मेरठ: SBI में 11 लाख का सोना घोटाला! गिरवी रखे नकली जेवर, बैंक मैनेजर ने खोला राज़

 सरधना की सरूरपुर ब्रांच में 90% चांदी के जेवर गिरवी रखकर लाखों का फ्रॉड, बैंक प्रबंधक ने कोर्ट से मांगी मदद
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SBI MRT
मेरठ: स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) की सरधना स्थित सरूरपुर ब्रांच में एक बड़े धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। एक व्यक्ति ने बैंक में नकली सोने के जेवर गिरवी रखकर उन पर कुल 11 लाख रुपये का लोन ले लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि जांच में ये जेवर 90 प्रतिशत चांदी के निकले। इस मामले में बैंक प्रबंधक ने धोखाधड़ी में शामिल दो आरोपियों, जिसमें एक जांचकर्ता सर्राफ भी शामिल है, के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस अब मामले की गहनता से जांच कर रही है।READ ALSO:-मेरठ में झुलसाने वाली गर्मी: पारा 43°C तक पहुँचने का अनुमान, 14 जून तक राहत नहीं!

 

धोखाधड़ी का खुलासा और कैसे हुआ मामला उजागर
सरूरपुर स्थित भारतीय स्टेट बैंक के प्रबंधक आदित्य ने सिविल जज (ज्यूडिशियल) सरधना के न्यायालय में एक प्रार्थना पत्र दाखिल कर पूरे मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि ग्राम हर्रा निवासी नाजिम पुत्र मेहरबान अली ने वर्ष 2015 में बैंक से तीन अलग-अलग किस्तों में गोल्ड लोन लिया था। ये लोन 1 लाख 95 हजार 300 रुपये, 1 लाख 89 हजार रुपये और 1 लाख 98 हजार 300 रुपये के थे, जिसके तहत कुल 5 लाख 72 हजार 600 रुपये की रकम नाजिम ने हासिल की थी। इन सभी लोंस के लिए उसने नकली सोने के आभूषण गिरवी रखे थे।

 

सर्राफ की मिलीभगत से चला पूरा खेल
बैंक की प्रारंभिक आंतरिक जांच में सामने आया कि इन आभूषणों का मूल्यांकन मेरठ के सराफा बाजार स्थित हरिकृष्ण ज्वेलर्स के मुंशी लाल की रिपोर्ट पर आधारित था। यह संदेह किया जा रहा है कि मुंशी लाल की मिलीभगत से ही नकली आभूषणों को शुद्ध सोना बताया गया।

 

वर्ष 2015 में ही नाजिम ने फिर से तीन किस्तों में 1 लाख 69 हजार, 1 लाख 79 हजार और 1 लाख 79 हजार रुपये का लोन लिया, जिसके लिए भी कथित तौर पर नकली जेवर गिरवी रखे गए।

 

2021 में हुआ पर्दाफाश
यह धोखाधड़ी 2021 में तब सामने आई जब बैंक ने गिरवी रखे गए जेवरों की दोबारा जांच मेरठ में सदर चौक स्थित करुणेश ज्वेलर्स से करवाई। इस जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि गिरवी रखे आभूषणों में लगभग 90 प्रतिशत चांदी मिली, जबकि उन्हें शुद्ध सोना दर्शाया गया था। बैंक की आंतरिक जांच ने इस बात की पुष्टि की कि नाजिम और मुंशी लाल ने साजिश के तहत फर्जी आभूषण बैंक में गिरवी रखकर लोन लिया था।

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पुलिस कर रही है जांच
बैंक मैनेजर आदित्य ने कोर्ट से आरोपित नाजिम और मुंशी लाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश थाना सरूरपुर पुलिस को देने की मांग की थी। कोर्ट ने इस मांग को स्वीकार करते हुए सरूरपुर थाने में मुकदमा दर्ज करने के आदेश पारित किए। सीओ संजय कुमार जायसवाल ने बताया है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

 

इस घटना ने बैंकों में गिरवी रखे जाने वाले सोने के आभूषणों के मूल्यांकन प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं और ऐसी धोखाधड़ी रोकने के लिए stricter नियमों की आवश्यकता पर बल दिया है।
SONU

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