मेरठ : दलित युवक की पिटाई के मामले में DIG ने की कार्रवाई, चौकी इंचार्ज और सिपाही लाइन हाजिर, पिटाई का वीडियो आया था सामने
मेरठ में दलित युवक की बेरहमी से पिटाई के मामले में डीआईजी कलानिधि नैथानी ने सख्त कार्रवाई करते हुए बिजली बंबा चौकी प्रभारी सतीश कुमार और बीट कांस्टेबल तालिब हसन को निलंबित कर दिया है।
Mar 11, 2025, 12:06 IST
|

मेरठ में एक दलित युवक, विनय जाटव, को कुछ दबंगों ने बेरहमी से पीटा। यह घटना लोहियानगर थाना क्षेत्र के बाजोट जंगल में हुई। विनय जाटव, जो परतापुर का रहने वाला है, को लाठी-डंडों और ईंटों से पीटा गया, और आरोपियों ने उस पर पिस्टल भी तान दी।READ ALSO:-
इस मामले में पुलिस ने शुरू में मामूली धाराओं में केस दर्ज किया था, लेकिन जब पिटाई का वीडियो सामने आया, तो पुलिस ने केस में जानलेवा हमले और एससी/एसटी एक्ट की धाराएं भी जोड़ दीं। पुलिस ने इस मामले में टीपी नगर निवासी सनी उर्फ गुरु और अखिलेश को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है। सोमवार रात को एक और गिरफ्तारी हुई है।
इस मामले में डीआईजी कलानिधि नैथानी ने सख्त कार्रवाई करते हुए बिजली बंबा चौकी इंचार्ज सतीश कुमार और बीट कांस्टेबल तालिब हसन को लाइन हाजिर कर दिया है। इसके अलावा, डीआईजी ने एसएसपी डॉ. विपिन ताडा को लोहियानगर थाना प्रभारी विष्णु गौतम की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं, क्योंकि थाना प्रभारी पर आरोप है कि उन्होंने समय पर घटना का संज्ञान नहीं लिया और पिस्टल बरामद नहीं की। पुलिस अभी भी अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
संक्षेप में:
- घटना: मेरठ में एक दलित युवक, विनय जाटव, की दबंगों द्वारा बेरहमी से पिटाई।
- स्थान: बाजोट जंगल, लोहियानगर थाना क्षेत्र, मेरठ।
- पीड़ित: विनय जाटव, परतापुर निवासी।
- आरोपी: कुछ दबंग (नामजद आरोपी गिरफ्तार)।
- पिटाई का तरीका: लाठी-डंडे, ईंटें, और पिस्टल तानी गई।
- कानूनी कार्रवाई: पहले मामूली धाराओं में केस, वीडियो सामने आने पर जानलेवा हमला और एससी/एसटी एक्ट की धाराएं जोड़ी गईं।
- गिरफ्तारियां: शनि उर्फ गुरु, अखिलेश, और एक अन्य आरोपी गिरफ्तार।
- पुलिस कार्रवाई: चौकी इंचार्ज सतीश कुमार और बीट कांस्टेबल तालिब हसन लाइन हाजिर, थाना प्रभारी विष्णु गौतम की भूमिका की जांच के आदेश।
- आगे की कार्रवाई: अन्य आरोपियों की तलाश जारी।
DIG ने SSP डॉ. विपिन ताडा को लोहियानगर थाना प्रभारी विष्णु गौतम की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं। थाना प्रभारी पर घटना का समय से संज्ञान न लेने और पिस्टल बरामद न करने का आरोप है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है।
यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई प्रशंसनीय है। आगे की जांच से और जानकारी मिलने की उम्मीद है।