पति की दरिंदगी ने ली मासूम की जान: गर्भवती पत्नी ने बच्चों संग खाया सल्फास, अस्पताल में दिया स्वस्थ बेटे को जन्म
मेरठ में शराब के नशे में धुत पति की पिटाई से आहत गर्भवती ने उठाया खौफनाक कदम, एक बेटी की मौत; परिवार ने पुलिस कार्रवाई से किया इनकार
Jun 27, 2025, 12:55 IST
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मेरठ, 27 जून 2025: मेरठ से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहाँ शराब के नशे में धुत पति की दरिंदगी से तंग आकर एक आठ माह की गर्भवती महिला ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ सल्फास खा लिया। इस त्रासदीपूर्ण घटना के बाद अस्पताल में महिला ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया, लेकिन उसकी चार साल की बेटी जायरा की मौत हो गई। वहीं, दो साल का बेटा जैद अभी भी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। यह मामला मेरठ के हर उस घर के लिए चेतावनी है, जहाँ नशे की लत रिश्तों को तार-तार कर रही है।READ ALSO:-मेरठ: महिला पुलिसकर्मियों से 'बदतमीज़ी' महंगी पड़ी! वीडियो वायरल करने वाले दो युवक गिरफ्तार, थाने में कान पकड़कर मांगी माफ़ी
शराब ने छीना घर का सुकून, फिर आया खौफनाक मोड़
मामला बुधवार का है। आठ साल पहले राशिदा का निकाह आबिद से हुआ था। आबिद मजदूरी कर घर चलाता था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से शराब की लत ने उसे जकड़ लिया था। शराब के कारण आबिद ने काम पर जाना भी छोड़ दिया था, जिससे घर में अक्सर झगड़े होने लगे थे।
मामला बुधवार का है। आठ साल पहले राशिदा का निकाह आबिद से हुआ था। आबिद मजदूरी कर घर चलाता था, लेकिन पिछले कुछ महीनों से शराब की लत ने उसे जकड़ लिया था। शराब के कारण आबिद ने काम पर जाना भी छोड़ दिया था, जिससे घर में अक्सर झगड़े होने लगे थे।
बुधवार को आबिद घर पर शराब पी रहा था। राशिदा ने जब इसका विरोध किया, तो आबिद ने उसे बुरी तरह पीटा। पति की इस हैवानियत से राशिदा इतनी टूट गई कि उसने एक भयानक फैसला ले लिया। उसने सल्फास की गोली पानी में घोली और पहले अपने दोनों बच्चों - मासूम जायरा और जैद को पिलाई, फिर खुद भी पी ली।
एक नई ज़िंदगी आई, एक मासूम ने तोड़ा दम
तीनों की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने तुरंत उन्हें कैलाशी अस्पताल पहुँचाया। डॉक्टर्स ने हर संभव कोशिश की, लेकिन चार साल की बेटी जायरा को बचाया नहीं जा सका। इस सदमे के बीच, बुधवार देर रात राशिदा ने अस्पताल में एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। डॉक्टर्स ने नवजात को पूरी तरह स्वस्थ बताया है, जबकि राशिदा की हालत में भी धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। हालाँकि, दो साल का बेटा जैद अभी भी गंभीर हालत में है और डॉक्टर्स की निगरानी में है।
तीनों की हालत बिगड़ने पर परिजनों ने तुरंत उन्हें कैलाशी अस्पताल पहुँचाया। डॉक्टर्स ने हर संभव कोशिश की, लेकिन चार साल की बेटी जायरा को बचाया नहीं जा सका। इस सदमे के बीच, बुधवार देर रात राशिदा ने अस्पताल में एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। डॉक्टर्स ने नवजात को पूरी तरह स्वस्थ बताया है, जबकि राशिदा की हालत में भी धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। हालाँकि, दो साल का बेटा जैद अभी भी गंभीर हालत में है और डॉक्टर्स की निगरानी में है।
पति पर कार्रवाई से परिवार का इनकार, माँ को पछतावा
सीओ प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि आरोपी पति आबिद को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। आबिद ने कबूल किया कि शराब पीने के कारण घर में अक्सर विवाद होता था। उसने भविष्य में सुधरने का वादा किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि राशिदा के मायके और ससुराल, दोनों पक्षों ने आबिद के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई करने से साफ इनकार कर दिया है।
सीओ प्रकाश चंद्र अग्रवाल ने बताया कि आरोपी पति आबिद को पूछताछ के लिए थाने बुलाया गया था। आबिद ने कबूल किया कि शराब पीने के कारण घर में अक्सर विवाद होता था। उसने भविष्य में सुधरने का वादा किया है। चौंकाने वाली बात यह है कि राशिदा के मायके और ससुराल, दोनों पक्षों ने आबिद के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई करने से साफ इनकार कर दिया है।
फिलहाल राशिदा को अपनी बेटी जायरा की मौत के बारे में नहीं बताया गया है। गुरुवार को उसने अपने बच्चों से मिलने की जिद की, जिस पर उसे बताया गया कि दोनों की हालत ठीक है। इसी दौरान राशिदा रोने लगी और बार-बार दोहराया कि बच्चों को सल्फास देकर उसने अपने जीवन की "सबसे बड़ी गलती" कर दी है।
यह घटना परिवार में शराब और घरेलू हिंसा के भयावह परिणामों को दिखाती है। क्या आपको लगता है कि ऐसे मामलों में, जहाँ पीड़ित परिवार कानूनी कार्रवाई से पीछे हट रहा हो, प्रशासन को खुद संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए?
