मेरठ में सरकारी दफ्तर बना 'मदिरालय': लघु सिंचाई विभाग के कर्मचारी शराब पीकर नाचते कैमरे में कैद, महिला उत्पीड़न का भी आरोप
वायरल वीडियो ने खोली पोल, होली के आसपास का बताया जा रहा मामला; अधिशासी अभियंता ने दिए जांच के आदेश
Jun 29, 2025, 14:15 IST
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मेरठ, उत्तर प्रदेश – सरकारी दफ्तरों में कामकाज के दावों के बीच, मेरठ से एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहाँ खैर नगर स्थित लघु सिंचाई विभाग के मंडलीय कार्यालय में सरेआम शराब पार्टी और डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में कर्मचारी न सिर्फ शराब पीते दिख रहे हैं, बल्कि कुछ तो अपने सिर पर शराब के गिलास रखकर बेफ़िक्र होकर नाच रहे हैं। इस घटना ने सरकारी विभागों में व्याप्त अनुशासनहीनता और अराजकता की पोल खोल दी है।READ ALSO:-बिजनौर: ज़मीन पर स्ट्रेचर रखकर सफाईकर्मी का एक्स-रे, वीडियो वायरल होने पर डीएम ने दिए जांच के आदेश
वीडियो में कैद हुई सरकारी 'पार्टी': शाम ढलते ही बदल जाता है दफ्तर का माहौल!
वायरल हो रहा 29 सेकंड का यह वीडियो कथित तौर पर होली के आसपास का बताया जा रहा है, लेकिन इसने अब विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि 5-6 कर्मचारी खुलेआम शराब पी रहे हैं और दफ्तर के अंदर ही डांस कर रहे हैं। विभाग के ही एक कर्मचारी ने बताया है कि यह कोई एक दिन की बात नहीं है, बल्कि कार्यालय में रोज़ाना शाम 5 बजे के बाद ऐसी ही महफ़िलें सजती हैं।
वायरल हो रहा 29 सेकंड का यह वीडियो कथित तौर पर होली के आसपास का बताया जा रहा है, लेकिन इसने अब विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। वीडियो में साफ दिख रहा है कि 5-6 कर्मचारी खुलेआम शराब पी रहे हैं और दफ्तर के अंदर ही डांस कर रहे हैं। विभाग के ही एक कर्मचारी ने बताया है कि यह कोई एक दिन की बात नहीं है, बल्कि कार्यालय में रोज़ाना शाम 5 बजे के बाद ऐसी ही महफ़िलें सजती हैं।
चौंकाने वाला मोड़: महिला कर्मचारियों ने लगाया 'गैंग' बनाकर उत्पीड़न का आरोप
इस मामले में एक और बेहद चौंकाने वाला और गंभीर पहलू सामने आया है। कार्यालय में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी की महिला कर्मचारियों ने इस पूरे वाकये को लेकर महिला आयोग में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। महिला कर्मचारियों का आरोप है कि कार्यालय के कुछ कर्मचारियों ने मिलकर एक गिरोह (गैंग) बना रखा है, जो उनका मानसिक उत्पीड़न करता है।
इस मामले में एक और बेहद चौंकाने वाला और गंभीर पहलू सामने आया है। कार्यालय में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी की महिला कर्मचारियों ने इस पूरे वाकये को लेकर महिला आयोग में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। महिला कर्मचारियों का आरोप है कि कार्यालय के कुछ कर्मचारियों ने मिलकर एक गिरोह (गैंग) बना रखा है, जो उनका मानसिक उत्पीड़न करता है।
उनका आरोप है कि उन्हें ज़बरदस्ती देर रात तक कार्यालय में रोका जाता है और यदि वे इसका विरोध करती हैं, तो उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है। यह आरोप इस मामले को सिर्फ़ अनुशासनहीनता से कहीं आगे, यौन उत्पीड़न और कार्यस्थल पर असुरक्षा के गंभीर मुद्दे तक ले जाता है।
डीएम ने लिया संज्ञान, सख्त कार्रवाई का आश्वासन
मामला सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैलने और मीडिया में आने के बाद, लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरिओम सिंह ने तत्काल इसकी जांच शुरू कर दी है। हरिओम सिंह ने बताया कि वीडियो में दिख रहे सभी कर्मचारियों की पहचान की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सोमवार तक जांच पूरी कर ली जाएगी, और उसके बाद दोषी पाए जाने वाले सभी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मामला सोशल मीडिया पर तेज़ी से फैलने और मीडिया में आने के बाद, लघु सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता हरिओम सिंह ने तत्काल इसकी जांच शुरू कर दी है। हरिओम सिंह ने बताया कि वीडियो में दिख रहे सभी कर्मचारियों की पहचान की जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि सोमवार तक जांच पूरी कर ली जाएगी, और उसके बाद दोषी पाए जाने वाले सभी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना दर्शाती है कि कैसे सरकारी दफ्तरों में कुछ कर्मचारियों के अनैतिक आचरण से न केवल कार्यस्थल का माहौल दूषित होता है, बल्कि महिला कर्मचारियों की सुरक्षा और सम्मान भी दांव पर लग जाता है। क्या यह सिर्फ एक विभागीय लापरवाही है, या फिर यह सरकारी तंत्र में गहरी जड़ों तक फैले भ्रष्टाचार और अनुत्तरदायित्व का एक और उदाहरण?
