकों में खुद बाइक चलाकर ले जाते और उन्हें बेच देते। अगर बाइक को कहीं दूर भेजना होता तो उसके लिए ई-रिक्शा का इस्तेमाल करते। ई-रिक्शा में बाइक रखकर रिक्शा को प्लास्टिक शीट से पूरी तरह ढक देते थे, फिर दूसरे जिलों में ले जाकर डिलीवरी करते थे। इसी वजह से ये लोग अब तक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए हैं।
चोरी की गाड़ियों को घास से ढक देते थे
चोरी की गई बाइकों की नंबर प्लेट भी बदल देते थे, ताकि किसी को उन पर शक न हो। पूछताछ में बताया कि कुछ दिन पहले नहर पुलिया के बगल वाले खेत में, जिसमें जंगल भी है, काफी ऊंची बाउंड्रीवाल है। वहां हमने काफी चोरी की गाड़ियां रखी हैं। जिन्हें हम आगे बेचने वाले थे, उन्हें घास से ढक दिया था, ताकि कोई उन्हें न ढूंढ सके।
चोरी की गई बाइकों की नंबर प्लेट भी बदल देते थे, ताकि किसी को उन पर शक न हो। पूछताछ में बताया कि कुछ दिन पहले नहर पुलिया के बगल वाले खेत में, जिसमें जंगल भी है, काफी ऊंची बाउंड्रीवाल है। वहां हमने काफी चोरी की गाड़ियां रखी हैं। जिन्हें हम आगे बेचने वाले थे, उन्हें घास से ढक दिया था, ताकि कोई उन्हें न ढूंढ सके।
चोरी की बाइकों को 4000 रुपये में बेचते थे
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनके साथी जाकिर छबीस का आसपास के जिलों में अच्छा नेटवर्क है। वह हापुड़ और संभल के लोगों से संपर्क करता था। हम लोग नए दोपहिया वाहन 4 हजार रुपये में और पुराने वाहन दो से तीन हजार रुपये में बेचते थे। मेरठ में सोतीगंज बंद होने से बढ़ी दिक्कतें
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उनके साथी जाकिर छबीस का आसपास के जिलों में अच्छा नेटवर्क है। वह हापुड़ और संभल के लोगों से संपर्क करता था। हम लोग नए दोपहिया वाहन 4 हजार रुपये में और पुराने वाहन दो से तीन हजार रुपये में बेचते थे। मेरठ में सोतीगंज बंद होने से बढ़ी दिक्कतें
उन्होंने बताया कि मेरठ में सख्ती के चलते काफी समय से चोरी के दोपहिया वाहन नहीं बिक रहे हैं। इसलिए चोरी के इन दोपहिया वाहनों को आगे सप्लाई कर दिया जाता है। चोरी के दोपहिया वाहनों को पार्क करने के लिए वे अलग-अलग जगहों का इस्तेमाल करते हैं और लोकेशन बदलते रहते हैं, ताकि किसी को उन पर शक न हो।
मुख्य बिंदु:
- गिरोह का आकार: गिरोह में कम से कम 5 सदस्य शामिल थे।
- चोरी की वस्तुएं: बाइक और स्कूटी
- कार्यप्रणाली: गिरोह के सदस्य चोरी की गई बाइकों को अलग-अलग जगहों पर छिपाते थे और फिर उन्हें बेच देते थे।
- पुलिस की कार्रवाई: पुलिस ने गिरोह के सभी सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है और उनके पास से चोरी की गई बाइकें बरामद की हैं।
पुलिस की इस कार्रवाई से:
- क्षेत्र में बढ़ती वाहन चोरी की घटनाओं पर लगाम लगेगी।
- लोगों को राहत मिलेगी।
- अन्य अपराधों पर भी अंकुश लगेगा।
यह घटना हमें सतर्क रहने की सीख देती है। हमें अपनी गाड़ियों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देना चाहिए और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पार्क करना चाहिए। साथ ही, हमें किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में पुलिस को सूचना देनी चाहिए।