मेरठ: पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान मची भगदड़, भीड़ बेकाबू होने से महिलाएं और बुजुर्ग दब गए, एक लाख लोग पहुंचे थे; कई के घायल होने की खबर
मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान भगदड़ मच गई। कई महिलाएं गिर गईं और बुजुर्ग लोग दब गए। आज कथा का छठा दिन है और कल आखिरी दिन है। कथा स्थल पर भगदड़ के कारण कुछ महिलाओं के घायल होने की खबर है। कथा करीब एक बजे शुरू हुई और करीब एक लाख लोगों के वहां पहुंचने की खबर है।
Dec 20, 2024, 14:20 IST
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उत्तर प्रदेश के मेरठ में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा के दौरान भगदड़ मच गई। भगदड़ में कई श्रद्धालु गिरकर दब गए। पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा का आज छठा दिन था। पुलिस मौके पर पहुंच गई है और बचाव कार्य में जुटी है। बताया जा रहा है कि उनकी कथा सुनने के लिए एक लाख से ज्यादा लोग मेरठ पहुंचे थे। कल कथा का आखिरी दिन है।READ ALSO:-बिजनौर: फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान अपहरण कांड में पुलिस ने फरार आरोपी आकाश उर्फ गोला को मुठभेड़ में किया गिरफ्तार, फायरिंग में आबकारी चौकी इंचार्ज बाल-बाल बचे
जानकारी के मुताबिक, महिलाएं और बुजुर्ग लोग कथा सुनने पहुंचे थे। इसी बीच बाउंसरों ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद भीड़ में हाथापाई हो गई। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। इस कथा को सुनने के लिए कई वीवीआईपी भी मेरठ पहुंचे थे। यह कथा मेरठ के शताब्दीनगर में आयोजित की जा रही है।
शताब्दीनगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति द्वारा इस कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा 15 दिसंबर से हो रही है। कथा दोपहर 1 बजे शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलती है। कथा सुनने के लिए हर दिन लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आयोजकों की ओर से वाहनों को पार्क करने के लिए 7 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। वहीं, करीब 1000 पुलिसकर्मी मौके पर तैनात हैं।
हालांकि, आयोजकों का कहना है कि कथास्थल पर भगदड़ नहीं मची, लेकिन बाहर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए थे, इसलिए पंडाल के बाहर जुटे श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्था करने में दिक्कत आई। इस दौरान कुछ महिलाएं गिर गईं। फिलहाल व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं।
⚠️Disturbing Visuals⚠️
— Versha Singh (@Vershasingh26) December 20, 2024
मेरठ में प्रदीप मिश्रा की कथा में एंट्री गेट पर भगदड़ मच गई। इस दौरान कई महिलाओं के घायल होने की खबर है। #Meerut #UttarPradesh pic.twitter.com/BYmWculNdg
जानकारी के अनुसार, महिलाएं और बुजुर्ग लोग कथा सुनने आए थे। इसी दौरान बाउंसरों ने उन्हें एंट्री गेट पर ही रोक दिया। इसके बाद भीड़ में धक्का-मुक्की होने लगी। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। इस कथा को सुनने के लिए कई वीवीआईपी भी मेरठ पहुंचे हैं। यह कथा मेरठ के शताब्दीनगर में आयोजित की जा रही है।
घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया
भगदड़ के बाद मौके पर अफरातफरी का माहौल है। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया है। अधिकारियों ने अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। शांति बनाए रखें। वहीं भगदड़ के बाद आयोजक भी सतर्क नजर आए और भीड़ को शांत करने का प्रयास करते नजर आए।
भगदड़ के बाद मौके पर अफरातफरी का माहौल है। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया है। अधिकारियों ने अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। शांति बनाए रखें। वहीं भगदड़ के बाद आयोजक भी सतर्क नजर आए और भीड़ को शांत करने का प्रयास करते नजर आए।
शताब्दीनगर में श्री केदारेश्वर सेवा समिति द्वारा इस कथा का आयोजन किया जा रहा है। कथा 15 दिसंबर से हो रही है। कथा दोपहर 1 बजे शुरू होकर शाम 4 बजे तक चलती है। कथा सुनने के लिए हर रोज लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। आयोजकों की ओर से वाहनों को पार्क करने के लिए 7 पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। वहीं, मौके पर करीब 1000 पुलिसकर्मी तैनात हैं।
आयोजकों के मुताबिक, श्रद्धालुओं के लिए स्वच्छ पानी, भोजन और अन्य सुविधाओं का इंतजाम किया गया है। कथा पंडाल और आसपास के इलाकों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है। एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा के मुताबिक, शिव महापुराण कथा का आयोजन किया जा रहा है। प्रशासन ने पूरी व्यवस्था की थी। कथा के चलते ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है।
पंडित प्रदीप मिश्रा कौन हैं?
पंडित प्रदीप मिश्रा कथावाचक हैं। वे मध्य प्रदेश के सीहोर के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम रामेश्वर मिश्रा है। उनकी मां का नाम सीता देवी है। प्रदीप मिश्रा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सीहोर से की है। उन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की है। लेकिन धार्मिक कार्यों में रुचि होने के कारण वे कथावाचक बन गए।
पंडित प्रदीप मिश्रा कथावाचक हैं। वे मध्य प्रदेश के सीहोर के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम रामेश्वर मिश्रा है। उनकी मां का नाम सीता देवी है। प्रदीप मिश्रा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई सीहोर से की है। उन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की है। लेकिन धार्मिक कार्यों में रुचि होने के कारण वे कथावाचक बन गए।
हाल ही में उनका एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने वृंदावन की राधा रानी के बारे में तथ्यात्मक रूप से गलत बातें कही थीं, जिसका संत प्रेमानंद ने विरोध किया था। इसके बाद पंडित प्रदीप मिश्रा मथुरा पहुंचे और राधा रानी से अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगी।