मेरठ: नाबालिग से गैंगरेप के बाद पंचायत का फरमान- 'इज्जत की कीमत साढ़े चार लाख'
शादी का झांसा देकर महीनों तक शोषण, दोस्तों से कराया गैंगरेप; पंचायत ने कानूनी कार्रवाई से रोका
Apr 24, 2025, 12:26 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश: मेरठ जिले के सरूरपुर थाना क्षेत्र से मानवता को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है, जहां एक नाबालिग लड़की को पहले प्रेम जाल में फंसाकर उसका यौन शोषण किया गया और फिर उसे दोस्तों के हवाले कर सामूहिक दुष्कर्म कराया गया। घटना के बाद गांव में बैठी पंचायत ने न्याय करने के बजाय पीड़िता की 'इज्जत' की कीमत तय कर दी और परिवार को कानूनी कार्रवाई न करने का दबाव बनाया।READ ALSO:-आतंकियों ने जैसा किया, वैसा ही उन्हें जवाब मिलेगा: सीएम योगी पहलगाम हमले में शहीद शुभम द्विवेदी के घर पहुंचे मुख्यमंत्री, परिवार को न्याय दिलाने का दिलाया भरोसा
मामला सरूरपुर थाना क्षेत्र का है। पीड़ित नाबालिग लड़की के अनुसार, गांव के ही एक युवक ने उसे शादी का झांसा देकर अपने प्रेम जाल में फंसा लिया। इस झांसे में आकर युवक ने करीब चार महीने तक पीड़िता का यौन शोषण किया। हैवानियत की हद तो तब पार हो गई जब आरोपी युवक ने पीड़िता को अपने कुछ दोस्तों के हवाले कर दिया। आरोप है कि दोस्तों ने भी नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।
पीड़िता ने जब आरोपी युवक से शादी करने की बात कही, तो युवक और उसके दोस्त उसे जान से मारने की धमकी देने लगे। धमकी और शोषण से परेशान होकर, आखिरकार बुधवार को पीड़िता ने हिम्मत जुटाई और पूरी आपबीती अपने परिवार वालों को बताई। यह सुनकर परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई। वे तत्काल पीड़िता को लेकर सरूरपुर थाने पहुंचे ताकि आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सके।
इसी बीच, बताया जा रहा है कि कुछ स्थानीय नेताओं और प्रभावशाली लोगों ने मामले में दखल दिया। उन्होंने गांव में एक पंचायत बुला ली। पंचायत में आरोपी युवक को भी बुलाया गया और उससे पीड़िता से शादी करने के लिए कहा गया। हालांकि, आरोपी युवक ने शादी करने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद, पंचायत ने एक चौंकाने वाला और अमानवीय फैसला सुनाया। न्याय और इंसाफ करने के बजाय, पंचायत ने पीड़िता की 'इज्जत की कीमत' साढ़े चार लाख रुपये तय कर दी। इससे भी अधिक निंदनीय बात यह है कि पंचायत ने पीड़िता और उसके परिवार पर इस मामले में किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई न करने का दबाव बनाया।
इस संबंध में सरूरपुर थाना प्रभारी अजय शुक्ला ने बताया कि पीड़िता के परिवार वाले थाने आए थे और उन्होंने घटना के बारे में जानकारी दी है। हालांकि, उन्होंने अभी तक कोई लिखित शिकायत या तहरीर दर्ज नहीं कराई है। थाना प्रभारी ने आश्वस्त किया है कि जैसे ही पीड़िता या उसके परिवार की ओर से लिखित शिकायत प्राप्त होती है, तत्काल सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह मामला एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतों के फैसलों और महिलाओं व नाबालिगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
