मेरठ: पश्चिम बंगाल हिंसा के विरोध में हिंदू स्वाभिमान परिषद का प्रदर्शन, 48 घंटे में कार्रवाई नहीं हुई तो, बंगाली कारीगरों को शहर से निकालेंगे
पंडित अमित भारद्वाज के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पर नारेबाजी, ज्ञापन सौंपा; 48 घंटे में कार्रवाई न होने पर दी चेतावनी, बंगाली समुदाय में दहशत।
Updated: Apr 15, 2025, 18:13 IST
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मेरठ, 15 अप्रैल 2025: पश्चिम बंगाल में कथित तौर पर हिंदू परिवारों के साथ हुई हिंसा और मारपीट की घटनाओं के विरोध में आज (या हाल ही में) मेरठ में हिंदू स्वाभिमान परिषद के बैनर तले कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और प्रशासनिक अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। इस दौरान संगठन ने एक विवादास्पद चेतावनी भी जारी की, जिससे शहर में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोगों में भय व्याप्त हो गया है।READ ALSO:-मेरठ: ऑनलाइन व्यापार के खिलाफ व्यापारियों का हल्ला बोल, बेगम पुल पर बैनर लगाकर जताया कड़ा विरोध
कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन और नारेबाजी
हिंदू स्वाभिमान परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अमित भारद्वाज के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और पदाधिकारी मंगलवार को मेरठ कलेक्ट्रेट पहुंचे। प्रदर्शन में गुरु गोरखनाथ कामधेनु गो रक्षा सेवा समिति के सदस्य भी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ नारे लगाए और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर रोष व्यक्त किया। प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन प्रशासनिक अधिकारी को सौंपा गया।
क्या हैं आरोप?
पंडित अमित भारद्वाज ने मीडिया को बताया कि उनका यह प्रदर्शन पश्चिम बंगाल में हुई हालिया घटनाओं के विरोध में है। उन्होंने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल में मुस्लिम समुदाय द्वारा वक्फ कानून के विरोध में किए जा रहे प्रदर्शन हिंसक हो गए। इस हिंसा के दौरान कथित तौर पर हिंदू परिवारों को निशाना बनाया गया और उनके साथ मारपीट की गई। भारद्वाज ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार और देश के अन्य प्रमुख हिंदू संगठनों की चुप्पी पर भी सवाल उठाए और नाराजगी व्यक्त की।
बंगाली कारीगरों को शहर से निकालने की चेतावनी
प्रदर्शन के दौरान हिंदू स्वाभिमान परिषद ने एक कड़ी चेतावनी जारी की। पंडित अमित भारद्वाज ने कहा कि यदि पश्चिम बंगाल सरकार अगले 48 घंटों के भीतर हिंदू परिवारों पर हमला करने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं करती है, तो उनका संगठन मेरठ में काम कर रहे बंगाली कारीगरों को शहर से निकालने का काम करेगा।
बंगाली समुदाय में दहशत
हिंदू स्वाभिमान परिषद की इस चेतावनी के बाद मेरठ में रहने वाले बंगाली समुदाय, विशेषकर सर्राफा बाजार में काम करने वाले कारीगरों में दहशत का माहौल है। गौरतलब है कि मेरठ के सर्राफा बाजार में सोने-चांदी के आभूषण बनाने का काम बड़े पैमाने पर होता है और इसमें बड़ी संख्या में पश्चिम बंगाल के कुशल कारीगर वर्षों से कार्यरत हैं। इस चेतावनी ने उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस की ओर से इस चेतावनी पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन इस बयान ने शहर में एक संवेदनशील स्थिति उत्पन्न कर दी है।
