मेरठ : अब देहरादून दूर नहीं, ढाई घंटे में पूरा होगा सफर; बनने जा रहा है छह लेन का हाईवे, ट्रैफिक जाम से मिलेगी मुक्ति
मेरठ-दून हाईवे नंबर 58 को अब चौड़ा करके छह लेन का हाईवे बनाया जाएगा। दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड हाईवे बनने से दिल्ली से देहरादून जाने वाले लोग एनएच-58 का इस्तेमाल नहीं करेंगे, बल्कि सीधे जाएंगे। इससे एक तरफ एनएच-58 पर वाहनों की संख्या कम होगी, वहीं अन्य वाहनों को तेज गति मिलेगी। उम्मीद है कि इससे करीब 20 हजार वाहनों की संख्या कम होगी।
Feb 16, 2025, 08:20 IST
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मेरठ से देहरादून, हरिद्वार और मसूरी जाने में अब कम समय लगेगा। अभी मेरठ से देहरादून जाने में साढ़े तीन से सवा तीन घंटे का समय लगता है, लेकिन कुछ समय बाद यह समय घटकर 2.30-2.45 घंटे रह जाएगा। READ ALSO:-मेरठ: पूर्व सांसद और उनके बेटों पर फायरिंग का आरोप, मीट कारोबारी शाहिद अखलाक के खिलाफ लोहिया नगर थाने में शिकायत दर्ज
इतना ही नहीं, यात्रियों को ट्रैफिक जाम से भी राहत मिलेगी और यात्रा का अनुभव भी सुखद होगा। ऐसा दो कारणों से होगा। पहला, मेरठ-दून हाईवे संख्या 58 को अब चौड़ा करके छह लेन का हाईवे बनाया जाएगा। वहीं, दूसरी ओर दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड हाईवे बनने से दिल्ली से देहरादून जाने वाले लोग एनएच-58 का इस्तेमाल न करके सीधे जाएंगे।
ट्रैफिक जाम से मिलेगी मुक्ति, वाहनों को मिलेगी रफ्तार एक ओर जहां इससे एनएच-58 पर वाहनों की संख्या कम होगी, वहीं जो वाहन बचेंगे, उन्हें तेज रफ्तार मिलेगी। आपको बता दें कि दिल्ली-देहरादून ग्रीनफील्ड एलिवेटेड हाईवे के निर्माण से दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद के लोग सीधे देहरादून, मसूरी, हरिद्वार जाने के लिए इसका इस्तेमाल करने लगेंगे।
20 हजार वाहन कम होंगे
अनुमान है कि नया हाईवे खुलने से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मेरठ-देहरादून हाईवे एनएच-58 से करीब 20 हजार लंबी दूरी के वाहन कम हो जाएंगे।
अनुमान है कि नया हाईवे खुलने से दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे और मेरठ-देहरादून हाईवे एनएच-58 से करीब 20 हजार लंबी दूरी के वाहन कम हो जाएंगे।
घाट मोड़ समेत जाम वाली सभी जगहों पर बनेंगे ओवरब्रिज
जब छह लेन का हाईवे बन जाएगा तो उन सभी जगहों पर ओवरब्रिज या अंडरपास बनाए जाएंगे, जहां जाम लगता है। इससे तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों के लिए मुख्य रूप से चार लेन का इस्तेमाल किया जाएगा।
जब छह लेन का हाईवे बन जाएगा तो उन सभी जगहों पर ओवरब्रिज या अंडरपास बनाए जाएंगे, जहां जाम लगता है। इससे तेज रफ्तार से चलने वाले वाहनों के लिए मुख्य रूप से चार लेन का इस्तेमाल किया जाएगा।
अब कट को पार नहीं कर पाएंगे वाहन
दूसरी तरफ जाने वाले वाहन भी कट को पार नहीं कर पाएंगे। हाईवे की तरफ जाने के लिए अंडरपास या ओवरब्रिज के नीचे से गुजरना पड़ेगा। छह लेन वाले हाईवे से वाहनों के बीच से पैदल यात्री भी नहीं गुजर सकेंगे। ऐसे यात्रियों को फुटओवरब्रिज या सब-वे से होकर गुजरना पड़ेगा।
दूसरी तरफ जाने वाले वाहन भी कट को पार नहीं कर पाएंगे। हाईवे की तरफ जाने के लिए अंडरपास या ओवरब्रिज के नीचे से गुजरना पड़ेगा। छह लेन वाले हाईवे से वाहनों के बीच से पैदल यात्री भी नहीं गुजर सकेंगे। ऐसे यात्रियों को फुटओवरब्रिज या सब-वे से होकर गुजरना पड़ेगा।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाईवे को छह लेन बनाने का दिया आदेश
सांसद अरुण गोविल ने बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए मेरठ-दून हाईवे संख्या 58 को छह लेन बनाने का निर्णय लिया है। घाट मोड़, भोला रोड कट जैसे विभिन्न कटों पर जाम लग जाता है। दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, ऐसे कटों पर ओवरब्रिज बनाए जाएंगे। इससे बड़ा बदलाव आएगा। मेरठ के साथ ही आसपास के जिलों को भी इसका लाभ मिलेगा।
सांसद अरुण गोविल ने बताया कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्रैफिक जाम की समस्या के समाधान के लिए मेरठ-दून हाईवे संख्या 58 को छह लेन बनाने का निर्णय लिया है। घाट मोड़, भोला रोड कट जैसे विभिन्न कटों पर जाम लग जाता है। दुर्घटना की आशंका बनी रहती है, ऐसे कटों पर ओवरब्रिज बनाए जाएंगे। इससे बड़ा बदलाव आएगा। मेरठ के साथ ही आसपास के जिलों को भी इसका लाभ मिलेगा।