मेरठ: पूर्व सांसद और उनके बेटों पर फायरिंग का आरोप, मीट कारोबारी शाहिद अखलाक के खिलाफ लोहिया नगर थाने में शिकायत दर्ज

मेरठ में पूर्व सांसद शाहिद अखलाक और उनके बेटों पर जमीन हड़पने और फायरिंग का आरोप लगा है। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी जमीन हड़पने के लिए फायरिंग कर रहे हैं और उनके प्लांट से निकलने वाले दूषित पानी से उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं।
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LOHIYA NAGAR THANA MEERUT
मेरठ में पूर्व सांसद और मीट कारोबारी शाहिद अखलाक और उनके दो बेटे एक बार फिर सुर्खियों में हैं। पिता-पुत्र पर अल्लीपुर के जंगल में जमीन हड़पने की कोशिश और फायरिंग का आरोप लगा है। बताया जाता है कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही आरोपी वहां से चले गए। पीड़ित ने लोहियानगर थाने में तहरीर दी है।READ ALSO:-बिजनौर : शेरकोट में भीषण सड़क हादसा, तेज रफ्तार कार ने ऑटो को मारी टक्कर, 3 यात्री गंभीर रूप से हुए घायल

 

कोतवाली क्षेत्र के रहने वाले नसरुद्दीन ने बताया कि पूर्व सांसद शाहिद अखलाक का अल्लीपुर गांव के जंगल में मीट प्लांट है। इसके पास ही नसरुद्दीन की कृषि भूमि है। नसरुद्दीन का आरोप है कि 11 फरवरी को शाम चार बजे शाहिद अखलाक अपने बेटों दानिश और साकिब के साथ मीट प्लांट से निकले।

 

उनके साथ सुरक्षा गार्ड भी था। इन सभी के पास लाइसेंसी और अवैध हथियार थे। आरोप है कि इन लोगों ने जमीन हड़पने की नीयत से फायरिंग की। पीड़ित ने घटना की सूचना पुलिस को दी। नसरुद्दीन का आरोप है कि शाहिद

 

अखलाक के प्लांट फैक्ट्री से निकलने वाले दूषित पानी से उनकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। प्लांट के पिछले गेट से संरक्षित पशुओं को वध के लिए अंदर ले जाया जाता है।

 

पूरे मामले में शाहिद अखलाक का कहना है कि ये सभी आरोप और फायरिंग की बात पूरी तरह से बेबुनियाद है। इसका किसी के पास कोई सबूत नहीं है। हमने दूसरे पक्ष से कह दिया है कि अगर एक इंच जमीन पर भी विवाद हुआ तो हम एक फुट जमीन देने को तैयार हैं।

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इस घटना से उठने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न:
  • क्या आरोप सही हैं? क्या पूर्व सांसद और उनके बेटे वास्तव में जमीन हड़पने की कोशिश कर रहे हैं?
  • कानून का क्या होगा? पुलिस इस मामले में क्या कार्रवाई करेगी?
  • स्थानीय लोगों की सुरक्षा: क्या स्थानीय लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी?
  • पर्यावरण का प्रभाव: क्या प्लांट से निकलने वाला दूषित पानी पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहा है?

 

इस घटना के प्रभाव:
  • कानून व्यवस्था: इस तरह की घटनाएं कानून व्यवस्था को बिगाड़ती हैं।
  • स्थानीय लोगों में असुरक्षा: स्थानीय लोगों में असुरक्षा की भावना पैदा होती है।
  • पर्यावरण प्रदूषण: प्लांट से निकलने वाला दूषित पानी पर्यावरण को प्रदूषित करता है।

 

पुलिस जांच कर रही है
सीओ कोतवाली आशुतोष कुमार का कहना है कि नसीरुद्दीन की तहरीर में लगाए गए आरोपों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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