सैन्य कार्रवाई के बाद मेरठ हाई अलर्ट पर: चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा, शहर सेक्टर-जोन में बंटा
एडीजी, डीएम, एसएसपी खुद उतरे सड़कों पर, RAF और PAC तैनात; सेना के साथ फुल समन्वय
Updated: May 10, 2025, 14:04 IST
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मेरठ: सीमा पार भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई के बाद, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के महत्वपूर्ण शहर मेरठ में सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से बढ़ा दिया गया है। जिले भर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रशासन और पुलिस पूरी तरह मुस्तैद है। सुरक्षा तैयारियों के तहत, पूरे जिले को छोटे-छोटे सेक्टरों और जोन में विभाजित कर दिया गया है, जिससे निगरानी और प्रबंधन आसान हो सके।READ ALSO:-ब्रेकिंग न्यूज़ | भारत-पाक तनाव के बीच राजस्थान में हाई अलर्ट | जैसलमेर-बाड़मेर में लॉकडाउन जैसे हालात
शनिवार को विशेष रूप से जुम्मे की नमाज के दिन दोपहर से लेकर देर रात तक पुलिस बल सड़कों पर सक्रिय रहा। शहर के हर चौराहे और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया गया और सघन चेकिंग अभियान चलाया गया।
अधिकारियों ने खुद संभाली कमान
सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेने के लिए अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) भानु भास्कर स्वयं फील्ड में उतरे। उन्होंने विभिन्न इलाकों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था को परखा और मातहतों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी (डीएम) वीके सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. विपिन ताडा सहित पुलिस और प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी जिले भर में सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करते नजर आए। रात के समय विशेष रूप से सघन चेकिंग अभियान चलाया गया ताकि किसी भी संदिग्ध गतिविधि को रोका जा सके।
सड़कों पर उतरा पुलिस बल, चप्पे-चप्पे पर चेकिंग
देर रात तक शहर के सभी प्रमुख चौराहों और सड़कों पर सीओ (सर्किल ऑफिसर) के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिसकर्मी चेकिंग करते रहे। एसएसपी ने स्वयं बेगमपुल से लेकर हापुड़ अड्डा, बच्चा पार्क, सिविल लाइंस एरिया, गढ़ रोड और कैंट जैसे व्यस्त और संवेदनशील इलाकों में पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। दोपहिया और चार पहिया वाहनों की गहनता से चेकिंग की गई। कारों की डिग्गियां खुलवाकर उनकी तलाशी ली गई।
शहर 31 सेक्टर और 14 जोन में विभाजित, अतिरिक्त बल तैनात
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के मद्देनज़र मेरठ में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने के लिए शहर को रणनीतिक रूप से 31 सेक्टरों और 14 जोन में बांटा गया है। प्रत्येक जोन की जिम्मेदारी सर्किल अफसरों को सौंपी गई है, जो अपने-अपने क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी करेंगे। मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में विशेष रूप से पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि शांति और सद्भाव बना रहे। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और प्रोविंशियल आर्म्ड कॉन्स्टabulary (PAC) की दो कंपनियां भी शहर में तैनात की गई हैं।
सेना और खुफिया विभाग के साथ गहरा समन्वय
एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि भारतीय सेना और पुलिस प्रशासन के बीच लगातार समन्वय बना हुआ है। दोनों विभागों के अधिकारियों ने संयुक्त मीटिंग कर सुरक्षा संबंधी विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की है, जिनमें कुछ गोपनीय मुद्दे भी शामिल हैं। सेना से कहा गया है कि पुलिस किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हमेशा रियल टाइम में तैयार रहेगी। मेरठ जोन के अंतर्गत आने वाले सभी जनपदों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है और सभी पुलिस कप्तान अपने-अपने क्षेत्रों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुस्तैद हैं। खुफिया विभाग भी पूरी तरह से अलर्ट पर है और संवेदनशील गतिविधियों पर पैनी नजर रख रहा है। छावनी क्षेत्र और परतापुर हवाई पट्टी जैसे सामरिक रूप से महत्वपूर्ण स्थानों पर विशेष निगरानी बढ़ा दी गई है और वहां आने-जाने वाले हर व्यक्ति की मूवमेंट पर पुलिस और खुफिया एजेंसियां नजर रख रही हैं। डीआईजी ने भी जनता से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि मेरठ में कानून व्यवस्था बनी रहे और नागरिक सुरक्षित महसूस करें।
