मेरठ: ऐतिहासिक नौचंदी मेला समाप्त, दुकानदारों को दुकानें खाली करने का नोटिस जारी, साउंड सिस्टम भी बंद
25 मई से शुरू हुआ रंग-बिरंगा मेला 30 जून को शांत हुआ, आंधी-तूफान ने भी नहीं डिगाई रौनक, लेकिन अब विदाई का समय आ गया
Jul 1, 2025, 22:10 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश: मेरठ का ऐतिहासिक और बेहद लोकप्रिय नौचंदी मेला सोमवार को धूमधाम के साथ संपन्न हो गया. 25 मई से चल रहा यह मेला, जिसे पहले आंधी-तूफान से हुए भारी नुकसान के कारण अतिरिक्त समय दिया गया था, अब पूरी तरह से समाप्त हो चुका है. मेला खत्म होते ही, नौचंदी थाना प्रभारी ने सभी दुकानदारों को अपनी-अपनी दुकानें खाली करने के लिए नोटिस जारी कर दिए हैं. देर रात तक मेले में गूंजने वाले साउंड सिस्टम को भी बंद कर दिया गया.READ ALSO:-हापुड़ में खौफनाक हादसा: जन्मदिन मना रहे युवक को बेकाबू कार ने रौंदा, गर्लफ्रेंड की गोद में तड़प-तड़प कर तोड़ा दम!
क्यों बढ़ाई गई थी मेले की अवधि?
हर साल की तरह, यह ऐतिहासिक मेला 25 मई को शुरू हुआ था और इसे 25 जून तक चलना था. हालांकि, मेले की अवधि के दौरान आए तेज आंधी-तूफान ने मेले में लगी सैकड़ों दुकानों, स्टालों और झूलों को भारी क्षति पहुंचाई थी. इससे दुकानदारों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ था. इसे देखते हुए, जनप्रतिनिधियों, आम जनता और नगर निगम प्रशासन ने संयुक्त रूप से जिलाधिकारी से मेले की अवधि को बढ़ाने की मांग की थी, ताकि दुकानदारों को हुए नुकसान की कुछ भरपाई हो सके.
हर साल की तरह, यह ऐतिहासिक मेला 25 मई को शुरू हुआ था और इसे 25 जून तक चलना था. हालांकि, मेले की अवधि के दौरान आए तेज आंधी-तूफान ने मेले में लगी सैकड़ों दुकानों, स्टालों और झूलों को भारी क्षति पहुंचाई थी. इससे दुकानदारों को बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ था. इसे देखते हुए, जनप्रतिनिधियों, आम जनता और नगर निगम प्रशासन ने संयुक्त रूप से जिलाधिकारी से मेले की अवधि को बढ़ाने की मांग की थी, ताकि दुकानदारों को हुए नुकसान की कुछ भरपाई हो सके.
जिलाधिकारी ने दी थी 30 जून तक की मोहलत
जनता की मांग को स्वीकार करते हुए, जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने मेले की अवधि को पांच दिन बढ़ाकर 30 जून तक निर्धारित किया था. यह बढ़ी हुई अवधि भी अब समाप्त हो चुकी है. प्रशासन ने अब मेला स्थल को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि क्षेत्र में सामान्य गतिविधियां बहाल हो सकें. मेले के समापन के साथ ही, अगले साल के लिए इसके फिर से लगने का इंतजार शुरू हो गया है.
जनता की मांग को स्वीकार करते हुए, जिलाधिकारी डॉ. वीके सिंह ने मेले की अवधि को पांच दिन बढ़ाकर 30 जून तक निर्धारित किया था. यह बढ़ी हुई अवधि भी अब समाप्त हो चुकी है. प्रशासन ने अब मेला स्थल को खाली कराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, ताकि क्षेत्र में सामान्य गतिविधियां बहाल हो सकें. मेले के समापन के साथ ही, अगले साल के लिए इसके फिर से लगने का इंतजार शुरू हो गया है.
