मेरठ: 168 साल पुरानी मस्जिद पर चला बुलडोजर, रैपिड रेल कॉरिडोर के निर्माण में आ रही थी बाधा

मेरठ में 168 साल पुरानी मस्जिद को रात में बुलडोजर से गिरा दिया गया। पहले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने दिनभर हथौड़ों से मस्जिद को गिराया। जब अधिकांश हिस्सा गिराना बाकी रह गया तो प्रशासन ने रात डेढ़ बजे बुलडोजर से मस्जिद को गिरा दिया। रातभर में ही सारा मलबा हटा दिया गया।
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उत्तर प्रदेश के मेरठ में विकास कार्यों में बाधा बन रही 168 साल पुरानी मस्जिद पर बुलडोजर चलाया गया। इससे पहले एनसीआरटीसी, पीडब्ल्यूडी और जिले के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से चर्चा की थी, जिसके बाद आम सहमति बनी। स्थानीय लोग खुद आगे आए और मस्जिद को हटा दिया गया।READ ALSO:-बिजनौर : पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़, मनोज उर्फ ​​नेवला गिरफ्तार, 30 से ज्यादा अपराधों में था वांछित, पैर में लगी गोली

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मुख्य बातें:
  • मस्जिद की स्थिति:
  • यह मस्जिद रैपिड रेल कॉरिडोर के मार्ग में आ रही थी।
  • यह 168 साल पुरानी थी। 

 

आमतौर पर कई बार विकास कार्यों में बाधा बनने वाले धार्मिक स्थलों या अन्य संस्थाओं की इमारतों को हटाने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। लेकिन, मेरठ में जब एक मस्जिद विकास के आड़े आई तो लोगों ने शांति और सौहार्द की मिसाल पेश करते हुए आम सहमति से मस्जिद को हटाने का फैसला किया। इतना ही नहीं, शुक्रवार को उस मस्जिद में इबादत करने वाले लोग खुद आगे आए और मस्जिद को हटाने की कोशिश करते नजर आए। 

 मस्जिद पर देर रात बुलडोजर चला।

स्थानीय लोगों का सहयोग:
  • स्थानीय लोगों ने शांति और सौहार्द का परिचय देते हुए आम सहमति से मस्जिद हटाने का निर्णय लिया।
  • मस्जिद प्रबंधन के लोगों ने स्वयं मस्जिद को हटाने में सहयोग किया।
  • हाजी स्वाले हीन ने कहा की हमें मस्जिद के बदले मस्जिद दी जाए।

 शनिवार की सुबह की तस्वीर, जहां पहले मस्जिद थी।

इसके बाद शुक्रवार देर रात जिला प्रशासन की मौजूदगी में मस्जिद पर बुलडोजर चलाया गया और उसे हटा दिया गया। दरअसल, मेरठ में रैपिड रेल कॉरिडोर का काम चल रहा है। 168 साल पुरानी मस्जिद रैपिड रेल के रूट के बीच में आ रही थी। जिसे लेकर अफसरों ने स्थानीय लोगों से संपर्क किया। इसके बाद शुक्रवार को मस्जिद प्रबंधन के लोगों ने खुद ही मस्जिद पर हथौड़ा चलाना शुरू कर दिया। एडीएम प्रशासन बृजेश कुमार ने बताया कि एनसीआरटीसी और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में मस्जिद हटाने का काम किया गया है। सहमति के बाद मस्जिद को हटाया गया है।

 

प्रशासनिक कार्यवाही:
  • एनसीआरटीसी, पीडब्ल्यूडी और जिला अधिकारियों ने स्थानीय लोगों से चर्चा की।
  • स्थानीय लोगों ने स्वयं मस्जिद हटाने की पहल की।
  • जिला प्रशासन की मौजूदगी में मस्जिद पर बुलडोजर चलाया गया।
  • रात में ही मलबा हटाया गया और सड़क निर्माण का कार्य शुरू हुआ।

 

क्योंकि दिन में काम करने में काफी दिक्कत होती है, जाम भी लगता है। जिसके चलते देर रात काम शुरू हुआ। एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि कानून व्यवस्था में किसी तरह का व्यवधान न आए, इसके लिए पुलिस टीम भी वहां मौजूद थी।

 

एडीएम सिटी बृजेश कुमार ने बताया कि एनसीआरटीसी के अधिकारियों ने स्थानीय लोगों को पहले ही इस बारे में जानकारी दे दी थी, जिसके बाद वहां मौजूद सभी लोग मस्जिद हटाने पर राजी हो गए। मुख्य दरवाजे समेत सामने की दीवार को लोगों ने कल खुद ही हटा दिया। मस्जिद के मुतवल्ली भी सहयोग कर रहे थे।
कानून व्यवस्था:
  • पुलिस टीम कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौजूद थी।
  • कार्रवाई के दौरान कोई विवाद नहीं हुआ।

 

मस्जिद हटाने के लिए पहले ही नोटिस दे दिया गया था, ताकि सभी को पता चल जाए कि मस्जिद को यहां से हटाना है। इसके बाद प्रशासन यहां आपसी सहमति बनाने के लिए सभी प्रयास कर रहा था। कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था को लेकर कोई दिक्कत नहीं आई। पीडब्ल्यूडी और एनसीआरटीसी के अधिकारी स्थानीय लोगों से पल-पल की गतिविधि पर संपर्क में रहे।

 

रात में ही मलबा हटा दिया गया और अब वहां सड़क निर्माण का काम भी शुरू हो गया है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले भी मस्जिद हटाने के लिए कई अधिकारी इलाके में गए थे और स्थानीय लोगों के साथ बैठक की थी। जिसमें सभी की राय मांगी गई थी। रैपिड रेल के निर्माण में मस्जिद हटाने के लिए आगे आए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने यहां यह संदेश दिया है कि विकास जरूरी है।

 

कारण:
  • एनसीआरटीसी के अधिकारी लगातार मस्जिद हटाने की मांग कर रहे थे।

 

NCRTC के अधिकारी लगातार कर रहे थे मांग
एनसीआरटीसी के अधिकारी लगातार मस्जिद हटाने की मांग कर रहे थे। गुरुवार रात एडीएम सिटी बृजेश कुमार सिंह एनसीआरटीसी के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मस्जिद के इमाम को बुलाकर सहमति से मस्जिद हटाने को कहा। मस्जिद के जिम्मेदार लोगों को भी बुलाकर समझाया गया। आपसी सहमति बनने के बाद मस्जिद का बिजली कनेक्शन काट दिया गया।

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हमें मस्जिद के बदले मस्जिद दी जाए
हाजी स्वाले हीन ने कहा-मस्जिद के मुतव्विल के पास नोटिस आ गया है। उनकी तबीयत भी खराब हो रही है। कल एसपी सिटी साहब आए थे। उन्होंने कहा- हमें आदेश मिला है। आप लोग मस्जिद हटा लो नहीं तो बुलडोजर से हटा देंगे। हम खुद ही हटा रहे हैं। हमारे पास 1857 के कागज हैं। हम चाहते हैं कि प्रशासन हमें मस्जिद की जगह मस्जिद दे या मस्जिद की जगह जमीन दे। आज यहां जुमे की नमाज नहीं हो रही है।

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