मेरठ : हनुमान जी की 108 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की जाएगी, 11,560 वर्ग मीटर में बनेगा मंदिर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव ने किया शिलान्यास
श्री अग्रसेन सेवा ट्रस्ट द्वारा मेरठ के शताब्दीनगर में 100 करोड़ रुपये की लागत से भव्य मंदिर का निर्माण कराया जा रहा है। मंदिर का शिलान्यास भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने चांदी की ईंट रखकर किया।
Updated: Mar 6, 2025, 20:25 IST
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मेरठ के शताब्दीनगर में श्री अग्रसेन सेवा ट्रस्ट द्वारा 100 करोड़ रुपये की लागत से भव्य मंदिर के निर्माण की खबर एक महत्वपूर्ण घटना है। यह खबर धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक दृष्टिकोण से कई पहलुओं को उजागर करती है।READ ALSO:-नहाते हुए या कपड़े बदलते समय निजी वीडियो एडल्ट साइट्स पर वायरल न हो जाए, कहीं आप भी तो नहीं करती ये गलती?
खबर के मुख्य बिंदु:
- मंदिर का निर्माण: श्री अग्रसेन सेवा ट्रस्ट द्वारा मेरठ के शताब्दीनगर में 100 करोड़ रुपये की लागत से एक भव्य मंदिर का निर्माण किया जा रहा है।
- शिलान्यास: मंदिर का शिलान्यास भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद राधा मोहन दास अग्रवाल ने चांदी की ईंट रखकर किया। यह घटना मंदिर परियोजना के राजनीतिक और सामाजिक महत्व को दर्शाती है।
- ट्रस्ट का उद्देश्य: ट्रस्ट के अध्यक्ष ज्ञानेंद्र अग्रवाल के अनुसार, यह मंदिर धार्मिक आस्था के साथ-साथ समाज सेवा का भी केंद्र होगा। यह दोहरा उद्देश्य मंदिर को एक महत्वपूर्ण सामुदायिक संस्थान बनाता है।
- स्थापित होने वाली मूर्तियाँ: मंदिर में कई महत्वपूर्ण देवी-देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित की जाएंगी:
- श्री लक्ष्मी नारायण
- शिव परिवार
- श्री अग्रसेन महाराज
- हनुमान जी की 108 फीट ऊंची प्रतिमा - हनुमान जी की विशाल प्रतिमा मंदिर को एक विशेष पहचान देगी और श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगी।
परिसर की सुविधाएँ: मंदिर परिसर 11,560 वर्ग मीटर क्षेत्र में विकसित किया जाएगा और इसमें कई सामाजिक सेवा सुविधाएँ भी होंगी:
- वृद्धाश्रम - वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल के लिए
- अस्पताल - स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए
- योग केंद्र - शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए
- प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र - वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा देने के लिए
कार्यक्रम में उपस्थिति: शिलान्यास कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण लोग उपस्थित थे, जिनमें रायगढ़ से आए भजन सम्राट संजय अग्रवाल शामिल थे, जिन्होंने भजन प्रस्तुत किए।
- पीयूष गोयल का स्थगित कार्यक्रम: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को भी कार्यक्रम में आना था, लेकिन उनका कार्यक्रम स्थगित हो गया। उनकी उपस्थिति मंदिर परियोजना को और भी अधिक राष्ट्रीय महत्व देती।
मंदिर का महत्व: यह मंदिर श्री अग्रसेन महाराज की शिक्षाओं और जीवन मूल्यों के प्रचार-प्रसार का प्रमुख केंद्र बनेगा। यह मंदिर अग्रवाल समुदाय और अन्य लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
खबर का महत्व और विश्लेषण:
