मेरठ : परीक्षितगढ़ रेंज में आतंक का पर्याय बन चुका तेंदुआ पिंजरे में कैद, खेत में छिपा था, वन विभाग की टीम ने मेडिकल चेकअप के लिए भेजा
मेरठ के परीक्षितगढ़ रेंज के मवाना तहसील के मुबारकपुर गांव में तेंदुए को रेस्क्यू किया गया है। यहां एक गन्ने के खेत में तेंदुआ छिपा हुआ था। किसानों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने तेंदुए को पकड़ लिया। यह एक युवा तेंदुआ है।
Jan 3, 2025, 22:03 IST
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मेरठ में कई दिनों से एक तेंदुआ चर्चा में था। शुक्रवार को आखिरकार उसे पकड़ लिया गया। अब पशुपालन विभाग के डॉक्टरों की निगरानी में उसका इलाज चल रहा है। READ ALSO:-बिजनौर : वन विभाग की बड़ी कामयाबी, खैर की लकड़ी से भरा डीसीएम ट्रक जब्त
गुरुवार को परतापुर थाना क्षेत्र के रिठानी में तेंदुए के पैरों के निशान मिले थे। जिसके बाद लोगों में तेंदुए को लेकर दहशत का माहौल बन गया था। स्थानीय निवासियों ने वन विभाग को तेंदुए के पैरों के निशान दिखाए थे। वहीं लखनऊ के रहमानखेड़ा क्षेत्र में बाघ आतंक का पर्याय बन गया है। खेतों और बगीचों में उसके पैरों के निशान देखे गए हैं।
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— MK Vashisth-Managing Editor-Khabreelal Media & PR (@vadhisth) January 3, 2025
स्थानीय लोगों की सूचना पर वन विभाग ने गांव रिठानी में शारदा एक्सपोर्ट कंपनी के पीछे जंगल और उसके आसपास तेंदुए की मौजूदगी की जांच के लिए कर्मचारियों को भेजा था। इसके बाद वन विभाग की ओर से 3 अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। टीमें रोस्टर के आधार पर 24 घंटे क्षेत्र में मौजूद रहीं। गुरुवार को पूरे दिन गश्त भी की गई।
उधर, शुक्रवार को ग्रामीणों ने वन विभाग के स्थानीय अधिकारियों को गांव मुबारकपुर किला परीक्षितगढ़ रेंज तहसील मवाना के खेतों में एक तेंदुआ फंसे होने की सूचना दी। जिसके बाद प्रभागीय निदेशक द्वारा दो रेस्क्यू टीमें लगाई गईं। मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के तहत स्थानीय परिस्थिति का निरीक्षण करने के बाद योजना बनाकर तेंदुए का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया गया। इसके बाद पशु चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया।
डीएफओ राजेश कुमार का कहना है कि एक नर तेंदुआ पकड़ा गया है, जिसकी उम्र करीब डेढ़ से दो वर्ष है। उसके स्वास्थ्य के बारे में पता लगाया जा रहा है। इसके बाद उसे घने वन क्षेत्र में छोड़ने की कार्रवाई की जाएगी।