मेरठ : लॉरेंस गैंग का शूटर एनकाउंटर में ढेर, STF ने घेरा तो चलाई थी गोली; पैरोल पर आने के बाद हुआ था फरार, डबल मर्डर में आरोपी
यह समाचार लेख उत्तर प्रदेश एसटीएफ द्वारा एक लाख रुपये के इनामी बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू के मेरठ में मुठभेड़ में मारे जाने की घटना का विस्तृत विवरण देता है। मुख्य बातें इस प्रकार हैं:
Feb 26, 2025, 12:27 IST
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उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने एक लाख रुपये के इनामी बदमाश जितेंद्र उर्फ जीतू को मेरठ में मुठभेड़ में मार गिराया। बुधवार तड़के नोएडा एसटीएफ टीम और मेरठ पुलिस ने उसे मुंडाली इलाके में घेर लिया। सरेंडर करने को कहा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी।Read also:-दिल्ली से जयपुर का सफर मात्र 30 मिनट में! देश का पहला हाइपरलूप टेस्ट ट्रैक तैयार; 1100 KM प्रति घंटे की गति से दौड़ लगाएगी ट्रेन
दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई। एसटीएफ की एक गोली जितेंद्र को लगी। वह जमीन पर गिर पड़ा, जबकि उसके साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। एसटीएफ घायल जितेंद्र को नजदीकी अस्पताल ले गई। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मुठभेड़:
- जितेंद्र को नोएडा एसटीएफ और मेरठ पुलिस ने मुंडाली इलाके में घेर लिया।
- सरेंडर करने के बजाय, उसने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने उसे मार गिराया।
- जितेंद्र के साथी अँधेरे का फायदा उठाकर भाग गए।
मेरठ में वारदात करने आया था
पुलिस ने बताया कि जितेंद्र मेरठ में वारदात करने आया था। एसटीएफ को इसकी भनक लग गई। इसके बाद एसटीएफ ने उसकी तलाश शुरू कर दी। मंगलवार रात एसटीएफ और मेरठ पुलिस ने उसे घेर लिया। हालांकि, जब एसटीएफ ने उसे घेरा तो उसने कार्बाइन से फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में एसटीएफ ने भी फायरिंग की। इसमें जितेंद्र मारा गया। एसटीएफ ने जितेंद्र के परिजनों को उसकी मौत की सूचना दे दी है।
पुलिस ने बताया कि जितेंद्र मेरठ में वारदात करने आया था। एसटीएफ को इसकी भनक लग गई। इसके बाद एसटीएफ ने उसकी तलाश शुरू कर दी। मंगलवार रात एसटीएफ और मेरठ पुलिस ने उसे घेर लिया। हालांकि, जब एसटीएफ ने उसे घेरा तो उसने कार्बाइन से फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में एसटीएफ ने भी फायरिंग की। इसमें जितेंद्र मारा गया। एसटीएफ ने जितेंद्र के परिजनों को उसकी मौत की सूचना दे दी है।
जितेंद्र हरियाणा के झज्जर जिले के असौंदा सीवान गांव का रहने वाला था। 23 अक्टूबर 2023 को गाजियाबाद के महमूदपुर में लालू नाम के व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में जितेंद्र फरार चल रहा था। गाजियाबाद पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।
जितेंद्र ने 2016 में झज्जर में ग्राम प्रधान रामबीर और उसके पिता की हत्या कर दी थी। मामले में जितेंद्र को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। 2023 में पैरोल पर बाहर आया था। तब से फरार चल रहा था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि हरियाणा जेल में रहने के दौरान वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया। इसके बाद लॉरेंस गैंग के लिए काम करने लगा। जितेंद्र पर 8 मुकदमे दर्ज थे।
कांट्रैक्ट किलर के तौर पर करता था काम
एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि जितेंद्र कांट्रैक्ट किलर था। गाजियाबाद में 2023 में उसने जो हत्या की, उसे भी कांट्रैक्ट लेने के बाद अंजाम दिया था। वह लॉरेंस गैंग के लिए धमकाने और रंगदारी वसूलने का काम भी करता था।
एसटीएफ सूत्रों ने बताया कि जितेंद्र कांट्रैक्ट किलर था। गाजियाबाद में 2023 में उसने जो हत्या की, उसे भी कांट्रैक्ट लेने के बाद अंजाम दिया था। वह लॉरेंस गैंग के लिए धमकाने और रंगदारी वसूलने का काम भी करता था।
अपराधिक पृष्ठभूमि:
- जितेंद्र हरियाणा के झज्जर जिले का रहने वाला था।
- उस पर 23 अक्टूबर 2023 को गाजियाबाद में लालू की हत्या का आरोप था, जिसके लिए उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
- उसने 2016 में झज्जर में ग्राम प्रधान रामबीर और उसके पिता की हत्या की थी, जिसके लिए उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।
- 2023 में पैरोल पर बाहर आने के बाद से वह फरार था।
- पुलिस के अनुसार, हरियाणा जेल में रहने के दौरान वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया और उनके लिए काम करने लगा।
- जितेंद्र पर 8 मुकदमे दर्ज थे।
अपराधिक गतिविधियाँ:
- वह एक कॉन्ट्रैक्ट किलर था और गाजियाबाद में 2023 की हत्या भी उसने कॉन्ट्रैक्ट पर की थी।
- वह लॉरेंस गैंग के लिए धमकाने और रंगदारी वसूलने का काम भी करता था।
- उसने हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना नेटवर्क बना रखा था।
- पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बिल्डरों से फिरौती मांगता था।
- वह लगातार अपना ठिकाना बदलता रहता था, जिससे पुलिस को उसे पकड़ने में कठिनाई हो रही थी।
पुलिस ने बताया कि जितेंद्र ने हरियाणा-पंजाब और वेस्ट यूपी में अपना नेटवर्क बना रखा था। वह इतना शातिर था कि बार-बार ठिकाना बदलता रहता था। ऐसे में पुलिस उसे ट्रेस नहीं कर पा रही थी।
वेस्ट उत्तर प्रदेश के बिल्डरों से मांगता था फिरौती
पुलिस ने बताया कि हरियाणा से पैरोल पर फरार होने के बाद जितेंद्र वेस्ट यूपी में सक्रिय हो गया था। उसने गाजियाबाद-नोएडा के कई बिल्डरों को धमकाकर रंगदारी वसूली थी। इसकी जानकारी एसटीएफ को लग गई थी। इसके बाद एसटीएफ ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया।
पुलिस ने बताया कि हरियाणा से पैरोल पर फरार होने के बाद जितेंद्र वेस्ट यूपी में सक्रिय हो गया था। उसने गाजियाबाद-नोएडा के कई बिल्डरों को धमकाकर रंगदारी वसूली थी। इसकी जानकारी एसटीएफ को लग गई थी। इसके बाद एसटीएफ ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया।