मेरठ : IPS विपिन टाडा की सख्त कार्रवाई, तीन इंस्पेक्टर और दो हेड कांस्टेबल समेत सात पुलिसकर्मी सस्पेंड, सभी दौराला थाने में तैनात
मेरठ में गोकशी की घटनाओं को लेकर आईपीएस डॉ. विपिन ताडा ने सख्त कार्रवाई की है। 3 इंस्पेक्टर समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। ये सभी दौराला थाने में तैनात थे। कई अन्य पुलिसकर्मियों को चेतावनी भी जारी की गई है।
Jan 5, 2025, 15:30 IST
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आईपीएस डॉ. विपिन ताडा ने गोकशी की घटना न रोक पाने पर शनिवार रात तीन उपनिरीक्षक, दो हेड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। डॉ. विपिन ताडा का हाल ही में प्रमोशन हुआ था। शासन से सेलेक्शन ग्रेड मिलने के बाद एसएसपी डॉ. विपिन ताडा को एडीजी डीके ठाकुर और डीआईजी कलानिधि नैथानी ने स्टार प्रदान किए। 2012 बैच के अधिकारी का वेतन बढ़ाया गया। वर्दी में भी बदलाव किया गया है। READ ALSO:-UP के OYO होटलों में प्रेमी जोड़ों की एंट्री बैन! सिर्फ शादीशुदा लोगों के लिए कमरे, मेरठ शहर से हुई शुरुआत
दौराला थाना क्षेत्र के सकौती चौकी क्षेत्र में लगातार गोकशी की घटनाएं हो रही थीं। शनिवार को भी गांव रुहासा के जंगल में गोकशी होने पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। एसएसपी के बार-बार निर्देश के बाद भी चौकी पुलिस गोकशी की घटना नहीं रोक पाई। जिसके चलते एसएसपी ने उपनिरीक्षक अजीत सिंह, वरुण कुमार, सचिन बाबू, हेड कांस्टेबल अभिषेक कुमार, राहुल कुमार और कांस्टेबल सद्दाम व प्रताप को निलंबित कर दिया।
2012 बैच के आईपीएस अधिकारी
आईपीएस विपिन ताडा 2012 बैच के अधिकारी हैं। वे मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता मच्छी राम पेशे से वकील हैं। विपिन ताडा ने अपनी बुनियादी शिक्षा एक छोटे से स्कूल में प्राप्त की। हाईस्कूल में उन्हें 56 प्रतिशत और इंटरमीडिएट में 62 प्रतिशत अंक मिले। डॉक्टर बनने का उनका लक्ष्य पहले से ही तय था।
इंटरमीडिएट के बाद उन्होंने एक साल तक कोचिंग ली। फिर पहले ही प्रयास में 2002 में उनका चयन एमबीबीएस के लिए हो गया। इसके बाद वे राजस्थान के एक गांव में सरकारी अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर बन गए। वे वहां आठ महीने तक रहे। नौकरी के दौरान ही 2011 में उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा में हो गया और 2012 में वे आईपीएस अधिकारी बन गए।