धार्मिक महत्व: यह मंदिर क्षेत्र में धार्मिक आस्था को बढ़ावा देगा और लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन और शांति प्रदान करेगा। श्री लक्ष्मी नारायण, शिव परिवार और हनुमान जी जैसे प्रमुख देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित होने से मंदिर विभिन्न हिन्दू परंपराओं के लोगों को आकर्षित करेगा।
धार्मिक महत्व: यह मंदिर क्षेत्र में धार्मिक आस्था को बढ़ावा देगा और लोगों को आध्यात्मिक मार्गदर्शन और शांति प्रदान करेगा। श्री लक्ष्मी नारायण, शिव परिवार और हनुमान जी जैसे प्रमुख देवताओं की मूर्तियाँ स्थापित होने से मंदिर विभिन्न हिन्दू परंपराओं के लोगों को आकर्षित करेगा।
- सामाजिक सेवा: मंदिर परिसर में वृद्धाश्रम, अस्पताल, योग केंद्र और प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र जैसी सुविधाओं का निर्माण समाज सेवा के प्रति ट्रस्ट की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह मंदिर केवल पूजा स्थल ही नहीं, बल्कि समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन केंद्र भी बनेगा।
- आर्थिक प्रभाव: 100 करोड़ रुपये की लागत वाली यह परियोजना मेरठ क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देगी। निर्माण कार्य के दौरान रोजगार सृजन होगा और मंदिर के संचालन से दीर्घकालिक आर्थिक लाभ भी होंगे। मंदिर के आसपास व्यवसाय और पर्यटन भी विकसित हो सकता है।
- राजनीतिक जुड़ाव: भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव द्वारा शिलान्यास किया जाना इस परियोजना को राजनीतिक महत्व भी देता है। यह सरकार और धार्मिक संगठनों के बीच संबंधों को भी दर्शाता है।
सांस्कृतिक केंद्र:
- यह मंदिर श्री अग्रसेन महाराज की शिक्षाओं का प्रचार केंद्र बनेगा, जिससे युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति और मूल्यों से जुड़ने का अवसर मिलेगा।
- आगे की संभावनाएँ:
- निर्माण कार्य प्रगति: यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि मंदिर का निर्माण कार्य कितनी तेजी से आगे बढ़ता है और क्या यह एक साल के भीतर पूरा हो पाता है, जैसा कि लक्ष्य रखा गया है।
- सामाजिक सेवा पहलें: वृद्धाश्रम, अस्पताल और अन्य सामाजिक सेवा केंद्रों की स्थापना और संचालन कैसे किया जाएगा, यह देखना महत्वपूर्ण होगा। इन सुविधाओं से कितने लोगों को लाभ होगा, यह भी महत्वपूर्ण है।
- समुदाय की भागीदारी: स्थानीय समुदाय इस मंदिर परियोजना में कितनी सक्रिय रूप से भाग लेता है, यह देखना भी महत्वपूर्ण होगा। क्या यह मंदिर सभी समुदायों के लिए एक समावेशी स्थान बनेगा?
- पर्यटन और आर्थिक विकास: यह मंदिर मेरठ में पर्यटन को कैसे बढ़ावा देगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा, यह भविष्य में देखने लायक होगा।

निष्कर्ष:
मेरठ में श्री अग्रसेन सेवा ट्रस्ट द्वारा बनाया जा रहा यह मंदिर एक बहुआयामी परियोजना है जिसका धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक महत्व है। यह मंदिर न केवल एक पूजा स्थल होगा, बल्कि यह समुदाय की सेवा और सामाजिक विकास का भी केंद्र बनेगा। इस परियोजना के विकास पर आगे नजर रखना महत्वपूर्ण होगा।
मेरठ में श्री अग्रसेन सेवा ट्रस्ट द्वारा बनाया जा रहा यह मंदिर एक बहुआयामी परियोजना है जिसका धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक महत्व है। यह मंदिर न केवल एक पूजा स्थल होगा, बल्कि यह समुदाय की सेवा और सामाजिक विकास का भी केंद्र बनेगा। इस परियोजना के विकास पर आगे नजर रखना महत्वपूर्ण होगा।