मेरठ: शताब्दी नगर स्टेशन से मेरठ मेट्रो को मिलेगी रफ्तार, इस महीने के अंत तक शुरू होने की उम्मीद
मेरठ मेट्रो और सेमी हाई-स्पीड नमो भारत कॉरिडोरको शहर से जोड़ने वाला शताब्दी नगर स्टेशनलगभग तैयार हो चुका है और इसी महीने के अंत तक यात्रियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। स्टेशन के निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और 6 किलोमीटर तक ट्रैक और ओएचई लाइनपूरी तरह से बिछ चुकी है।
Apr 10, 2025, 07:00 IST
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मेरठ मेट्रो और सेमी हाई-स्पीड नमो भारत कॉरिडोर को शहर से जोड़ने वाला शताब्दी नगर स्टेशन लगभग तैयार हो चुका है और इसी महीने के अंत तक यात्रियों के लिए शुरू कर दिया जाएगा। स्टेशन के निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और 6 किलोमीटर तक ट्रैक और ओएचई लाइन पूरी तरह से बिछ चुकी है।READ ALSO:-मेरठ: दारोगा की नौकरी दिलाने के नाम पर 5 लाख की ठगी, फर्जी नियुक्ति पत्र देकर किया गुमराह
नमो भारत और मेट्रो का संगम:
दिल्ली-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर पर शताब्दी नगर स्टेशन का काम अपने अंतिम चरण में है। वर्तमान में, नमो भारत ट्रेनें नई दिल्ली के न्यू अशोक नगर से मेरठ साउथ स्टेशन तक 55 किलोमीटर के हिस्से पर चल रही हैं। मेरठ साउथ के बाद मेरठ-मोदीपुरम दिशा में अगला स्टेशन शताब्दी नगर ही होगा। इस स्टेशन के चालू होने से नमो भारत ट्रेन मेरठ शहर के अंदरूनी हिस्से तक पहुंच जाएगी, जिससे कनेक्टिविटी और बेहतर होगी।
एनसीआरटीसी स्टाफ ने बुधवार (आज) जानकारी दी कि मेरठ साउथ से आगे 6 किलोमीटर तक ट्रैक बिछाने और ओवरहेड इक्विपमेंट (OHE) लगाने का काम पूरा हो चुका है।
शताब्दी नगर स्टेशन की विशेषताएं:
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आयाम: स्टेशन की लंबाई 215 मीटर, चौड़ाई 30 मीटर और ऊंचाई 15 मीटर है।
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एकीकृत संचालन: यह स्टेशन नमो भारत (सेमी-हाई स्पीड) और मेरठ मेट्रो, दोनों ट्रेनों के लिए स्टॉपेज का काम करेगा। भारत में यह पहली बार होगा जब दोनों तरह की ट्रेनें एक ही इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रैक का उपयोग करेंगी।
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सुविधाएं: यात्रियों के आने-जाने के लिए दो एंट्री-एग्जिट गेट लगभग तैयार हैं। स्टेशन पर पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
इन क्षेत्रों को मिलेगा लाभ:
मेरठ साउथ से चलने के बाद नमो भारत ट्रेन शताब्दी नगर स्टेशन पर रुकेगी। इसके शुरू होने से बिजली बंबा बाईपास से हापुड़ की ओर जाने वाले यात्रियों को सुविधा होगी। साथ ही, ब्रह्मपुरी, रेल विहार (रिठानी), पंचवटी एन्क्लेव, सुपरटेक पाम ग्रीन सोसायटी, जलवायु टॉवर जैसे रिहायशी इलाकों में रहने वाले लोगों को भी स्टेशन संचालित होने से काफी लाभ मिलेगा।
मेरठ मेट्रो का चौथा स्टेशन:
मेरठ साउथ स्टेशन से ही यात्रियों को मेरठ मेट्रो की सुविधा भी मिलेगी। इस रूट पर शताब्दी नगर मेरठ मेट्रो का चौथा स्टेशन होगा (मेरठ साउथ, परतापुर और रिठानी के बाद)। एनसीआरटीसी द्वारा इस खंड पर फिलहाल ट्रायल रन किए जा रहे हैं।
अन्य स्टेशनों की प्रगति:
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रिठानी मेट्रो स्टेशन: परतापुर के बाद अगला स्टेशन रिठानी है, जिसके पास कुछ औद्योगिक क्षेत्र भी स्थित हैं। इस स्टेशन की लंबाई 75 मीटर और ऊंचाई करीब 15 मीटर है। स्टेशन पर फिनिशिंग का काम तेजी से चल रहा है और समाप्ति की ओर है। इसके दो एंट्री-एग्जिट में से एक लगभग तैयार है, और तकनीकी कमरे भी बन चुके हैं।
मेरठ मेट्रो की खासियतें:
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कोच: अत्याधुनिक बॉडी डिजाइन वाले 3.2 मीटर चौड़े और 22 मीटर लंबे स्टेनलेस स्टील के कोच।
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क्षमता: 3 कोच वाली मेट्रो ट्रेन में करीब 175 सीटें होंगी और यह एक बार में 700 से अधिक यात्रियों को ले जा सकेगी।
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आराम: एर्गोनॉमिक डिजाइन, 2x2 स्टाइल की आरामदायक सीटें, सामान रखने के लिए रैक और खड़े यात्रियों के लिए ग्रैब हैंडल।
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मेक-इन-इंडिया: 100% भारत में डिजाइन और निर्मित।
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तकनीक: ऊर्जा कुशल, स्वचालित ट्रेन नियंत्रण, आधुनिक रिजेनेरेटिव ब्रेकिंग सिस्टम, इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस चार्जिंग पोर्ट, इंडिकेशन लाइट वाले पुश बटन दरवाजे।
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सुरक्षा: बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिस्प्ले बोर्ड, स्पीकर, अंदरूनी और बाहरी CCTV कैमरे, इमरजेंसी अलार्म और टॉक बैक सिस्टम, आपातकालीन निकासी उपकरण, मेडिकल स्ट्रेचर और व्हीलचेयर के लिए जगह।
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प्लेटफॉर्म सुरक्षा: सभी स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (PSD)।
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सिग्नलिंग: लॉन्ग टर्म इवोल्यूशन (LTE) पर आधारित हाइब्रिड लेवल-3 के साथ यूरोपीय ट्रेन नियंत्रण प्रणाली (ETCS) लेवल 2 सिग्नलिंग।
सुरक्षा और तकनीक
ट्रेन में लगे हैं आधुनिक ईटीसीएस लेवल-2 सिग्नलिंग, एलटीई आधारित संचार, रिजेनेरेटिव ब्रेकिंग, और आपातकालीन स्ट्रेचर स्पेस जैसे फीचर्स, जो इसे न केवल सुरक्षित बल्कि ऊर्जा-कुशल भी बनाते हैं।
