मेरठ ने खोया अपना राजनीतिक रत्न: भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष परमात्मा शरण कंसल का निधन
दिल्ली के अपोलो अस्पताल में ली अंतिम सांस; पार्टी में शोक की लहर, शनिवार को मेरठ पहुंचेगा पार्थिव शरीर
Jul 5, 2025, 09:58 IST
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मेरठ ने अपने एक वरिष्ठ और समर्पित राजनीतिक चेहरे को हमेशा के लिए खो दिया है. भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व महानगर अध्यक्ष परमात्मा शरण कंसल का शुक्रवार देर रात बीमारी के चलते निधन हो गया. वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे और दिल्ली के अपोलो अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, जहाँ उन्होंने अंतिम सांस ली. उनके निधन की खबर जैसे ही मेरठ पहुंची, समूची पार्टी और उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई. उनका पार्थिव शरीर शनिवार सुबह मेरठ लाया जाएगा.READ ALSO:-UP में अब घर के साथ दुकान बनाना आसान! योगी सरकार ने लागू किए नए भवन निर्माण नियम, शॉपिंग मॉल के लिए भी खुली राह
एक समर्पित कार्यकर्ता से जननेता तक का सफर
परमात्मा शरण कंसल का जीवन पार्टी और जनसेवा को समर्पित रहा. मेरठ के साबुन गोदाम में अपने परिवार के साथ रहने वाले कंसल जी ने भाजपा में मंडल अध्यक्ष से लेकर महानगर अध्यक्ष तक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया. उनकी राजनीतिक यात्रा दशकों के अथक परिश्रम, निष्ठा और समर्पण से भरी हुई थी. उन्होंने न केवल संगठन को मजबूत किया, बल्कि आम जनता के बीच भी अपनी गहरी पैठ बनाई. उनके निधन से पार्टी ने एक अनुभवी मार्गदर्शक और जनता ने एक सच्चा सेवक खो दिया है.
परमात्मा शरण कंसल का जीवन पार्टी और जनसेवा को समर्पित रहा. मेरठ के साबुन गोदाम में अपने परिवार के साथ रहने वाले कंसल जी ने भाजपा में मंडल अध्यक्ष से लेकर महानगर अध्यक्ष तक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया. उनकी राजनीतिक यात्रा दशकों के अथक परिश्रम, निष्ठा और समर्पण से भरी हुई थी. उन्होंने न केवल संगठन को मजबूत किया, बल्कि आम जनता के बीच भी अपनी गहरी पैठ बनाई. उनके निधन से पार्टी ने एक अनुभवी मार्गदर्शक और जनता ने एक सच्चा सेवक खो दिया है.
पारिवारिक पृष्ठभूमि और बीमारी का दौर
परमात्मा शरण कंसल अपने पीछे अपनी पत्नी, बेटे संदीप कंसल और विवाहित बेटी खुशबू बंसल को छोड़ गए हैं. पिछले कुछ समय से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था. मेरठ में काफी उपचार के बावजूद जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ, तो परिजनों ने उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया. शुक्रवार रात उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई और अंततः उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. परिवार में इस दुखद खबर से कोहराम मच गया और आनन-फानन में रिश्तेदार दिल्ली पहुंचे.
परमात्मा शरण कंसल अपने पीछे अपनी पत्नी, बेटे संदीप कंसल और विवाहित बेटी खुशबू बंसल को छोड़ गए हैं. पिछले कुछ समय से उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं चल रहा था. मेरठ में काफी उपचार के बावजूद जब उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ, तो परिजनों ने उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया. शुक्रवार रात उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई और अंततः उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. परिवार में इस दुखद खबर से कोहराम मच गया और आनन-फानन में रिश्तेदार दिल्ली पहुंचे.
शोक में डूबा मेरठ: अंतिम दर्शनों के लिए उमड़ी भीड़
जैसे ही परमात्मा शरण कंसल के निधन की सूचना फैली, पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का उनके आवास पर जमावड़ा लगना शुरू हो गया. सभी अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने और परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहे थे. भाजपा के क्षेत्रीय मीडिया प्रमुख आलोक कुमार सिसौदिया ने बताया कि शनिवार सुबह उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से मेरठ लाया जाएगा. उम्मीद है कि उनके अंतिम दर्शनों के लिए भारी संख्या में लोग जुटेंगे, जो उनके प्रति सम्मान और प्रेम को दर्शाएगा. मेरठ का राजनीतिक और सामाजिक ताना-बाना आज एक ऐसे व्यक्तित्व के जाने से खालीपन महसूस कर रहा है, जिसने अपना पूरा जीवन शहर और पार्टी की सेवा में खपा दिया.
जैसे ही परमात्मा शरण कंसल के निधन की सूचना फैली, पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं का उनके आवास पर जमावड़ा लगना शुरू हो गया. सभी अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने और परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच रहे थे. भाजपा के क्षेत्रीय मीडिया प्रमुख आलोक कुमार सिसौदिया ने बताया कि शनिवार सुबह उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से मेरठ लाया जाएगा. उम्मीद है कि उनके अंतिम दर्शनों के लिए भारी संख्या में लोग जुटेंगे, जो उनके प्रति सम्मान और प्रेम को दर्शाएगा. मेरठ का राजनीतिक और सामाजिक ताना-बाना आज एक ऐसे व्यक्तित्व के जाने से खालीपन महसूस कर रहा है, जिसने अपना पूरा जीवन शहर और पार्टी की सेवा में खपा दिया.
