मेरठ: पेट में मच्छर जाने से मरीज की मौत, स्वजन ने चिकित्सकों पर लगाया लापरवाही का आरोप, सुभारती मेडिकल कॉलेज में परिजनों का हंगामा
आयुष्मान कार्ड होने पर भी महंगी दवाएं मंगवाने और लापरवाही का आरोप, बाउंसर बुलाकर निकालने का भी दावा
Mar 29, 2025, 14:36 IST
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मेरठ: मेरठ के सुभारती मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मरीज की कथित तौर पर पेट में मच्छर जाने के बाद हालत बिगड़ने से मौत हो गई। मृतक की पहचान बागपत जिले के बड़ौत स्थित गांव कोताना निवासी अशोक कुमार के रूप में हुई है। परिजनों ने अस्पताल के चिकित्सकों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। उनका आरोप है कि मरीज का आयुष्मान भारत योजना का कार्ड होने के बावजूद भी डॉक्टरों ने बाहर के मेडिकल स्टोर से महंगी दवाइयां मंगवाईं और सही इलाज नहीं किया। परिजनों ने अस्पताल के स्टाफ पर तीमारदारों के साथ धक्का-मुक्की करने और बाउंसर बुलाकर उन्हें अस्पताल से बाहर निकलवाने का भी आरोप लगाया है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और हंगामा कर रहे परिजनों को शांत कर उन्हें तहरीर (शिकायत) देने के लिए कहा।READ ALSO:-मेरठ जेल में बंद मुस्कान और साहिल से सरकारी वकील ने की मुलाकात, जाना हत्याकांड का सच
मृतक अशोक कुमार के बेटे रवि कुमार ने बताया कि चार दिन पहले उनके पिता अशोक के मुंह में अचानक एक मच्छर चला गया था, जो संभवतः पेट तक पहुंच गया। इसके बाद से ही उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती गई। परिजन उन्हें इलाज के लिए मेरठ स्थित सुभारती मेडिकल कॉलेज के अस्पताल में लेकर आए और भर्ती कराया।
रवि कुमार ने बताया कि अस्पताल में डॉक्टरों ने उनके पिता के कई तरह के टेस्ट कराए, जिनमें सीटी स्कैन भी शामिल था। गुरुवार रात को चिकित्सकों ने अशोक कुमार को गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में भर्ती कर दिया। रवि ने आरोप लगाया कि उनके पिता के पास आयुष्मान भारत योजना का कार्ड मौजूद था, जिसके तहत उन्हें मुफ्त या रियायती दरों पर इलाज मिलना चाहिए था। हालांकि, डॉक्टरों ने उनसे कहा कि आयुष्मान कार्ड से अच्छी दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं, जिसके कारण उन्हें बाहर के मेडिकल स्टोर से महंगी दवाइयां खरीदनी पड़ीं।
रवि कुमार ने आगे बताया कि शुक्रवार रात तक अस्पताल के चिकित्सक उनके पिता की तबीयत को स्थिर बता रहे थे और उन्होंने रवि से उनके लिए दूध लाने को कहा था। जब रवि दूध लेने के लिए जाने लगे, तो कुछ ही देर बाद एक डॉक्टर ने उन्हें अशोक कुमार की मौत की दुखद खबर दी। इस सूचना के मिलते ही वहां मौजूद परिजन आक्रोशित हो गए और उन्होंने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों का आरोप है कि जब उन्होंने डॉक्टरों से इस बारे में सवाल किया, तो अस्पताल प्रशासन ने बाउंसरों को बुलाकर उन्हें अस्पताल परिसर से बाहर निकलवा दिया।
घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस अस्पताल पहुंची और उन्होंने हंगामा कर रहे परिजनों को शांत करने का प्रयास किया। पुलिस ने परिजनों से कहा कि यदि वे अस्पताल प्रशासन या डॉक्टरों की किसी भी लापरवाही से पीड़ित महसूस कर रहे हैं, तो वे इस संबंध में लिखित शिकायत (तहरीर) दर्ज करा सकते हैं, जिसके आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके। इस घटना ने सुभारती अस्पताल की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
