मेरठ : गंगा एक्सप्रेसवे के पास 1500 एकड़ में बन रही है नई टाउनशिप, 750 करोड़ रुपये की लागत से बनेगी नई टाउनशिप, नोएडा जैसा होगा मेट्रो शहर
19 साल बाद दिल्ली के पास मेरठ में आवास एवं विकास परिषद एक नई टाउनशिप विकसित कर रहा है। यह टाउनशिप मेट्रो सिटी जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। दिल्ली के पास बसने के इच्छुक लोग इस टाउनशिप में अपना घर बना सकेंगे।
Dec 24, 2024, 09:00 IST
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19 साल बाद दिल्ली के नजदीक मेरठ में आवास एवं विकास परिषद नई टाउनशिप विकसित कर रहा है. यह टाउनशिप मेट्रो सिटी जैसी सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस होगी। दिल्ली के नजदीक बसने के इच्छुक लोग इस टाउनशिप में अपना घर बना सकेंगे। यहां करीब 80 से 90 हजार प्लॉट-फ्लैट उपलब्ध होंगे। साथ ही इस योजना में कमर्शियल एरिया भी विकसित किया जाएगा। आइए जानते हैं क्या है पूरी योजना। READ ALSO:-सहारनपुर : जन सेवा केंद्र में लूट, पिस्टल लेकर घुसे 4 बदमाश, कर्मचारियों से कहा-सारा पैसा लाओ, नहीं तो जान से मार देंगे
इन दिनों गंगा एक्सप्रेसवे का काम तेजी से चल रहा है, वहीं अब इसके किनारे आवासीय योजनाओं को भी धरातल पर उतारने का प्रयास किया जा रहा है। पश्चमी उत्तर प्रदेश में मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ के इलाकों को भी विकसित किया जाएगा। ऐसे में आवास विकास परिषद ने मेरठ शहर से सटे कई गांवों में नई टाउनशिप की योजना बनाई है। READ ALSO:-मेरठ महोत्सव में हेमा मालिनी की डांस प्रस्तुति, ड्रीमगर्ल का गंगा अवतार, नृत्य के जरिए मां गंगा के अवतार को किया प्रस्तुत
क्या है योजना
इस संबंध में आवास एवं विकास परिषद मेरठ के अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने मीडिया को बताया कि मेरठ में एक योजना लाई जा रही है, जो करीब 1500 एकड़ भूमि में बनाई गई है. यह योजना मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे के पांचवें चरण से जुड़ी है। राजधानी लखनऊ से चयन समिति ने इसका निरीक्षण भी कर लिया है। जल्द ही जनवरी माह में धारा 28 की कार्रवाई की जाएगी।
इस संबंध में आवास एवं विकास परिषद मेरठ के अधीक्षण अभियंता राजीव कुमार ने मीडिया को बताया कि मेरठ में एक योजना लाई जा रही है, जो करीब 1500 एकड़ भूमि में बनाई गई है. यह योजना मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे के पांचवें चरण से जुड़ी है। राजधानी लखनऊ से चयन समिति ने इसका निरीक्षण भी कर लिया है। जल्द ही जनवरी माह में धारा 28 की कार्रवाई की जाएगी।
टाउनशिप में सभी तरह की सुविधाएं
उनका कहना है कि यह बहुत अच्छी योजना है। क्योंकि यह गंगा एक्सप्रेस-वे के बेहद करीब है, जबकि मेरठ में रिंग रोड की कार्ययोजना भी इसके बेहद करीब से गुजरेगी। यह योजना व्यावसायिक क्षेत्रों से लेकर स्कूल तक सभी तरह की सुविधाओं से लैस होगी। इसमें व्यावसायिक के साथ आवासीय भूखंड और फ्लैट, सामुदायिक केंद्र से लेकर हर वर्ग के लिए आवास होंगे।
उनका कहना है कि यह बहुत अच्छी योजना है। क्योंकि यह गंगा एक्सप्रेस-वे के बेहद करीब है, जबकि मेरठ में रिंग रोड की कार्ययोजना भी इसके बेहद करीब से गुजरेगी। यह योजना व्यावसायिक क्षेत्रों से लेकर स्कूल तक सभी तरह की सुविधाओं से लैस होगी। इसमें व्यावसायिक के साथ आवासीय भूखंड और फ्लैट, सामुदायिक केंद्र से लेकर हर वर्ग के लिए आवास होंगे।
जागृति विहार एक्सटेंशन में भी बहुत कम जमीन बची है। जो लोग दिल्ली के नजदीक मेरठ में बसना चाहते हैं, उनके लिए यह टाउनशिप काफी उपयोगी और अच्छी साबित होगी। इसमें सभी तरह के ग्रुप हाउसिंग के लिए योजना बनाई गई है।
इन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित
आवास एवं विकास परिषद के जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि इस योजना में मेरठ के जाहिदपुर, नरहेड़ा, जुड़नपुर, सलेमपुर समेत दस गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। रेलवे लाइन और हापुड़ रोड के बीच बसे दस गांवों की जमीन पर यह टाउनशिप विकसित की जानी है।
आवास एवं विकास परिषद के जिम्मेदार अधिकारी का कहना है कि इस योजना में मेरठ के जाहिदपुर, नरहेड़ा, जुड़नपुर, सलेमपुर समेत दस गांवों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी। रेलवे लाइन और हापुड़ रोड के बीच बसे दस गांवों की जमीन पर यह टाउनशिप विकसित की जानी है।
इससे मेरठ का विस्तार भी होगा। क्योंकि अब दिल्ली और मेरठ के बीच संपर्क काफी बेहतर हो गया है। मेरठ से दिल्ली की कनेक्टिविटी बेहतर हो गई है। ऐसे में उम्मीद है कि दिल्ली और एनसीआर से भी लोग बड़ी संख्या में यहां आकर बसना पसंद करेंगे। अब धारा 28 के तहत सुनवाई कर आपत्तियां मांगी जाएंगी, जिसके बाद अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
मेरठ में विकसित होने वाली नई टाउनशिप में दिल्ली-एनसीआर में अपना मकान बनाने की चाहत रखने वाले कमजोर आय वर्ग, निम्न आय वर्ग, मध्यम आय वर्ग से लेकर उच्च आय वर्ग के लोगों को गाजियाबाद से सटे मेरठ में अच्छा अवसर मिलेगा। इस पर जनवरी 2025 से काम शुरू हो जाएगा।