मेरठ : एक ही जगह मिलेगी बीयर और शराब…खुलेंगी 186 कंपोजिट शराब की दुकानें, होगा 1000 करोड़ का मुनाफा
उत्तर प्रदेश के मेरठ में शराब के ठेकों के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया 14 फरवरी से शुरू हो गई है। नई शराब नीति के तहत अब बीयर और विदेशी शराब की दुकानों को मर्ज कर दिया गया है। ऐसे में मेरठ में 186 कंपोजिट शराब की दुकानें खुल जाएंगी। इसके बाद मेरठ में आबकारी विभाग को 1000 करोड़ से ज्यादा का मुनाफा होगा।
Feb 17, 2025, 16:13 IST
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उत्तर प्रदेश में नई शराब नीति के तहत अब बीयर और विदेशी शराब की दुकानों को मर्ज कर दिया गया है। दोनों की बिक्री अब एक ही दुकान पर होगी। इसका मालिक भी एक ही होगा। उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देश पर इस बार मेरठ में शराब की दुकानों के लिए ई-लॉटरी का इस्तेमाल किया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि राज्य सरकार ने चालू वर्ष के लिए नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी है। READ ALSO:-मेरठ: महिला अधिकारी से परेशान RAF जवान ने की आत्महत्या, पत्नी और बेटी के साथ खाया जहर; बेटी बोली-मेरे पिता का गलत इस्तेमाल किया
शराब के ठेकों की ऑनलाइन प्रक्रिया 14 फरवरी से शुरू हो गई है। यह 27 फरवरी तक चलेगी और इस प्रक्रिया में अब तक कई आवेदन आ चुके हैं। नई शराब नीति के तहत अब ई-टेंडरिंग की जा रही है। इस साल अब तक आबकारी विभाग को 800 करोड़ से ज्यादा का कारोबार मिल चुका है और अनुमान है कि साल के अंत तक 900 करोड़ का लक्ष्य पूरा हो जाएगा। कंपोजिट दुकान के बाद माना जा रहा है कि मेरठ जिले में आबकारी विभाग को 1000 करोड़ से ज्यादा का मुनाफा होगा।
मेरठ में अब 382 दुकानें
देसी शराब का कोटा पिछले साल तक 11 लाख 74 हजार प्रतिमाह था, जिसे बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा बीयर का कोटा भी 145 करोड़ से बढ़ाकर 197 करोड़ कर दिया गया है। कुल मिलाकर अब मेरठ में 382 दुकानें और 7 मॉडल शॉप हैं। जिला आबकारी अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक पूरे प्रदेश में विदेशी शराब और बीयर की दुकानें अलग-अलग चलाई जा रही थीं, जिनके लिए अलग-अलग लाइसेंस दिए जाते थे।
देसी शराब का कोटा पिछले साल तक 11 लाख 74 हजार प्रतिमाह था, जिसे बढ़ा दिया गया है। इसके अलावा बीयर का कोटा भी 145 करोड़ से बढ़ाकर 197 करोड़ कर दिया गया है। कुल मिलाकर अब मेरठ में 382 दुकानें और 7 मॉडल शॉप हैं। जिला आबकारी अधिकारी प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि अभी तक पूरे प्रदेश में विदेशी शराब और बीयर की दुकानें अलग-अलग चलाई जा रही थीं, जिनके लिए अलग-अलग लाइसेंस दिए जाते थे।
दोनों दुकानों के लिए एक ही लाइसेंस
अब नई आबकारी नीति के आधार पर दोनों दुकानों को कंपोजिट दुकानों में बदल दिया गया है। अब दोनों एक ही दुकान से मिलेंगी। दोनों दुकानों का रेवेन्यू भी एक जैसा होगा। अब जिसका भी लाइसेंस जारी होगा। उसे एक ही दुकान से विदेशी शराब और बीयर बेचने की इजाजत होगी। इससे आबकारी का मुनाफा 10 फीसदी बढ़ जाएगा।
अब नई आबकारी नीति के आधार पर दोनों दुकानों को कंपोजिट दुकानों में बदल दिया गया है। अब दोनों एक ही दुकान से मिलेंगी। दोनों दुकानों का रेवेन्यू भी एक जैसा होगा। अब जिसका भी लाइसेंस जारी होगा। उसे एक ही दुकान से विदेशी शराब और बीयर बेचने की इजाजत होगी। इससे आबकारी का मुनाफा 10 फीसदी बढ़ जाएगा।