मेरठ: इंडियन ऑयल के अधिकारी के घर CBI टीम ने की छापेमारी, मिलावटी तेल का खेल; नकदी और दस्तावेज जब्त
मेरठ: गाजियाबाद की सीबीआई यूनिट ने जिले के इंडियन ऑयल के अधिकारी के घर पर छापा मारा। टीमें दूसरे शहरों में भी अधिकारी के घर पहुंचीं। बुधवार को हुई इस कार्रवाई में दस्तावेज और नकदी जब्त की गई है। मामला मिलावटी तेल से जुड़ा है। अधिकारी के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। फिलहाल अधिकारी हरियाणा के पानीपत जिले में तैनात हैं।
Jan 30, 2025, 11:51 IST
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सीबीआई की गाजियाबाद शाखा ने मोहित सिंह के जागृति विहार सेक्टर-4 स्थित आवास पर बुधवार को छापेमारी की। टीम पुलिस लिखी गाड़ियों में सवार होकर यहां पहुंची और शाम तक जांच की। हालांकि स्थानीय पुलिस इस बारे में कुछ नहीं बता रही है। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश में शर्मसार कर देने वाली वारदात, 4 साल की मासूम बच्ची से रेप के आरोप में 70 साल का आरोपी गिरफ्तार
मेरठ समेत पंजाब में छापेमारी
गाजियाबाद से आई केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने बुधवार को मेरठ में छापेमारी की। टीमें मेडिकल थाना क्षेत्र के जागृति विहार स्थित इंडियन ऑयल के अधिकारी मोहित सिंह के आवास पर पहुंचीं।
गाजियाबाद से आई केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की टीम ने बुधवार को मेरठ में छापेमारी की। टीमें मेडिकल थाना क्षेत्र के जागृति विहार स्थित इंडियन ऑयल के अधिकारी मोहित सिंह के आवास पर पहुंचीं।
टीमों ने यहां जांच-पड़ताल की। बताया गया है कि सीबीआई की कई टीमों ने मेरठ के अलावा पानीपत और मुजफ्फरनगर स्थित आवासों पर एक साथ छापेमारी की है। मोहित सिंह वर्तमान में पानीपत में कार्यरत हैं।
दिल्ली नंबर प्लेट वाली कारों में पहुंची टीम
सीबीआई की गाजियाबाद शाखा ने बुधवार सुबह करीब साढ़े दस बजे मोहित सिंह के मेरठ स्थित जागृति विहार सेक्टर-4 स्थित आवास पर छापेमारी की। टीम दिल्ली नंबर प्लेट और पुलिस लिखी गाड़ियों में सवार होकर यहां पहुंची। शाम छह बजे तक टीम ने जांच की।
सीबीआई की गाजियाबाद शाखा ने बुधवार सुबह करीब साढ़े दस बजे मोहित सिंह के मेरठ स्थित जागृति विहार सेक्टर-4 स्थित आवास पर छापेमारी की। टीम दिल्ली नंबर प्लेट और पुलिस लिखी गाड़ियों में सवार होकर यहां पहुंची। शाम छह बजे तक टीम ने जांच की।
बताया जा रहा है कि टीम ने यहां से काफी नकदी और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं। सीबीआई की जांच में पता चला है कि मोहित के खिलाफ मिलावटी तेल बेचने की कई शिकायतें पहले भी दर्ज हो चुकी थीं। लेकिन इंडियन ऑयल कंपनी ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की थी। हालांकि, स्थानीय पुलिस इस छापेमारी के बारे में कुछ नहीं कह रही है।