गर्मी से मेरठ बेहाल: आंधी-बारिश की चेतावनी, फसलों को लेकर एडवाइजरी जारी!
अगले 5 दिन तक बदलेगा मौसम का मिजाज, उमस से मिलेगी राहत; किसान रहें सावधान
Updated: May 28, 2025, 09:41 IST
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मेरठ, [28/05/2025] -मंगलवार को मेरठ में भीषण गर्मी और उमस ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया। हवा की रफ्तार कम होने के कारण दिनभर लोग पसीना-पसीना होते रहे। लेकिन अब राहत की खबर है! बुधवार से मौसम का मिजाज बदलने वाला है और अगले 5 दिनों तक आंधी-बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मौसम वैज्ञानिकों ने किसानों को विशेष एडवाइजरी जारी करते हुए फसलों को लेकर सतर्क रहने की सलाह दी है।READ ALSO:-जून 2025 में 13 दिन बंद रहेंगे बैंक! छुट्टियों की पूरी लिस्ट यहाँ देखें, निपटा लें अपने जरूरी काम!
गर्मी का टॉर्चर जारी: तापमान में बढ़ोतरी, उमस से हाल बेहाल
सरदार पटेल कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. यूपी शाही के अनुसार, मंगलवार को राजकीय मौसम विभाग कार्यालय में दिन का अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम आर्द्रता 69% और न्यूनतम आर्द्रता 52% रही। दिन और रात दोनों में तापमान बढ़ने से गर्मी का अहसास बढ़ गया था। दिन में हवा न चलने से उमस अपने चरम पर रही, जिससे लोग खासे परेशान दिखे।
मौसम बदलेगा करवट: चक्रवाती परिसंचरण और पश्चिमी विक्षोभ का असर
डॉ. यूपी शाही ने बताया कि उत्तर भारत और पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती परिसंचरण बन रहा है, जिससे एक कम दबाव का क्षेत्र निर्मित हो रहा है। इसके साथ ही, एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है। इन दोनों मौसमी प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से मौसम में बड़ा बदलाव आने वाला है।
अगले 5 दिन का पूर्वानुमान: तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना
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28 मई से 1 जून तक: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, उत्तराखंड सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में कुछ स्थानों पर तेज हवा, आंधी के साथ हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
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31 मई को: बारिश की अधिक तीव्रता के साथ अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।
यह बदलाव लोगों को भीषण गर्मी से राहत दिलाएगा, लेकिन किसानों के लिए कुछ चुनौतियां भी ला सकता है।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण एडवाइजरी: सिंचाई और छिड़काव से बचें
मौसम विशेषज्ञों ने किसानों को विशेष रूप से आगाह किया है कि आने वाले दिनों में किसी भी खड़ी फसल जैसे गन्ना, चारा, उड़द, मूंग, मक्का, सब्जियां और आम व लीची में सिंचाई या किसी भी रसायन का छिड़काव करना उचित नहीं होगा। आंधी और बारिश से फसलों को नुकसान पहुंच सकता है, इसलिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
