मेरठ ट्रैफिक पुलिस की नई पहल: पीओएस मशीन से मौके पर ही चालान भुगतान, जनता को मिलेगी राहत

 पुलिस लाइन जाने की झंझट खत्म, भ्रष्टाचार पर लगेगी लगाम, 75 प्वाइंट पर मिलेगी ऑनलाइन भुगतान की सुविधा
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मेरठ शहर में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। मेरठ ट्रैफिक पुलिस अब नागरिकों को मौके पर ही चालान भुगतान करने की सुविधा देने जा रही है। अभी तक, यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर चालान भरने के लिए लोगों को पुलिस लाइन जाना पड़ता था, जिससे उन्हें काफी असुविधा होती थी और भ्रष्टाचार की संभावना भी बनी रहती थी। लेकिन अब, ट्रैफिक पुलिस पोर्टेबल पीओएस (प्वाइंट ऑफ सेल) मशीनों का उपयोग करके मौके पर ही चालान काट सकेगी, जिससे नागरिकों को काफी राहत मिलेगी।READ ALSO:-दिल्ली-मेरठ रोड पर सड़क निर्माण का काम शुरू, रैपिड रेल कॉरिडोर से जुड़ा महत्वपूर्ण अपडेट

 

मुख्य बातें:
  • समस्या: पहले, यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर चालान भरने के लिए लोगों को पुलिस लाइन जाना पड़ता था, जिसमें समय और ऊर्जा की बर्बादी होती थी और भ्रष्टाचार की शिकायतें भी थीं।
  • समाधान: लखनऊ यातायात निदेशालय ने यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए एक नई व्यवस्था शुरू की है। इसके तहत, मेरठ ट्रैफिक पुलिस को 75 पीओएस मशीनें प्रदान की गई हैं।
  • पीओएस मशीन का उपयोग: इन पीओएस मशीनों के माध्यम से, ट्रैफिक पुलिस अब मौके पर ही ऑनलाइन चालान काट सकेगी। यह सुविधा उन लोगों के लिए है जो यातायात नियमों का उल्लंघन करते हैं और मौके पर ही जुर्माने का भुगतान करना चाहते हैं।
  • मशीनों का निष्क्रिय होना और फिर से शुरू होना: हालांकि, कुछ समय से ये मशीनें निष्क्रिय पड़ी थीं, जिसके कारण नागरिकों को अभी भी पुलिस लाइन जाकर ही चालान भरना पड़ रहा था। इस निष्क्रियता के कारण भ्रष्टाचार भी बढ़ रहा था। लेकिन अब, मेरठ ट्रैफिक पुलिस ने इन मशीनों को फिर से चालू कर दिया है। सीओ ट्रैफिक नवीना शुक्ला ने बताया है कि कुछ मशीनें खराब हो गई थीं, जिन्हें अब ठीक करा लिया गया है।
  • 75 प्वाइंट पर भुगतान: अब ये मशीनें पूरी तरह से काम कर रही हैं और शहर में 75 विभिन्न स्थानों पर ऑनलाइन चालान का भुगतान स्वीकार करने के लिए उपलब्ध होंगी।
  • नागरिकों को लाभ: इस पहल से सबसे बड़ा फायदा आम नागरिकों को होगा। उन्हें अब चालान जमा करने के लिए पुलिस लाइन के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। वे मौके पर ही अपने डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड या अन्य ऑनलाइन माध्यमों से भुगतान कर सकेंगे। इससे समय की बचत होगी, असुविधा कम होगी और भ्रष्टाचार पर भी अंकुश लगेगा।
  • भ्रष्टाचार पर नियंत्रण: मौके पर ही डिजिटल भुगतान की सुविधा से चालान प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और रिश्वतखोरी जैसी गतिविधियों पर लगाम लगेगी।

 

ट्रैफिक पुलिस का उद्देश्य:
ट्रैफिक पुलिस का मुख्य उद्देश्य यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करना और सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना है। पीओएस मशीनों का उपयोग इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई करना आसान होगा, बल्कि नागरिकों को भी सुविधाजनक भुगतान विकल्प मिलेगा।

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संक्षेप में, मेरठ ट्रैफिक पुलिस की पीओएस मशीन पहल एक स्वागत योग्य कदम है जो नागरिकों को चालान भुगतान प्रक्रिया को सरल और पारदर्शी बनाने में मदद करेगी, साथ ही भ्रष्टाचार को कम करने में भी सहायक होगी। अब मेरठ के लोग यातायात नियमों का पालन करके और मौके पर ही चालान भरकर पुलिस लाइन जाने की असुविधा से बच सकते हैं।
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