मेरठ : 200 रुपये न लौटा पाने पर पिता-पुत्र की गई जान, 20 दिन के बीच बाप-बेटे की उठी अर्थी
पैसे से सस्ती हो गई है जिंदगी। महज 200 रुपए न लौटाने पर 20 दिन के अंदर पिता-पुत्र की जान चली गई। घटना उत्तर प्रदेश के भावनपुर थाना क्षेत्र के जयभीमनगर में 9 जनवरी को हुई।
Jan 29, 2025, 17:48 IST
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जिंदगी पैसों से सस्ती हो गई है। महज 200 रुपये न लौटाने पर 20 दिन के अंदर पिता-पुत्र की जान चली गई। घटना 9 जनवरी को उत्तर प्रदेश के भावनपुर थाना क्षेत्र के जय भीम नगर में हुई। पैसे देने वाले व्यक्ति ने अपने बेटे होशियार सिंह वाल्मीकि की बुरी तरह पिटाई कर दी, गंभीर रूप से घायल बेटे को देखकर पिता की मौत हो गई, बाद में बेटे ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। मृतक के परिजनों ने मोर्चरी पर हंगामा किया। READ ALSO:-नमो भारत ट्रेन यात्रियों के लिए खुशखबरी: NCMC कार्ड से यात्रा पर 10% की छूट, जानिए इसकी पूरी जानकारी
यह घटना उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के भावनपुर थाना क्षेत्र के जय भीम नगर में हुई। जहां पीड़ित होशियार सिंह वाल्मीकि दिहाड़ी मजदूर था। उसके भाई अमित वाल्मीकि ने बताया कि होशियार ने अपने पड़ोसी विकास कुमार से 500 रुपये उधार लिए थे और बाद में 300 रुपये लौटाए थे। इसी 9 जनवरी को विकास और उसके साथियों ने मेरे भाई को घर से बुलाकर 200 रुपये न लौटाने पर हमला कर दिया पिता की मौत 20 जनवरी को हुई थी। वहीं, 20 दिन तक जिंदगी और मौत के बीच झूलने के बाद उनकी मौत हो गई।
गुस्साए परिजनों ने मोर्चरी ने किया हंगामा
आक्रोशित परिजनों ने मोर्चरी पर हंगामा किया। बेटे की गंभीर हालत देख एक सप्ताह पहले पिता की भी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि इसी गम में 20 जनवरी को पिता की मौत हो गई। होशियार सिंह की पत्नी की कई साल पहले मौत हो गई थी। उनका एक बेटा सुमित 16 साल का है।
आक्रोशित परिजनों ने मोर्चरी पर हंगामा किया। बेटे की गंभीर हालत देख एक सप्ताह पहले पिता की भी मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि इसी गम में 20 जनवरी को पिता की मौत हो गई। होशियार सिंह की पत्नी की कई साल पहले मौत हो गई थी। उनका एक बेटा सुमित 16 साल का है।
मोर्चरी पर मौजूद भीड़ ने पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल
मोर्चरी पर मौजूद भीड़ ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने होशियार की पिटाई के 10 दिन बाद एफआईआर दर्ज की। 18 जनवरी को जानलेवा हमले की जगह मारपीट और धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
मोर्चरी पर मौजूद भीड़ ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस ने होशियार की पिटाई के 10 दिन बाद एफआईआर दर्ज की। 18 जनवरी को जानलेवा हमले की जगह मारपीट और धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई। अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
सीओ नवीना शुक्ला ने बताया कि आरोपों की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद परिजनों की ओर से मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। इसमें हत्या की धारा बढ़ाई जाएगी। आरोपियों का पता लगाकर उन्हें शीघ्र ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।