मेरठ: बारिश बनी काल, पड़ोसी की दीवार गिरने से माँ-बेटी की दर्दनाक मौत, सात घायल, हादसे के वक्त घर में 19 लोग थे
लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के अहमद नगर में मकान ढहने से दर्दनाक हादसा, पड़ोसी की दीवार बनी मौत की वजह; आरोपी फरार
Updated: Apr 19, 2025, 13:18 IST
|

मेरठ: शुक्रवार देर शाम हुई तेज़ बारिश मेरठ के लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के अहमद नगर में जानलेवा साबित हुई। गली नंबर-15 में बारिश के कारण पड़ोसी के मकान की दीवार गिर गई, जिसकी चपेट में आने से एक कच्चे मकान ढह गया। इस दर्दनाक हादसे में एक महिला और उसकी नौ महीने की दुधमुंही बेटी की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि परिवार के सात अन्य सदस्य घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।READ ALSO:-मेरठ: पत्नी ने प्रेमी संग मिलकर पति की गला घोंटकर की हत्या, फिर सांप से डसवाने का रचा नाटक; मां बोली-'बेटी बेकसूर, पुलिस सच्चाई नजरअंदाज कर रही'
जानकारी के अनुसार, अहमद नगर की गली नंबर-15 निवासी इंतखाब अपने परिवार के साथ अपने पिता मरहूम इशाक मास्टर के 150 गज से अधिक के मकान के कच्चे हिस्से में रहते थे, जिस पर टीनशेड पड़ा हुआ था। इसी मकान से सटे पड़ोसी अय्यूब का पक्का मकान था। शुक्रवार रात आंधी और बारिश के दौरान अय्यूब के मकान की छह इंच की दीवार अचानक भरभरा कर इंतखाब के कच्चे मकान पर गिर पड़ी। दीवार गिरने से इंतखाब का मकान ध्वस्त हो गया और उसमें मौजूद लोग मलबे में दब गए।
बताया गया है कि इशाक मास्टर के इस बड़े मकान में उनके पाँच बेटे अपने-अपने परिवारों के साथ रहते हैं, और इंतखाब अपने परिवार के साथ आगे के कच्चे हिस्से में रहते थे, जहाँ यह हादसा हुआ। हादसे के वक्त इस कच्चे हिस्से में इंतखाब की पत्नी रुखसार (25 वर्ष), उनकी 9 महीने की बेटी अमायरा उर्फ माहिरा समेत कुल सात लोग मौजूद थे, जो मलबे में दब गए। wall गिरते ही पड़ोसी अय्यूब कथित तौर पर अपने परिवार के साथ मकान पर ताला लगाकर फरार हो गया।
हादसे के तुरंत बाद पड़ोसियों ने चीख-पुकार सुनकर rescue अभियान शुरू किया। उन्होंने तत्काल मौके पर पहुँचकर मलबा हटाना शुरू किया और दबे हुए लोगों को निकालने का प्रयास किया। सूचना मिलते ही लिसाड़ी गेट थाना पुलिस और rescue टीम भी मौके पर पहुँची। rescue टीम ने अय्यूब के मकान के बचे हुए जर्जर हिस्से को भी एहतियातन गिरा दिया। मलबे से निकाले गए सभी घायल लोगों को तत्काल अस्पताल भेजा गया। इंतखाब की पत्नी रुखसार और बेटी अमायरा को गंभीर हालत में पहले एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ से उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल की इमरजेंसी में डॉक्टरों ने मासूम अमायरा उर्फ माहिरा को मृत घोषित कर दिया। इसके कुछ देर बाद माँ रुखसार को भी मृत घोषित कर दिया गया। बताया गया कि माँ और बेटी दोनों की मलबे में दबने के कारण मौके पर ही मौत हो गई थी। हादसे में घायल हुए इंतखाब (पति), कादिर (पैर में चोट), एहतेशाम (10 वर्ष), दिलशाद (28 वर्ष), मोबीना (8 वर्ष) और दो अन्य घायलों को मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।
पड़ोसियों ने बताया कि इंतखाब और रुखसार का निकाह करीब तीन साल पहले हुआ था। यह भी सामने आया है कि हादसे के चार दिन पहले ही रुखसार का पड़ोसी अय्यूब से मकान की दीवार को लेकर झगड़ा हुआ था। रुखसार ने अय्यूब द्वारा अपनी दीवार ऊँची करने पर उसके गिरने की आशंका जताई थी, जिस पर दोनों के बीच विवाद हुआ था। हालाँकि, मामला सुलझ गया था, लेकिन जर्जर दीवार को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, जिसका खामियाजा इस दर्दनाक हादसे के रूप में सामने आया।
हादसे की सूचना मिलने पर सीओ कोतवाली, सिटी मजिस्ट्रेट, एडीएम फाइनेंस सहित अन्य आला अधिकारी भी मौके पर पहुँचे। देर रात तक rescue ऑपरेशन चलाकर मलबे को हटाया गया। पुलिस फरार पड़ोसी अय्यूब की तलाश कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर जर्जर और असुरक्षित निर्माणों के खतरे को उजागर किया है, जिन पर समय रहते ध्यान देना बेहद ज़रूरी है।
