मेरठ : नकली नोटों के रैकेट का भंडाफोड़, एक कंपाउंडर समेत दो आरोपी गिरफ्तार, 10 हजार रुपये की नकली करेंसी बरामद
उत्तर प्रदेश के मेरठ में नकली नोटों का धंधा चलाने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक आरोपी कंपाउंडर है जो रिठानी में क्लीनिक खोलकर नकली नोटों का धंधा चला रहा था। पुलिस ने उसके कब्जे से 500-500 रुपये के 20 नकली नोट बरामद किए हैं। पिछले छह महीने में आरोपी लाखों रुपये की नकली करेंसी बाजार में चला चुके हैं।
Jan 19, 2025, 16:37 IST
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मेरठ के बाजार में नकली नोट चलाने के आरोप में पुलिस ने शनिवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में से एक कंपाउंडर है, जो रिठानी में क्लीनिक खोलकर नकली नोटों का कारोबार कर रहा था। पुलिस टीम अभी सरगना को नहीं पकड़ पाई है। आरोपियों के कब्जे से 500-500 रुपये के 20 नकली नोट बरामद हुए हैं। पिछले छह महीने में आरोपियों ने लाखों रुपये के नकली नोट बाजार में चलाए हैं। पुलिस टीम इनके पूरे गिरोह को पकड़ने में लगी हुई है। READ ALSO:-बॉलीवुड एक्टर सैफ अली खान पर हमला करने वाला गिरफ्तार, पुलिस ने कहा-चोरी के इरादे से घर में घुसा था, बांग्लादेशी होने का शक
इस गिरोह के तार बिहार से जुड़े बताए जा रहे हैं। आरोपियों में से एक कंपाउंडर है बिहार निवासी लोकेश गुप्ता काफी समय से परतापुर के रिठानी में डॉक्टर का क्लीनिक चला रहा है। वह कॉलोनियों के सभी मरीजों का इलाज करता है। लोकेश गुप्ता ने एक अस्पताल में कंपाउंडर का कोर्स किया हुआ है।
परतापुर पुलिस ने शुक्रवार शाम लोकेश गुप्ता और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया। उसका साथी भी बिहार निवासी है, जो उद्योगपुरम स्थित एक निजी कंपनी में काम करता है। रात के अंधेरे का फायदा उठाकर दोनों परतापुर के बाजार में नकली नोट चला रहे थे। बताया जाता है कि परतापुर के गगोल रोड स्थित एक दुकानदार को नोट नकली होने का शक हुआ। उसने यूपी-112 पर कॉल कर मामले की जानकारी दी।
दोनों आरोपियों से 10 हजार के नकली नोट बरामद। पुलिस दोनों को पकड़कर थाने ले गई। उनके कब्जे से 10 हजार के नकली नोट बरामद हुए। पूछताछ में लोकेश गुप्ता ने बताया कि नकली नोट चलाने के लिए उसे घाट निवासी दीपेंद्र त्यागी ने पैसे दिए थे। पुलिस ने दीपेंद्र के घर पर दबिश दी। पुलिस के पहुंचने से पहले ही उसे लोकेश गुप्ता और उसके साथी के पकड़े जाने की जानकारी मिल गई।
दीपेंद्र घर से फरार हो गया है। उसके रिश्तेदारों के यहां दबिश देकर दीपेंद्र त्यागी को गिरफ्तार किया जा रहा है। पुलिस को अभी तक जानकारी मिली है कि बिजनौर का एक युवक उन्हें नकली नोट मुहैया कराता है। उक्त नोटों का कनेक्शन बिहार से जुड़ा है। बिहार के रहने वाले कर्मचारियों द्वारा शहर में नकली नोटों की खेप चलाई जा रही है।
दीपेंद्र त्यागी असली नोट के बदले दोगुने नकली नोट देता है
लोकेश गुप्ता ने बताया कि दीपेंद्र त्यागी उसे असली करेंसी के बदले दोगुनी नकली करेंसी देता है, जिसे वह रात के अंधेरे में बाजार में चलाता है। वह पिछले छह महीने से बाजार में नकली करेंसी चला रहा है। लोकेश गुप्ता ने बताया कि इस धंधे में बिहार के कई लोग शामिल हैं, ये वे लोग हैं जो बिहार से आकर प्राइवेट कंपनियों में मजदूरी करते हैं।
लोकेश गुप्ता ने बताया कि दीपेंद्र त्यागी उसे असली करेंसी के बदले दोगुनी नकली करेंसी देता है, जिसे वह रात के अंधेरे में बाजार में चलाता है। वह पिछले छह महीने से बाजार में नकली करेंसी चला रहा है। लोकेश गुप्ता ने बताया कि इस धंधे में बिहार के कई लोग शामिल हैं, ये वे लोग हैं जो बिहार से आकर प्राइवेट कंपनियों में मजदूरी करते हैं।
पुलिस लोकेश गुप्ता के अन्य साथियों और नकली करेंसी मुहैया कराने वाले आरोपियों की तलाश कर रही है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि परतापुर बाजार में नकली करेंसी चलाते दो आरोपियों को पकड़ा गया है। उनके कब्जे से दस हजार रुपये की नकली करेंसी बरामद हुई है। उनके अन्य साथियों की धरपकड़ के लिए टीमें लगाई गई हैं।